विलुप्त हो रही गैंडों की पांच प्रजातियों में बहुत कम है आनुवंशिक विविधता
गैंडों में कम आनुवंशिक विविधता और अधिक सजाति प्रजनन से वर्तमान प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा बढ़ सकता है
शेरनी: जंगलों के सवाल का सटीक जवाब
शेरनी फिल्म की एक खासियत यह भी है कि इसमें गांव के लोगों के रोजगार के सवाल को मजबूती से सामने लाने की कोशिश ...
पश्चिम बंगाल के सुंदरवन में बाघ की रहस्यमयी मौत, टूटे हुए थे नुकीले दांत
सुंदरवन रॉयल बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध है और इसे ऐतिहासिक धरोहर का दर्जा भी मिला हुआ है
पक्षी ही नहीं सांभर झील भी मर रही है अपनी मौत, 25 साल पहले लिखी थी पटकथा
17 हजार से अधिक प्रवासी पक्षियों की मौत के लिए जिम्मेवार सांभर झील में कम होते केचमेंट एरिया, अतिक्रमण, ब्राइन चोरी, दूषित पानी, टूरिज्म ...
रायपुर के पास घूम रहे हैं डेढ़ दर्जन हाथी
कई लोगों ने हाथियों के इस दल को राजधानी रायपुर से महज 30 किलोमीटर दूर आरंग तक में विचरण करते हुए देखा है
कभी दिन के थे राजा, अब हैं रात के उल्लू
जानिए, कैसे हम मनुष्यों के हस्तक्षेप के कारण बदल रहा है जंगली जीवों का व्यवहार
नेपाल से आए हाथियों का आतंक, अब तक दो लाेगों को मारा
लखीमपुर के रास्ते नेपाल के दो हाथियों ने लगभग एक हफ्ते पहले उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया था, जो लोगों पर लगातार हमले कर ...
मांसाहारी जानवरों में अधिक होता है कैंसर का खतरा, शोध में हुआ खुलासा
शोध से पता चला है कि सभी स्तनधारियों में कैंसर का खतरा समान रूप से नहीं होता है। मांसाहारी जीवों में इसके होने की ...
राजस्थानः ऊंटों को हुआ निमोनिया, 15 दिन में 32 की मौत
पशुपालन विभाग ने 20 ऊंटों के ब्लड और यूरिन सैंपल लिए। सभी में सर्रा के जीवाणु मिले, लेकिन सर्दी बढ़ने के कारण इन ऊंटों ...
रिहाइशी इलाके में पहुंचा बाघ, वन विभाग की चिंता कुछ और ही
छत्तीसगढ़ के वन अधिकारी इस बात से परेशान हैं कि अगर लोगों ने बाघ को मार दिया तो राज्य में बाघों की संख्या कम ...
बिना मस्तिष्क की जेलिफिश, जानें किस तरह करती है बाधाओं को पार
अध्ययन के निष्कर्ष पिछली धारणाओं को चुनौती देते हैं कि, पूर्व अनुभवों से सीखने सहित उन्नत शिक्षा के लिए एक केंद्रीय मस्तिष्क की आवश्यकता ...
भारत के प्रथम जुरासिक वैज्ञानिक बीरबल साहनी
भारत में जब भी पुरा-वनस्पति विज्ञान की बात होती है तो प्रो. बीरबल साहनी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। उन्होंने दुनिया के ...
विश्व हाथी दिवस पर विशेष: क्यों दंतविहीन होते जा रहे हैं गजराज
वैज्ञानिकों और वन विभाग के अनुमान के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी भारत में पाए जाने वाले हाथियों में 60 प्रतिशत दंतहीन हैं। वहीं दक्षिण भारत में इनकी ...
नामीबियाई चीता आशा ने तीन शावकों को दिया जन्म, क्या जश्न मनाने का है वक्त?
इन शावकों का जन्म करीब एक सप्ताह पहले हुआ है
एक महीने के भीतर कूनो नेशनल पार्क में तीसरे चीते की मौत, मार्च के बाद से नौवीं
यह मादा उन दो चीतों में से एक थी, जिन्हें पार्क के बड़े बाड़े में लाया गया था
घायल या विस्थापित वन्यजीवों की जीवित रहने की दर को कम कर रही है मानवीय गतिविधि: विश्लेषण
विश्लेषण में पाया गया है कि सड़क दुर्घटना जैसी मानवीय गतिविधियों सहित पांच कारण, घायल या विस्थापित वन्यजीवों के अस्तित्व को प्रभावित करते हैं
लंबे इंतजार के बाद आखिरकार भारत में घूमने लगे चीते
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जन्मदिन पर मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में चीतों को उनके बाड़े में छोड़ा
कूनो में चीतों की मौत के लिए कुप्रबंधन, लापरवाही और राजनीतिक दबाव दोषी!
विशेषज्ञों का कहना है कि अभी भी बहुत देर नहीं हुई है, लेकिन परियोजना को बचाने के लिए व्यापक बदलाव और सक्षम प्रभारी की ...
144 नई प्रजातियां लुप्त होने के कगार पर पहुंची, वैज्ञानिकों ने जताया अंदेशा
शोधकर्ताओं ने 4.2 करोड़ फोटो, वीडियो और ऑडियो रिकॉर्ड एकत्र किए हैं, जिनमें से 144 प्रजातियां, सभी ज्ञात पक्षी प्रजातियों का 1.2 फीसदी, लुप्त ...
नैनीताल: किंग कोबरा को बचाने की धुन
तकरीबन 10 से 12 फीट लंबा किंग कोबरा एक मात्र ऐसा सर्प है जो घोंसला बनाकर अंडे देता है
अंतर्राष्ट्रीय हिम तेंदुआ दिवस: दुनिया भर में 4 हजार से भी कम बचे हैं हिम तेंदुए
हिम तेंदुए अपने शरीर की लंबाई से छह गुना लगभग 30 फीट की छलांग लगा सकते हैं
ओ री चिरैया... अंगना में फिर आना रे...
तेजी से बढ़ते शहरों में हमने अपने आसपास के पेड़ों को काट डाला है और चिड़ियों का प्राकृतिक घर छीन लिया है। घोसला बनाने ...
जंगली पक्षियों की करीब 14 फीसदी आबादी को प्रभावित कर रहा है एवियन मलेरिया
अध्ययन के अनुसार पक्षियों को प्रभावित करने वाला यह एवियन मलेरिया इसके प्रसार के लिए हॉटस्पॉट बन चुके क्षेत्रों में बड़ी तेजी से फैल रहा ...
5,000 करोड़ से ज्यादा पक्षियों का घर है धरती, हम इंसानों से छह गुना हैं ज्यादा
इन पक्षियों में एक तरफ गौरैया है जिनकी कुल वैश्विक आबादी 160 करोड़ से भी ज्यादा है, वहीं 12 फीसदी प्रजातियां ऐसी हैं, जिनकी आबादी 5,000 से भी कम है
सोन चिरैया को विलुप्ति से बचाने की कवायद जारी, 150 हैं शेष
कभी राष्ट्रीय पक्षी बनने की होड़ में शामिल सोन चिरैया की संख्या पूरी दुनिया में मात्र 150 है और ये राजस्थान में ही सिमटकर ...