रक्त कोशिकाओं की गणना के लिए बनाई स्मार्ट माइक्रोस्कोपी तकनीक
डीप लर्निंग एल्गोरिद्म पर आधारित इस माइक्रोस्कोपी तकनीक में ऐसे सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया है जो रक्त नमूनों की माइक्रोस्कोपिक इमेज का उपयोग ...
यहां देखने को मिलेगा आईआईटी छात्रों की नई खोज और सोच का नजारा
आईआईटी-दिल्ली में 21 सितम्बर से शुरू हो रहे उद्योग दिवस के तीसरे संस्करण में 200 से अधिक उत्पादों के प्रोटोटाइप और पोस्टर प्रदर्शित किए ...
वैज्ञानिक अध्ययन: ध्यान केंद्रित करने में कैसे मदद करता है मस्तिष्क का मध्य भाग
वैज्ञानिकों का कहना है कि सुपीरियर कॉलिकुलस-कोर्टेक्स की कनेक्टिविटी व्यक्तियों में ध्यान के केंद्रित होने और उसके भटकाव को प्रभावित कर सकती है
एंटीबायोटिक दवाओं के बारे में जागरूकता के लिए शुरू हुआ अभियान
दुनियाभर में बैक्टीरिया की अनगिनत प्रजातियां हैं। उनमें से लाखों बैक्टीरिया हमारे शरीर के भीतर रहते हैं। कई बैक्टीरिया हानि रहित हैं और कुछ ...
टीबी से बचाव के लिए आईसीएमआर कर रहा है टीकों का परीक्षण
आईसीएमआर के शोधकर्ताओं ने अब दो ऐसे टीकों का परीक्षण शुरू किया है जो टीबी से बचाव में मददगार हो सकते हैं।
आमिर खान जैसे टीचर्स की फौज तैयार करेगा आईआईटी, मद्रास
डिस्लेक्सिया से ग्रस्त बच्चों में पढ़ने-लिखने में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए आईआईटी मद्रास और मद्रास डिस्लेक्सिया एसोसिएशन ने ई-शिक्षणम नामक ऑनलाइन ...
वैज्ञानिकों ने खोजे गेहूं में रोग प्रतिरोधी जींस
भारतीय वैज्ञानिकों ने गेहूं के ऐसे नमूनों की पहचान की है जिनमें पत्तियों में होने वाले रतुआ रोग से लड़ने की अनुवांशिक क्षमता पायी ...
स्वस्थ जीवनशैली बचा सकती है हृदय रोग से
जिनको जीन्स की गड़बड़ी के कारण हृदय रोगों से ग्रस्त होने का खतरा रहता है, वे स्वस्थ जीवन शैली और बेहतर खानपान अपनाकर मधुमेह ...
शीशम की पत्तियों से हड्डी जोड़ने वाले शोध को मिला पुरस्कार
शोध से स्पष्ट हुआ है कि शीशम की पत्तियों के अर्क में ऐसे जैविक रूप से सक्रिय तत्व हैं जो हड्डियों को जोड़ने और ...
आंखों में फंगल संक्रमण के उपचार के लिए नई फंगल-रोधी रणनीति
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, विकासशील देशों में फंगल केराटाइटिस एक आँख में नेत्रहीनता का प्रमुख कारण है
नया सोलर स्प्रेयर छोटे किसानों के लिए बड़ा फायदा
इन स्प्रेयर्स का उपयोग छोटी जोतों में कीटनाशकों के छिड़काव के साथ-साथ पानी के नियंत्रित छिड़काव के लिए भी किया जा सकता है
वैज्ञानिकों ने खोजा नया उत्प्रेरक, सस्ता हो जाएगा फ्यूल सेल
आईआईटी, मद्रास ने ब्रिटेन व चीन के वैज्ञानिकों के साथ मिलकर ऐसे नैनो पार्टिकल्स विकसित किए हैं, जो फ्यूल सेल में उपयोग होने वाले ...
वन्य जीव संरक्षण में गैर-संरक्षित क्षेत्र भी हो सकते हैं मददगार
एक ताजा अध्ययन में संरक्षित वन्यजीव क्षेत्रों के बाहर तेंदुए, भेड़िये और लकड़बग्घे जैसे जीवों में स्थानीय लोगों के साथ सह-अस्तित्व की संभावना देखी ...
जानें, क्या है चंद्रयान 2 की तस्वीरों में दिख रहे मित्रा क्रेटर की हकीकत?
चंद्रमा पर और भी ऐसे क्रेटर हैं, जो भारतीय वैज्ञानिकों के नाम से जाने जाते हैं।
इन 14 वैज्ञानिकों को मिलेगा उत्कृष्ट शोध के लिए देश का सर्वोच्च विज्ञान पुरस्कार
पुरस्कार पाने वालों में कैंसर से लेकर ड्रग डिलिवरी, पर्यावरण और पादप रोग जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर उल्लेखनीय शोध कार्य करने वाले वैज्ञानिक शामिल ...
बाघ संरक्षण में प्रभावी हो सकती है एकीकृत मॉनिटरिंग
अध्ययन में यह जानने की कोशिश की गई है कि किसी वन्य आवास स्थान की गुणवत्ता में भिन्नता बाघों की आबादी में वृद्धि या ...
Only six out of 22 river basins in India have potential to cope with climate change threats: study
Drastic reduction in water use efficiency under driest conditions was observed for some basins, which highlights their inability to cope with …
रात में बढ़े ट्रैफिक से बेअसर हुआ ऑड-ईवन ट्रायल
रात में भारी वाहनों एवं कारों का ट्रैफिक बढ़ने से प्रदूषण पर लगाम लगाने की कवायद पूरी नहीं हो सकी
स्वास्थ्य के क्षेत्र में शोध को बढ़ावा देंगे ये दो नए समझौते
स्वास्थ्य के क्षेत्र में अत्याधुनिक शोध को बढ़ावा देने के लिए चंडीगढ़ स्थित सूक्ष्मजीव प्रौद्योगिकी संस्थान (इम्टेक) ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-बॉम्बे के साथ ...
सदी के अंत तक पिघल जाएंगे हिमालय के हिंदु कुश क्षेत्र के एक-तिहाई ग्लेशियर
वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री तक रोकने में सफलता मिलने के बावजूद हिन्दु कुश क्षेत्र के तापमान में 2.1 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ोतरी ...
केवल 2 रुपए की लागत से तैयार होगा यह पौधा, कीमती तेल बनाने का आता है काम
सीमैप के वैज्ञानिकों ने ऐसी तकनीक विकसित की है, जिससे कीमती तेल बनाने में काम आने वाले पौधे की लागत 35 रुपए की बजाय ...
हिरोशिमा के रेडियोधर्मी तत्व में मिले हिमालयी भूकंपों से जुड़े संकेत
पूर्वी हिमालय के अगले हिस्से में वर्ष 1950 में आए 8.6 रिक्टर की तीव्रता वाले इस भूकंप को असम-तिब्बत भूकंप के नाम से जाना ...
तकनीक और सामुदायिक समझ से मिल सकेंगे भूस्खलन के संकेत
भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण संस्थान रिमोट सेंसिंग और भौगोलिक सूचना तंत्र जैसी तकनीकों की मदद से भूस्खलन संवेदनशीलता मानचित्र बनाने में जुटा
Genetic study reveals presence of rare sub-species of hog deer
Researchers at Wildlife Institute of India, Dehradun reported presence of a small population of hog deer in Keibul Lamjao National Park (KLNP), …
Using tannery waste in fields turning soil toxic: study
Researchers studied soil and groundwater samples from farms irrigated by tannery effluents in and around Kanpur city in Uttar Pradesh