Natural Disasters|Cyclone

इस सप्ताह के अंत में ओडिशा को एक और तूफान का करना पड़ सकता है सामना: मौसम विभाग

मौसम विज्ञान विभाग ने इस सप्ताह के अंत में बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती मौसम प्रणाली के गठन होने का पूर्वानुमान लगाया है।

 
By Dayanidhi
Published: Wednesday 19 October 2022

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इस सप्ताह के अंत में बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती मौसम प्रणाली के गठन होने का पूर्वानुमान लगाया है। इसके साथ ही ओडिशा को एक और चक्रवात का सामना करना पड़ सकता है।

इससे पहले ओडिशा में 2021 में कम से कम तीन बड़े तूफान आए थे, जिनमें यास मई माह में आया था, गुलाब सितंबर में जबकि जवाद दिसंबर में आया था। इस साल मॉनसून के बाद यह पहला चक्रवाती तूफान होगा। 

एक चक्रवाती परिसंचरण उत्तरी अंडमान सागर और इससे सटे इलाकों पर बना हुआ है और यह समुद्र तल से औसतन 3.1 किमी तक फैला हुआ है। इसके प्रभाव में, अगले 24 घंटों के दौरान दक्षिण पूर्व और इससे सटे पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने के आसार हैं।

इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और 22 अक्टूबर की सुबह तक मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक डिप्रेशन में बदलने का अनुमान है। इसके बाद  पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक चक्रवाती तूफान में बदलकर इसके और तेज होने की आशंका है

मौसम विभाग ने बताया कि एक बार चक्रवाती तूफान में बदलने के बाद इसका नाम सितरंग होगा।

वहीं एक ट्रफ रेखा उत्तरी अंडमान सागर के ऊपर चक्रवाती प्रसार और बंगाल की दक्षिण खाड़ी के निचले स्तरों से तमिलनाडु तट तक जाती है।

एक चक्रवाती प्रसार महाराष्ट्र तट के निचले स्तरों से पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर बना हुआ है।

एक उत्तर-दक्षिण ट्रफ रेखा केरल तट से दक्षिण पूर्व अरब सागर से निचले स्तरों में महाराष्ट्र तट से पूर्व मध्य अरब सागर के ऊपर चक्रवाती प्रसार तक जाती है।

वहीं 23 अक्टूबर से पश्चिम बंगाल के तटीय जिलों में भारी बारिश होने के आसार हैं। जबकि भुवनेश्वर में 23 अक्टूबर की सुबह तक भारी बारिश होने का अनुमान नहीं है।

चक्रवात तथा तूफानी हवाओं के चलते मछुआरों को समुद्र से दूर रहने की चेतावनी

आज दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भागों और इससे सटे दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में 40 से 45 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने के आसार हैं।

वहीं आज दक्षिण श्रीलंका तट और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में 45 से 55 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली तेज हवाओं के और तेज होकर 65 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने का पूर्वानुमान है।

उपरोक्त चक्रवात संबंधी गतिविधि को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने तथा किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।

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