Managing Editor, Down To Earth. He has been associated with the fortnightly since 1997 and has written extensively on rural affairs and development matters
चंद्रयान तीन: वैज्ञानिक उपलब्धियों को भुनाने का मर्ज पुराना!
चंद्रयान तीन मिशन भारत का केवल तकनीकी प्रदर्शन भर नहीं …
अन्न को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है रूस?
ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि रूस ब्लैक सी ग्रेन डील स…
A political thought for food
Global parliamentarians are forming a multilateral body to reform the agrifood system
खुले में शौच मुक्त का सरकारी दावा: हकीकत या फसाना
2 अक्टूबर 2019 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को खुले…
क्यों है दुनिया को पलायन के एक और नई लहर की जरूरत ?
प्रवासी निकट भविष्य में विकसित देशों की अर्थव्यवस्था क…
आबादी का बढ़ना नहीं, कम होना ले जाएगा विनाश की ओर!
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, तमाम वैश्विक चुन…
अमेरिका में पैठ जमा रही है गरीबी, क्या हैं मायने
पूंजीवादी व्यवस्था में श्रमिकों से ज्यादा हासिल करने औ…
2050 तक दिखेंगे महामारी के जख्म
महामारी के कारण दुनिया में कम मानव पूंजी बची है। वह निकट…
अभूतपूर्व खाद्य मूल्यवृद्धि : खड़ा कर रहा जीवन यापन का संकट
भारत के वित्त मंत्रालय ने पहले ही चेतावनी दी है कि विभिन…
जलवायु परिवर्तन का पहला शिकार हो रहे हैं किसान
अभी जो परिवार खुद के खाने के लिए भोजन उगाते हैं वो सबसे स…
क्या भारतीय किसानों के लिए बेहद डरावना साल साबित होगा 2023
सूखी सर्दी, अल नीनो का आगमन और बिना कमाई के पिछले दो साल क…
सरकार के इस नायाब तरीके से गरीबी मुक्त भारत जल्द
सरकार अपनी सभी सहायता का मुद्रीकरण कर उसे गरीबों की आमद…