जलवायु आपदाओं के कारण पिछले 40 वर्षों में अमेरिका को हो चुका है 147.2 लाख करोड़ का नुकसान

इस वर्ष अमेरिका ने अपने इतिहास का सबसे गर्म जून देखा है, जब तापमान सामान्य से 4.2 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है

By Lalit Maurya
Published: Tuesday 13 July 2021

इस साल जनवरी से अब तक जलवायु से जुड़ी आपदाओं के चलते अमेरिका को करीब में अमेरिका को करीब 2.2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। यह जानकारी हाल ही में नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन (एनओएए) द्वारा जारी रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार पिछले छह महीनों के दौरान अमेरिका में जलवायु और मौसम से जुड़ी 8 ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं जिनमें से हर एक में होने वाला नुकसान 7,452 करोड़ रुपए (100 करोड़ डॉलर) से ज्यादा था। इन घटनाओं में 4 गंभीर तूफान, बाढ़ की 2 घटनाएं, शीत लहर और लू के साथ पड़े सूखे की घटना शामिल है। 

इसमें सबसे ज्यादा नुकसान 10-19 फरवरी के बीच आई शीत लहर ने पहुंचाया था जिसमें सीधे तौर पर करीब 1.49 लाख करोड़ रुपए (2000 करोड़ डॉलर) का नुकसान हुआ था।  इसके बाद अप्रैल 27-28 को टेक्सास और ओक्लाहोमा में आई आपदा थी जिसमें 17,885 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।

वहीं 1980 के बाद से पिछले 40 वर्षों में अमेरिका ने चरम मौसम और जलवायु से जुड़ी 298 आपदाओं का सामना किया है, जिसमें उसे अब तक करीब 147.2 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। वहीं इन आपदाओं में 14,492 लोगों की जान गई है।

इस वर्ष रिकॉर्ड किया गया अमेरिकी इतिहास का सबसे गर्म जून

यदि इस साल की बात करें तो यह वर्ष अमेरिका में जलवायु के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है। इस साल जून में तापमान इतना ज्यादा था कि वो अमेरिका के इतिहास का अब तक का सबसे गर्म जून घोषित किया जा चुका है। इस वर्ष जून का औसत तापमान सामान्य से 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

वहीं अमेरिका के 8 राज्यों एरिजोना, कलिफोर्निया , इडाहो, मैसाचुसेट्स, नेवादा, न्यू हैम्पशायर, रोड आइलैंड और यूटा में भी पिछले 127 वर्षों में इस बार जून का तापमान सबसे ज्यादा था। वहीं छह अन्य राज्यों - कनेक्टिकट, मेन, मोंटाना, ओरेगन, वाशिंगटन और व्योमिंग में अब तक का दूसरा सबसे गर्म जून रिकॉर्ड किया गया है। 

वहीं अमेरिका में औसत रूप से जून के दौरान औसत 2.93 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई, जो इस महीने की औसत से मेल खाती है।  हालांकि कुछ राज्यों में सामान्य से बहुत अधिक या बहुत कम बारिश दर्ज की थी। उदाहरण के लिए दक्षिण डकोटा ने अब तक का अपना सबसे शुष्क जून देखा था जबकि मिसिसिपी में दूसरी बार जून के महीने में इतनी ज्यादा बारिश हुई है। 

यदि जनवरी से जून के तापमान को देखें तो वो सदी के औसत तापमान से करीब 1.7 डिग्री सेल्सियस ज्यादा है। जो इसे अब तक का तीसरा सबसे गर्म वर्ष बनाता है।  जहां मेन राज्य के लिए यह अब तक का तीसरा सबसे गर्म वर्ष है वहीं कैलिफोर्निया और न्यू हैम्पशायर दोनों में यह पांचवां ऐसा वर्ष है जब तापमान इतना ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है।

1 डॉलर = 74.52 भारतीय रुपए

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