फ्रेंच लेखिका एनी एर्नॉक्स को दिया गया साहित्‍य में नोबेल पुरस्‍कार

2022 साहित्‍य के नोबेल पुरस्‍कार की घोषणा कर दी गई है। इस बार यह पुरस्कार फ्रांस की लेखिका एनी एर्नॉक्स को दिया गया है

 

By Lalit Maurya
Published: Thursday 06 October 2022

2022 साहित्‍य के नोबेल पुरस्‍कार की घोषणा कर दी गई है। इस बार यह पुरस्कार फ्रांस की लेखिका एनी एर्नॉक्स को दिया गया है। 01 सितम्बर 1940 को जन्मी लेखिका एनी एर्नॉक्स ने फ्रेंच के साथ-साथ इंग्लिश में भी कई उपन्यास, लेख, नाटक और फिल्में लिखी हैं। वह फ्रांस के नॉर्मंडी के छोटे से शहर यवेटोट में पली-बढ़ी हैं।

लेखन के बारे में एर्नॉक्स का कहना है कि यह एक राजनीतिक काम है, जो सामाजिक असमानता के प्रति हमारी आंखें खोलता है। एर्नॉक्स ने क्लिनिकल एक्यूटी पर कई लेख लिखे हैं। नोबेल कमेटी का कहना है कि उनका लेखन मुक्ति शक्ति में विश्वास करता है। उनका काम तुलना से परे है जो सादी भाषा में लिखा साफ-सुथरा साहित्‍य है।

उनकी चर्चित कृतियों में जर्नल डू डेहोर्स, ला वी एक्सटीरियर जैसी किताबें शामिल हैं। इन किताबों में उन्होंने अपने बचपन के लेखों को शामिल किया है।

गौरतलब है कि 1901 से 2022 के 115 बार 119 नोबेल पुरस्कार विजेताओं को साहित्य का नोबेल पुरस्कार दिया जा चुका है। 2021 में यह पुरस्कार तंजानिया के लेखक अब्दुलराजाक गुरनाह को दिया गया था। गुरनाह का जन्‍म 1948 में तंजानिया के जंजीबार में हुआ था। हालांकि उनका जीवन यूनाइटेड किंगडम और नाइजीरिया में बीता है।

इससे पहले उन्हें 1994 में उनकी रचना पैराडाइस के लिए बुकर प्राइज मिला चुका है। अब्दुलराजक गुरनाह ने अपनी लेखनी के जरिए उपनिवेशवाद के प्रभावों और संस्कृतियों को लेकर काफी कुछ लिखा है। गुरनाह ने अपने लेखन के जरिए लोगों के दिलों में शरणार्थियों के लिए प्रेम पैदा किया है। वहीं 2020 का साहित्य नोबेल पुरस्कार अमेरिकी कवयित्री लुईस ग्लूक को दिया गया था।

किन-किन लोगों को मिला है इस बार नोबेल पुरस्कार

इससे पहले सोमवार तीन अक्टूबर 2022 को स्वीडिश वैज्ञानिक स्वांते पाबो को चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। उन्हें यह पुरस्कार उनकी मानव के क्रमिक विकास पर की गई रिसर्च के लिए दिया गया है। अपने असंभव से लगने वाले शोध से, स्वांते पाबो ने निएंडरथल के जीनोम को अनुक्रमित किया है। निएंडरथल वर्तमान मनुष्यों के विलुप्त रिश्तेदार हैं। इससे पहले उन्होंने अज्ञात होमिनिन, डेनिसोवा की भी सनसनीखेज खोज की थी।

वहीं इस बार भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मंगलवार को संयुक्त रूप से तीन वैज्ञानिकों एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन जिलिंगर को क्वांटम फिजिक्स में उनके योगदान के लिए दिया गया है। अपने प्रयोगों में भौतिक वैज्ञानिक एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन जिलिंगर ने जटिल रूप से उलझी हुई स्थिति में मौजूद कणों (पार्टिकल्स) की जांच और उनको नियंत्रण करने की क्षमता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने अपने प्रयोगों से स्पष्ट किया है कि दो कण अलग होने के बाद भी एक इकाई की तरह व्यवहार करते हैं।

वहीं बुधवार को इस बार का केमिस्ट्री का नोबेल पुरस्कार संयुक्त रूप से स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका की कैरोलिन आर बेरटोजी, यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन (डेनमार्क) के मॉर्टेन मिएलडॉल और अमेरिका के स्क्रिप्स रिसर्च सेंटर के बैरी शार्पलेस को दिया गया है। इन तीनों वैज्ञानिकों को यह अवॉर्ड क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास में उनके योगदान के लिए दिया गया है।

शुक्रवार को नोबेल शांति पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा की जाएगी होगी। वहीं अर्थशास्त्र के नोबेल विजेता के नाम का ऐलान 10 अक्टूबर को किया जाएगा।

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