दुनिया भर में हर साल 38 करोड़ टन से अधिक प्लास्टिक के कचरे का उत्पादन हो रहा है, जिसमें से काफी मात्रा लैंडफिल, महासागरों और जलमार्गों में पहुंच जाती है।

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पृथ्वी दिवस 2024: साल 2040 तक सभी तरह के प्लास्टिक के उत्पादन में 60 फीसदी की कमी लाने का लक्ष्य

दुनिया भर में हर साल 38 करोड़ टन से अधिक प्लास्टिक के कचरे का उत्पादन हो रहा है, जिसमें से काफी मात्रा लैंडफिल, महासागरों और जलमार्गों में पहुंच जाती है।

By Dayanidhi
Published: Monday 22 April 2024
प्लास्टिक मुक्त दुनिया बनाने के लिए नवीन तकनीकों और सामग्रियों में निवेश करना जरूरी है, फोटो साभार: आईस्टॉक

पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को आगे बढ़ाने के लिए हर साल 22 अप्रैल को पूरी दुनिया में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है, इसे अंतर्राष्ट्रीय मातृ पृथ्वी दिवस के रूप में भी जाना जाता है। पृथ्वी दिवस को पहली बार 1970 में अमेरिका के कॉलेज परिसरों में मनाया गया था, जब सांता बारबरा में बड़े पैमाने पर तेल रिसाव हुआ था, उसके कुछ महीनो बाद इसकी शुरुआत की गई। तब से इस आंदोलन ने 192 से ज्यादा देशों में एक अरब से अधिक लोगों को संगठित किया है।

क्या है विश्व पृथ्वी दिवस 2024 की थीम?

आज, यानी सोमवार को विश्व पृथ्वी दिवस के वार्षिक कार्यक्रम में ‘ग्रह बनाम प्लास्टिक’ की वैश्विक थीम के साथ मनाया जा रहा है। विश्व वन्यजीव कोष (डब्ल्यूडब्ल्यूएफ) के अनुसार, दुनिया भर में हर साल 38 करोड़ टन से अधिक प्लास्टिक के कचरे का उत्पादन हो रहा है, जिसमें से काफी मात्रा लैंडफिल, महासागरों और जलमार्गों में पहुंच जाती है।

अर्थडे.ऑर्ग में कहा गया है कि वह, लोग और ग्रह के स्वास्थ्य के लिए प्लास्टिक को खत्म करने की अपनी प्रतिबद्धता में अडिग है, तथा 2040 तक सभी प्रकार के प्लास्टिक के उत्पादन में 60 फीसदी की कमी की आह्वान करता है।

विश्व पृथ्वी दिवस के दौरान, प्लास्टिक के कारण मानव, पशु और समस्त जैव विविधता के स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के बारे में व्यापक सार्वजनिक जागरूकता को बढ़ावा देना और इसके स्वास्थ्य प्रभावों पर अधिक शोध किए जाने की मांग करना। जिसमें इसके प्रभावों के बारे में सभी जानकारी जनता को देना शामिल है।

साल 2030 तक एक बार उपयोग होने वाले सभी तरह के प्लास्टिक को तेजी से समाप्त करना और 2024 में प्लास्टिक प्रदूषण पर संयुक्त राष्ट्र संधि में इस चरणबद्ध समाप्ति प्रतिबद्धता को हासिल करना है। फास्ट फैशन और इसके द्वारा उत्पादित और उपयोग की जाने वाली प्लास्टिक की भारी मात्रा के संकट को समाप्त करने वाली नीतियों की मांग करना। प्लास्टिक मुक्त दुनिया बनाने के लिए नवीन तकनीकों और सामग्रियों में निवेश करना।

लगभग 85 फीसदी कपड़े लैंडफिल में छोड़ दिए जाते हैं, जिनमें से केवल एक फीसदी का ही पुनर्चक्रण किया जाता है। लगभग 70 फीसदी कपड़े कच्चे तेल से बने होते हैं, जिसके कारण उन्हें धोने पर खतरनाक माइक्रोफाइबर निकलते हैं और लैंडफिल में लंबे समय तक प्रदूषण फैलाते हैं।

पृथ्वी दिवस की शुरुआत कैसे हुई?

कैलिफोर्निया तट पर बड़े पैमाने पर तेल रिसाव के कुछ महीनों बाद अमेरिका में पृथ्वी दिवस की शुरुआत हुई। अमेरिकी सीनेटर गेलॉर्ड नेल्सन ने इस दौरान छात्रों के विरोध करनेकी ऊर्जा को वायु और जल प्रदूषण के बारे में उभरती हुई सार्वजनिक चेतना के साथ जोड़ने की कोशिश की थी।

साल 2016 में संयुक्त राष्ट्र ने पेरिस समझौते के लिए 22 अप्रैल की तारीख चुनी थी, जिसे आमतौर पर जलवायु और पर्यावरण आंदोलन के इतिहास में हस्ताक्षरित होने वाला सबसे महत्वपूर्ण समझौता माना जाता है। उस वर्ष 22 अप्रैल को 196 देशों के नेता दुनिया भर में बढ़ते तापमान के खिलाफ कानूनी रूप से बाध्यकारी संधि को अपनाने के लिए एक साथ आए थे। देशों से अपेक्षा की जाती है कि वे समझौते के तहत वैश्विक तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने का प्रयास करें।

संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी): एसडीजी 13, जलवायु कार्रवाई और एसडीजी 15, भूमि पर जीवन, जलवायु कार्रवाई और स्थलीय पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालते हैं।

जैसा कि पृथ्वी दिवस पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देता है और सभी के लिए एक स्थायी और न्यायसंगत भविष्य हासिल करने के वैश्विक प्रयासों में योगदान देता है।

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