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- लोकसभा चुनाव 2024: हिमाचल में गायब हैं आपदाओं के लिए जिम्मेवार मुद्दे
- देश में 64 फीसदी बढ़ी खराब वायु गुणवत्ता वाले शहरों की संख्या, 13 शहरों में साफ रह गई है हवा
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- इंसानों की तरह ही स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही झीलें, ध्यान न दिया गया तो पुराना हो सकता है मर्ज
- शीर्ष 56 बहुराष्ट्रीय कंपनियां 50 फीसदी से अधिक प्लास्टिक प्रदूषण के लिए जिम्मेवार: शोध
- अस्कोट-आराकोट अभियान 2024: जड़ों से जोड़ती एक पदयात्रा
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शीर्ष 56 बहुराष्ट्रीय कंपनियां 50 फीसदी से अधिक प्लास्टिक प्रदूषण के लिए जिम्मेवार: शोध
कोका-कोला ब्रांडेड कचरे के 11 फीसदी, उसके बाद पेप्सिको (पांच फीसदी ), नेस्ले (तीन फीसदी), डैनोन (तीन फीसदी) और फिलिप मॉरिस इंटरनेशनल (दो फीसदी) का स्थान था।
डाउन टू अर्थ खास: जहां-जहां हैं पेट्रोकेमिकल रिफाइनरी, वहां के लोग हैं ज्यादा बीमार
उत्पादन से लेकर इस्तेमाल और फिर ठिकाने लगाने तक प्लास्टिक उन लोगों के लिए खतरनाक है, जो लगातार इनके संपर्क में आते हैं
प्लास्टिक प्रदूषण से निजात के लिए ओटावा पर टिकी निगाहें, क्या बन पाएगी सभी मुद्दों पर सहमति
प्लास्टिक प्रदूषण को लेकर ऐतिहासिक संधि पर चर्चा के लिए दुनिया भर के नेता कनाडा की राजधानी ओटावा में एकजुट हो चुके हैं। इस संधि का उद्देश्य दुनिया भर ...
वैश्विक प्लास्टिक संधि: क्या प्लास्टिक प्रदूषण के संकट से भावी पीढ़ियों को बचाएगी संधि?
दुनिया भर में प्लास्टिक का उत्पादन बढ़ता जा रहा है और यदि इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ तो अनुमान है कि 2050 तक यह दोगुना या तिगुना हो जाएगा।
पृथ्वी दिवस 2024: साल 2040 तक सभी तरह के प्लास्टिक के उत्पादन में 60 फीसदी की कमी लाने का लक्ष्य
दुनिया भर में हर साल 38 करोड़ टन से अधिक प्लास्टिक के कचरे का उत्पादन हो रहा है, जिसमें से काफी मात्रा लैंडफिल, महासागरों और जलमार्गों में ...
आंतों से शरीर के दूसरे अंगों तक राह बना रहा माइक्रोप्लास्टिक, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
रिसर्च से पता चला है कि माइक्रोप्लास्टिक्स हमारे पाचन तंत्र को प्रभावित कर रहे हैं। साथ ही यह आंत से शरीर के दूसरे अहम अंगों जैसे लीवर, किडनी और ...
प्लास्टिक की पनाहगाह बना समुद्र तल, अथाह गहराइयों में जमा हुआ 110,00,000 टन प्लास्टिक
हर वर्ष करीब 46 करोड़ टन प्लास्टिक का उत्पादन होता है, इसमें से करीब 35.3 करोड़ टन प्लास्टिक कचरे के रूप वापस आ रहा है
पौधों से बना प्लास्टिक पारंपरिक प्लास्टिक की तुलना में नौ गुना कम माइक्रोप्लास्टिक छोड़ता है
माइक्रोप्लास्टिक अधिकांश समुद्री पारिस्थितिक तंत्रों में देखा गया है, जो जलीय जीवन के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है