छोटी जोत भी हो सकती है पोषण में कमी का कारण
अध्ययन में शामिल गांवों में अधिकतर लोग ऊर्जा तथा पोषण संबंधी जरूरतों के लिए सिर्फ चावल, गेहूं और सब्जियों पर मुख्य रूप से निर्भर ...
पानी में खड़े होकर खेतों के लिए पानी मांग रहे युवा किसान, बुजुर्ग अनशन पर
हरियाणा के सिरसा जिले के पांच गांवों के बेहरवाला (ऐलनाबाद) में किसान रजबाहे (छोटी नहर) की टेल तक पानी पहुंचाने की मांग कर रहे ...
उत्तराखंड में इस बार सेब का उत्पादन 25 फीसद ज्यादा, ये हैं वजह
उत्तराखंड में पिछले साल तक 62,407 मीट्रिक टन सेब उत्पादन हुआ है। लेकिन इस बार ये 80 हजार मीट्रिक टन तक चला गया है
कानून से नहीं संभली गायें तो ग्रामीणों ने खुद निकाला समाधान
आवारा घूमती गायों के मालिकों पर सरकार ने जुर्माना लगाने का निर्णय तो ले लिया, लेकिन कार्रवाई नहीं की तो अब ग्रामीणों ने खुद ...
सियासत में पिसता गन्ना-2: ठंडी पड़ती कोल्हू की आंच
सियासत के शिकार गन्ना किसानों पर आधारित डाउन टू अर्थ की श्रृंखला में प्रस्तुत है चीनी मिलों से पहले अस्तित्व में आए कोल्हू के ...
सियासत में पिसता गन्ना-5: चीनी उद्योग के राजनीतिकरण से किसानों की बदहाली बढ़ी
संदीप सुखतंकर, वर्जीनिया विश्वविद्यालय (यूएसए) के अर्थशास्त्र विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनके शोधपत्र “स्वीटेनिंग द डील? पॉलिटिकल कनेक्शंस एंड शुगर मिल्स इन इंडिया” ...
वैज्ञानिकों ने सोयाबीन में जैविक नाइट्रोजन में सुधार के लिए जंगली जीन का उपयोग किया
अब चीन के वैज्ञानिकों के एक समूह ने जंगली सोयाबीन पर एक अध्ययन शुरू किया है। इसमें पाए गए आनुवंशिक हिस्सों को लाभ पहुंचाने ...
क्या टिड्डियों को मारने का आखिरी रास्ता कीटनाशक ही हैं?
टिड्डियों को मारने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाला ऑर्गेनोफॉस्फेट पानी में मिल जाता है और वातावरण को नुकसान पहुंचाता है
कोरोना और लॉकडाउन ने मछली उत्पादन को पहुंचाया नुकसान
कोरोनावायरस संक्रमण को लेकर फैली अफवाह के चलते लोगों ने मीट के साथ-साथ मछली खाना बंद कर दिया। रही-सही कसर लॉकडाउन ने पूरी कर ...
यूरिया की कालाबाजारी से छत्तीसगढ़ के किसान हताश
अव्वल तो किसानों को यूरिया मिल नहीं रहा है और अगर मिल रहा है तो लगभग दोगुनी कीमत पर मिल रहा है
भारत के दुधारू पशुओं को शिकार बना रही है एक घातक महामारी
इसका देश पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा, जहां अधिकांश डेयरी किसान या तो भूमिहीन हैं या सीमांत भूमिधारक हैं और उनके लिए दूध सबसे सस्ते ...
छह महीने बर्फ से ढका रहता है यह जिला, अब लॉकडाउन ने बढ़ाई परेशानी
हिमाचल प्रदेश के लाहौल स्पीति जिले में लोग छह माह ही खेती करते हैं, लेकिन लॉकडाउन की वजह से अभी फसल की बोआई शुरू ...
पहली बार परती ही छूट गई मोकामा टाल की 10 हजार एकड़ जमीन, किसान परेशान
दाल के कटोरे के नाम से मशहूर टाल इलाके में इस बार गंगा नदी का पानी जनवरी के पहले सप्ताह तक जमा रह गया, ...
इंसानी जानों को खतरे में डाल अरबों की फसल काट रही हैं कीटनाशक कंपनियां: रिपोर्ट
भारत में इन कम्पनियों द्वारा बेचे गए कुल कीटनाशकों में अत्यधिक हानिकारक कीटनाशकों (एचएचपी) का हिस्सा करीब 59 फीसदी था जबकि उन्होंने ब्रिटेन में ...
लॉकडाउन से कड़वी हुई स्ट्रॉबेरी किसानों की मिठास
हरियाणा के हिसार, रोहतक, भिवानी, सोनीपत समेत अन्य जिलों में करीब 500 एकड़ में स्ट्रॉबेरी की खेती होती है। बीते वर्ष 4300 मीट्रिक टन ...
बिना मिट्टी के पौधों की खेती करना सिखाती है यह तकनीक
इस पद्धति में मिट्टी के बजाय सिर्फ पानी या फिर बालू अथवा कंकड़ों के बीच पौधों की खेती की जाती है
बिहार के मशहूर लीची बागानों पर स्टिंक बग का कहर, किसानों को लाखों का नुकसान
विशेषज्ञों का कहना है कि धूप के दिनों में कमी के कारण स्टिंक बग को पनपने का माहौल मिल जाता है
रोजगार मिलने पर भी बदहाल
दिहाड़ी मजदूरों और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले गरीबी में जिंदगी गुजार रहे हैं। इनमें उन लोगों का अच्छा खासा प्रतिशत है जिनके ...
क्या इस साल फिर गेहूं संकट का सामना करेगा देश, गर्मी ने बढ़ाई किसानों की चिंता
गेहूं उत्पादक राज्यों में फरवरी के पहले सप्ताह में पिछले सात साल के औसत से तापमान अधिक रहा
खेती पर विदेशी आक्रमण: रातों-रात फसल चट कर जाता है यह अमेरिकी कीड़ा
भारत पर एक और विदेशी आक्रमण हुआ है, इस बार एक कीड़े ने भारत के खेतों पर आक्रमण किया है। इसका इलाज अब तक ...
सूखे का दंश : सूखाग्रस्त जिलों से ही पूरी होगी खाद्यान्न आत्मनिर्भरता
भारत में पिछले 40 सालों से बुवाई का क्षेत्र स्थिर है। खाद्यान्न की मांग को पूरा करने के लिए सूखाग्रस्त क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ाना ...
मल्चिंग और उपसतही ड्रिप सिंचाई से बढ़ सकती है भिंडी की पैदावार
मल्चिंग सिंचाई से अधिकतम जल उपयोग क्षमता 40.27 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर प्रति मिलीमीटर के साथ भिंडी की औसत पैदावार में 16.92 प्रतिशत की वृद्धि ...
गाय संकट-1: गुपचुप तरीके से नेपाल भेजे जा रहे हैं मवेशी
गोरक्षा और व्यापार पर प्रतिबंध के कारण उत्तर प्रदेश की सीमा पर रहने वाले किसान अपने आवारा पशुओं को नेपाल के गांवों में पहुंचा ...
जीएम से कोई समझौता नहीं: स्वदेशी जागरण मंच
मंच के राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपक शर्मा ने बताया कि सीएसई की रिपोर्ट बेहद गंभीर है। खाद्य उत्पादों में जीएम को लेकर कोई समझौता नहीं ...
मक्का उत्पादकता बढ़ाने के लिए जरूरी है नई रणनीति
इस अध्ययन से पता चला है कि देश के कई जिले ऐसे हैं, जहां उत्पादन क्षेत्र अधिक होने के बावजूद प्रति हेक्टेयर उत्पादकता बेहद ...