जलवायु परिवर्तन से अंगूर की पैदावार पर पड़ रहा असर, अधर में दुनिया के 70 फीसदी वाइन उत्पादक क्षेत्रों का भविष्य
जलवायु परिवर्तन पहले ही अंगूर की बनावट, पैदावार और गुणवत्ता को प्रभावित कर रहा है। वहीं आशंका है कि वैश्विक तापमान में होती वृद्धि ...
एशियाई शीतकालीन मॉनसूनी बारिश को 50 फीसदी तक क्यों कम आंका जाता है: शोध
एशियाई शीतकालीन मॉनसून वियतनाम, फिलीपींस, दक्षिण-पूर्व भारत, श्रीलंका और जापान के कुछ तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश लाता है, जो कृषि और जल संसाधनों ...
दुनिया में हर दूसरा सबसे गरीब इंसान है एक बच्चा
विश्व बैंक और यूनिसेफ द्वारा जारी नए आंकलन के अनुसार, भारत में करीब 5.2 करोड़ बच्चे अत्यंत गरीबी में जीवन बसर करने को मजबूर ...
संयुक्त राष्ट्र 2023 जल सम्मेलन: जल संकट से निपटने के लिए 700 से ज्यादा प्रतिबद्धताओं के साथ हुआ सम्मेलन का समापन
इस कार्यक्रम में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय और ऑनलाइन करीब 10,000 प्रतिभागियों ने भाग लिया
उष्णकटिबंधीय जंगलों को काट कर ताड़ के पेड़ लगाना ठीक नहीं: अध्ययन
शोधकर्ताओं ने बोर्नियो में तेल के लिए किए जा रहे ताड़ के वृक्षारोपण तथा काटे गए पुराने जंगलों से 248 कशेरुक प्रजातियों की आबादी ...
कैसे बहाल होंगें जंगल, जब पांच वर्षों से ज्यादा नहीं जीते दोबारा उगाए आधे उष्णकटिबंधीय पेड़
वन बहाली के प्रयास में लगाए करीब 44 फीसदी पेड़ पांच वर्ष से ज्यादा जीवित नहीं रहते हैं। ऐसे में वन बहाली के प्रयास ...
जंगलों में लगती आग से हर मिनट स्वाहा हो रहे हैं 16 फुटबॉल मैदानों जितने जंगल
जानकारी मिली है कि 2021 में वैश्विक स्तर पर करीब 93 लाख हेक्टेयर में फैले जंगल आग की भेंट चढ़ गए थे
अगले 28 वर्षों में 90 फीसदी मिट्टी की गुणवत्ता में आ जाएगी गिरावट, एफएओ ने किया आगाह
आपको यह जानकार हैरानी होगी की जो मिट्टी हमारे जीवन का आधार है केवल कुछ सेंटीमीटर ऊपरी परत को बनने में लगभग एक हजार ...
तो क्या आर्थिक खुशहाली के लिए बर्बाद किए जा रहे हैं जंगल, अध्ययन से उठा सवाल
शोध में सामने आया है कि वित्तीय संकट के दौरान वन विनाश में करीब 36 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई
2021 में भारत से लेकर दक्षिण सूडान तक दुनिया भर के देशों को जलवायु परिवर्तन की चुकानी पड़ी भारी कीमत
14 से 19 मई को भारत में आए चक्रवाती तूफान 'तौकते' से जहां 11,243 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ था। वहीं 25 से ...
विश्व एड्स दिवस: हर पांच मिनट में एचआईवी/एड्स के कारण जा रही है एक बच्चे की जान
2020 में करीब 3 लाख बच्चे एचआईवी संक्रमित हुए थे, जबकि इस दौरान 1.2 लाख बच्चों की मौत के लिए यह बीमारी जिम्मेवार थी
भीषण गर्मी और ठंड से हर साल मरते हैं 50 लाख से ज्यादा लोग
भारत में जहां भीषण गर्मी के कारण हर साल 83,700 लोगों की जान जाती है, वहीं अत्यधिक ठंड के कारण मरने वालों का आंकड़ा करीब 6.55 लाख है
महामारी के बावजूद देश में केवल 38 फीसदी लोग पांच या उससे ज्यादा बार धोते हैं हाथ
वैश्विक स्तर पर जहां 64 फीसदी महिलाओं दिन में पांच या उससे ज्यादा बार हाथ धोती या सैनिटाइजर का प्रयोग करती हैं, वहीं पुरुषों में यह आंकड़ा 52 फीसदी ...
खाना पकाने के स्वच्छ ईंधन और साधनों से वंचित है दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी
यदि जलवायु और स्वास्थ्य पर पड़ने वाले असर को देखें तो हर साल इसके चलते अर्थव्यवस्था पर 1,77,20,112 करोड़ रुपए का अतिरिक्त बोझ पड़ ...
अफ्रीका का तीसरा मलेरिया मुक्त देश बना केप वर्डे
1973 में अफ्रीकी देश मॉरीशस और 2019 में अल्जीरिया को मलेरिया मुक्त देश का दर्जा मिल चुका है
कॉप 28 में भारत ने साझा की पहाड़ों पर किए जा रहे बचाव कार्यों की योजना
दुबई में आयोजित कॉप28 में भारतीय पवेलियन में हिमालय व पहाड़ों पर जलवायु परिवर्तन के असर पर चर्चा की गई
मील का पत्थर: डब्ल्यूएचओ ने अजरबैजान और ताजिकिस्तान को मलेरिया मुक्त किया घोषित
वैश्विक स्तर पर अब तक कुल 42 देश और क्षेत्र मलेरिया मुक्त हो चुके हैं
बच्चों के लिए आफत बना बढ़ता तापमान, यूरोप और मध्य एशिया में हर दूसरे बच्चे को लू से खतरा
दुनिया भर में करीब 55.9 करोड़ बच्चे लू की मार झेल रहे हैं। वहीं अनुमान है कि अगले 27 वर्षों में दुनिया का करीब-करीब ...
बाढ़ क्षेत्रों में बढ़ रही इंसानी बसावट, 30 वर्षों में 122 फीसदी बढ़ी बस्तियां
पिछले 30 वर्षों में ऐसे क्षेत्रों में इंसानी बसावट 122 फीसदी बढ़ी है, जहां बाढ़ का जोखिम बेहद ज्यादा है
भारत में हैं कुपोषण के शिकार दुनिया के करीब आधे बच्चे, बेहतर भविष्य के लिए कर रहे जद्दोजहद
इससे बड़ी विडंबना क्या होगी की साढ़े तीन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाले देश में अभी भी करोड़ों बच्चे कुपोषण की समस्या से जूझ ...
गर्मी का कहर: 2.7 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि के साथ, भीषण गर्मी की चपेट में होंगें 60 करोड़ भारतीय
बढ़ता तापमान न केवल स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रहा है, बल्कि यह बौद्धिक क्षमता, कृषि और श्रम उत्पादकता में गिरावट का ...
भारत, बांग्लादेश सहित दक्षिण एशिया में 30 गुणा ज्यादा उमस भरी लू का खतरा, कौन है जिम्मेवार?
बढ़ते तापमान की प्रवृत्ति भारत और बांग्लादेश में थाईलैंड, लाओस और यूरोप की तुलना में कम पाई गई है
जलवायु संकट: लगातार 528वें महीने औसत से ज्यादा रहा तापमान, दर्ज की गई 0.97 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि
एक तरफ जहां यूरोप ने अब तक की अपनी दूसरी सबसे गर्म सर्दियों का सामना किया। वहीं वैश्विक स्तर पर समुद्री बर्फ में आई ...
सुरक्षित हवा में सांस ले रही है दुनिया की केवल 0.001 फीसदी आबादी
आंकड़ों के मुताबिक 2000 से 2019 के बीच पीएम 2.5 का वार्षिक औसत स्तर 32.8 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया था
परागण में कमी से फल-सब्जियों के उत्पादन में 5 फीसदी की कमी, हर साल 4.27 लाख मौतें
अपर्याप्त परागण के चलते वैश्विक स्तर पर जहां कुल फल उत्पादन में 4.7 फीसदी की गिरावट आ रही है, वहीं इसकी वजह से सब्जियों ...