कैग ने पकड़ी राजस्थान के वन एवं पर्यावरण विभाग की खामियां
वन्यजीव एवं पर्यावरण संबंधी अपराधों में राजस्थान का नंबर दूसरा है, बावजूद इसके सरकार गंभीर नहीं है
डीएमएफ: केवल 34 प्रतिशत पैसा ही खर्च कर पाए राज्य
खनन की वजह से विस्थापित होने वाले लोगों के लिए सरकारें खनन कंपनियों से पैसा तो वसूल रही हैं, लेकिन विस्थापितों पर खर्च नहीं ...
देश में चल रहे हैं 703 जमीनी विवाद, 65 लाख लोग प्रभावित: रिपोर्ट
लैंड कंफ्लिक्ट वाच की नई रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य सरकारों ने जब से लैंड बैंक बनाना शुरू किया है, तब से ...
रिहाइशी इलाके में पहुंचा बाघ, वन विभाग की चिंता कुछ और ही
छत्तीसगढ़ के वन अधिकारी इस बात से परेशान हैं कि अगर लोगों ने बाघ को मार दिया तो राज्य में बाघों की संख्या कम ...
झारखंड में आदिवासियों के गुस्से का शिकार हुई भाजपा: विशेषज्ञ
झारखंड के आदिवासियों को डर था कि रघुवर दास सरकार दोबारा बनी तो उन्हें अपनी जमीन से हाथ धोना पड़ सकता है
पक्षी ही नहीं सांभर झील भी मर रही है अपनी मौत, 25 साल पहले लिखी थी पटकथा
17 हजार से अधिक प्रवासी पक्षियों की मौत के लिए जिम्मेवार सांभर झील में कम होते केचमेंट एरिया, अतिक्रमण, ब्राइन चोरी, दूषित पानी, टूरिज्म ...
रायपुर के पास घूम रहे हैं डेढ़ दर्जन हाथी
कई लोगों ने हाथियों के इस दल को राजधानी रायपुर से महज 30 किलोमीटर दूर आरंग तक में विचरण करते हुए देखा है
कभी दिन के थे राजा, अब हैं रात के उल्लू
जानिए, कैसे हम मनुष्यों के हस्तक्षेप के कारण बदल रहा है जंगली जीवों का व्यवहार
वैज्ञानिकों की खोज, रसायन मुक्त चाय उत्पादन में मददगार हो सकते हैं सूक्ष्मजीव
भारतीय वैज्ञानिकों ने अब चाय के पौधों की कोशिकाओं में पाए जाने वाले ऐसे सूक्ष्मजीवों की पहचान की है जो रासायनिक उर्वरकों के उपयोग ...
वनवासियों पर भारी न पड़ जाए सरकार की जल्दबाजी
आरोप है कि मंशा सही होने के बावजूद छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासियों के दावों की सुनवाई में जल्दबाजी कर रही है
कैसे रुकेगा इंसान और वन्यजीवों के बीच बढ़ता संघर्ष
पिछले कुछ दिनों के दौरान दो हाथी जहां तीन लोगों को मार चुके हैं, वहीं एक गुलदार को मौत का घाट उतार दिया गया। ...
हाथियों का शिकार कर रहे हैं बाघ, जिम कार्बेट में अध्ययन से हुआ खुलासा
कार्बेट टाइगर रिजर्व के बाघ आसान शिकार के लिए हाथियों को अपना निशाना बना रहे हैं। कार्बेट प्रशासन के इस अध्ययन ने केंद्र सरकार ...
नेपाल से आए हाथियों का आतंक, अब तक दो लाेगों को मारा
लखीमपुर के रास्ते नेपाल के दो हाथियों ने लगभग एक हफ्ते पहले उत्तर प्रदेश में प्रवेश किया था, जो लोगों पर लगातार हमले कर ...
अनुसूचित जनजाति का दर्जा पाने के लिए कोल समाज कर रहा है संघर्ष
मध्यप्रदेश में कोल समुदाय को आदिवासी माना जाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति में शामिल किया गया है।
महुए की मिठास अब होगी खास!
आदिवासियों द्वारा महुए से बनाए जाने वाले पारंपरिक पेय को शहरी बाजार में उतारने के लिए ट्राईफेड ने आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर तैयार ...
सुलगता खतरा
नाइजीरिया चारकोल की मांग पूरी करने के लिए ऊष्णकटिबंधीय वन तेजी से खोता जा रहा है। इस सस्ते ईंधन ने देश की जैव विविधता ...
भारत के प्रथम जुरासिक वैज्ञानिक बीरबल साहनी
भारत में जब भी पुरा-वनस्पति विज्ञान की बात होती है तो प्रो. बीरबल साहनी का नाम सबसे पहले लिया जाता है। उन्होंने दुनिया के ...
विश्व हाथी दिवस पर विशेष: क्यों दंतविहीन होते जा रहे हैं गजराज
वैज्ञानिकों और वन विभाग के अनुमान के मुताबिक, उत्तर-पूर्वी भारत में पाए जाने वाले हाथियों में 60 प्रतिशत दंतहीन हैं। वहीं दक्षिण भारत में इनकी ...
जानें, वन संरक्षण कानून में बदलाव के खिलाफ देश भर में क्यों हो रहे हैं प्रदर्शन?
वन संरक्षण अधिनियम (एफसीए) 1980 का उद्देश्य वनों को संरक्षित करना है। ऐसे में इसमें किए किसी भी संशोधन का उद्देश्य इसे कमजोर करने ...
क्या रोगों से सुरक्षा की पहली पंक्ति हैं जंगल, जानिए स्वास्थ्य और वनों के बीच क्या है सम्बन्ध
हर साल औसतन करीब 2 वायरस अपने प्राकृतिक वातावरण को छोड़ इंसानों में फैल रहे हैं, जिसके लिए कहीं न कहीं जंगलों में बढ़ता ...
समुद्र के बढ़ते जल स्तर से इस तरह बचेगें वेटलैंड, इंजीनियरों ने सुझाया समाधान
अगले 80 वर्षों में दुनिया भर में तटीय आर्द्रभूमि (वेटलैंड) के 35 फीसदी तक गायब होने के आसार हैं।
ध्रुवीय भालू, बाघ, बंदर, डॉलफिन जैसी सैकड़ों वन्यजीव प्रजातियों में मिले केमिकल्स के सबूत
कई केमिकल्स ऐसे हैं जो हजारों वर्षों तक पर्यावरण में रहने के बाद भी नष्ट नहीं होते। मतलब कि वातावरण में मुक्त होने के ...
नैनीताल: किंग कोबरा को बचाने की धुन
तकरीबन 10 से 12 फीट लंबा किंग कोबरा एक मात्र ऐसा सर्प है जो घोंसला बनाकर अंडे देता है
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट 2021: तापमान के साथ ही बढ़ी जंगलों में आग लगने की घटनाएं
पिछले 30 सालों में 42 करोड़ हेक्टेयर में फैले वनों को काट दिया गया है
सलवा जुडूम के समय में पलायन करने वाले परिवार वापस लौटे
पुलिस के साथ-साथ नक्सलियों के डर से राज्य छोड़ कर लोग अब वापस लौट रहे हैं।