विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस 2024: पर्यावरण संकट के सामने पत्रकारिता की चुनौतियों पर बात हो
वर्तमान साल 2024 की थीम "वैश्विक पर्यावरण संकट के संदर्भ में पत्रकारिता और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का महत्व" है
चिपको आंदोलन: आधी सदी के बाद किस हाल में हैं गौरा देवी की सहेलियां?
जंगल बचाने के लिए पेड़ों से चिपकने वाली गौरा देवी के साथ गई कुछ महिलाएं अभी भी गांव में हैं, जंगल के प्रति उनका ...
झारखंडः लोकसभा चुनाव में आदिवासियों के कौन से मुद्दे, कितना असरदार?
अपनी जमीन बचाने की लड़ाई लड़ रहे आदिवासी इस बात से नाराज हैं कि लोकसभा चुनाव में उनके मुद्दे मुखर नहीं हो पा रहे ...
दिन की तुलना में रात में सक्रिय होते हैं एक-तिहाई अधिक कीट, कैसे जलवायु परिवर्तन डाल रहा है असर
वैज्ञानिकों के मुताबिक उष्णकटिबंधीय जैसे गर्म क्षेत्रों में बढ़ते तापमान की वजह से कीटों को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है
बिचौलियों से बचने के लिए आदिवासियों ने अपनाया 'अपना रास्ता'
जंगलों से केंदु पत्ता इकट्ठा कर गुजर बसर करने वाले आदिवासियों ने मिलकर अपना एक समूह बनाया, जिसमें 100 से अधिक ग्रामसभाएं शामिल हैं
पर्यावरण नियमों का उल्लंघन है कमांडो बटालियन मुख्यालय के लिए संरक्षित वन क्षेत्र से छेड़छाड़ : एनजीटी
बराक घाटी में कमांडो बटालियन मुख्यालय के निर्माण के लिए 44 हेक्टेयर संरक्षित वन भूमि का डायवर्जन किया गया है, जो पर्यावरण संबंधी नियमों ...
भारत के संरक्षित क्षेत्रों में भी जहरीली दवाओं से सुरक्षित नहीं गिद्ध, वैज्ञानिकों ने किया खुलासा
नया अध्ययन इस दावे का खंडन करता है जंगली गिद्ध दर्द निवारक दवा डाइक्लोफेनैक से सुरक्षित हैं
फल खाने वाले पक्षियों के बिना कार्बन जमा करने में आएगी 38 फीसदी की कमी : अध्ययन
अध्ययन के आंकड़ों से पता चलता है कि कम घने जंगल पक्षियों की आवाजाही को सिमित करते हैं, जिससे कार्बन रिकवरी की संभावना 38 ...
उत्तराखंड: अप्रैल में जंगल में आग की घटनाएं बढ़ने की वजह लोकसभा चुनाव तो नहीं?
चुनाव में वन कर्मचारियों की तैनाती को भी जंगल में आग की घटनाएं बढ़ने का कारण बताया जा रहा है
कीटनाशक व वायरसों की वजह से बढ़ रही हैं मधुमक्खियों की बीमारियां, वैज्ञानिकों ने चेताया
शोध टीम ने पाया कि मधुमक्खियां खेतों में एक बार में औसतन 23 तनावों से जूझ रही थीं, जो मिलकर उनमें 307 आंतरिक क्रियाएं ...
एनजीटी ने सभी राज्यों से मांगा उनके वन क्षेत्र पर हुए अतिक्रमण का लेखा-जोखा
असम, अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा और मणिपुर में अतिक्रमण के कारण वन क्षेत्र 56 फीसदी तक गिर गया है
भाग एक: महुआ की जुबानी, महुआ की कहानी..!
महुआ की पहली यात्रा और महुआ (दैवीय वृक्ष) से मिलने की यह कहानी, महुआ की जुबानी...
गुजरात में 4.7 करोड़ साल पुराने विशालकाय सांप का मिला जीवाश्म, क्या हो सकता है दुनिया का सबसे बड़ा सांप?
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि वासुकी इंडिकस की लंबाई 10.9 से 15.2 मीटर के बीच हो सकती है
डाउन टू अर्थ खास: क्यों जमीन छिनने के डर से चिंतित हैं राजस्थान के लोग?
गांवों के लोग पारंपरिक चारागाहों की जमीन को डीम्ड फॉरेस्ट घोषित करने का विरोध कर रहे हैं। उन्हें डर सता रहा है कि कहीं ...
भूस्खलन के खतरे तथा कटाव को नियंत्रित करने के लिए देशी पेड़ लगाएं: शोधकर्ता
शोध के अनुसार, स्टील की जाली या स्प्रेड कंक्रीट जैसे कृत्रिम तरीकों की तुलना में पौधे ढलान की मजबूती के लिए एक स्थायी, प्राकृतिक ...
डाउन टू अर्थ खास: क्या अपने जंगलों की पहचान की चुनौतियों से जूझ रहा है भारत?
सुप्रीम कोर्ट ने 1996 में फैसला दिया था कि कोई भी क्षेत्र जो शब्दकोष के मुताबिक जंगल की परिभाषा पर खरा उतरता हो, उसे ...
अफ्रीका में खनन गतिविधियों के चलते 180,000 गोरिल्ला, चिम्पांजियों पर मंडरा रहा खतरा
गिनी में, खनन गतिविधियों की वजह से 23,000 से अधिक चिंपैंजी प्रभावित हो सकते हैं, जो वहां पाए जाने वाले सभी एप्स का करीब ...
नीतिगत फैसलों में देरी से बढ़ रही है जंगलों में आग की घटनाएं
अनेक प्रयासों के बाद भी जंगलों की आग पर, प्रभावी समय प्रबंधन की कमी साफ झलकती है
न्यूनतम मजदूरी से भी वंचित हैं गुजरात में काम कर रहे प्रवासी आदिवासी मजदूर
गुजरात व महाराष्ट्र के कई जिले गन्ने की खेती के लिए जाने जाते हैं, जहां गन्ना काटने के लिए आदिवासी इलाकों से मजदूरों को ...
90 प्रतिशत से अधिक प्रजातियों का अस्तित्व भूजल पर टिका है: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक, भूजल पर निर्भर पारिस्थितिक तंत्र जैसे आर्द्रभूमि, बाढ़ के मैदान और तटवर्ती क्षेत्र का जैव विविधता पर बहुत अधिक महत्व है।
विनाश की राह पर मानवता: धरती से हर मिनट गायब हो रहे 10 फुटबॉल मैदानों के बराबर उष्णकटिबंधीय जंगल
भारत से जुड़े आंकड़ों को देखें तो 2023 के दौरान देश में 21,672 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले प्राथमिक जंगलों का नुकसान हुआ है
तटीय देशों के आपसी सहयोग से सुधर सकता है दक्षिण एशिया में एक अरब लोगों का भविष्य: रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, 11.4 करोड़ लोग पानी, बिजली, भोजन, कृषि और मछली पकड़ने के लिए ब्रह्मपुत्र नदी घाटी पर निर्भर हैं
वैज्ञानिकों ने दक्षिणी पश्चिमी घाट में एक नई छिपकली की प्रजाति 'वान गॉग' की खोज
नेमास्पिस वांगोघी एक छोटे आकार की छिपकली है जिसकी लंबाई 3.4 सेमी तक हो सकती है, इसे इसके वंश की एक अन्य प्रजाति, सेनेमास्पिस ...
शिकार के बाद अब जलवायु परिवर्तन और इंसानी गतिविधियों से मंडरा रहा इस विशाल जीव पर खतरा
शिकार से धीरे-धीरे उबरने के बाद अब ब्लू व्हेल बढ़ते तापमान, प्रदूषण, शिपिंग और अन्य इंसानी गतिविधियों के कारण पैदा हुई समस्याओं से जूझ ...
ओण दिवस: क्या है जंगलों को आग से बचाने का शीतलाखेत मॉडल?
पर्वतीय इलाकों में खेतों में उग आई झाड़ियों व खरपतवारों को काटकर सुखाकर जलाया जाता है। इसे प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में ओण, आड़ा ...