कोरोना की दूसरी लहर और मनरेगा-1: नियमों के संशोधन पर सवाल
कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान मनरेगा ग्रामीणों के लिए कितनी कारगर साबित हुई। प्रस्तुत है, डाउन टू अर्थ की खास सीरीज
संसद में आज: मनरेगा के तहत रोजगार में 52.11 प्रतिशत वृद्धि
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर ने संसद को लॉकडाउन के बाद मनरेगा योजना से संबंधित जानकारी दी
मनरेगा: जंगली बबूलों की जड़ें उखाड़ बनाया चारागाह
लॉकडाउन के दौरान अप्रैल के आखिरी हफ्ते में शुरू हुई मनरेगा योजना के तहत ग्रामीणों ने जंगली बबूलों को काटकर चारागाह बनाने का फैसला ...
दाने-दाने को मोहताज हुए दिल्ली के मजदूर
लॉकडाउन के बाद अपने गांव नहीं जा पाने वाले मजदूरों को नहीं मिल रहा है काम
जग बीती: 70 घंटे काम के बदले!
लॉकडाउन से बिगड़े हालात तो मास्क सिल कर चला रही हैं घर का खर्च
महिलाओं का कहना है कि सितंबर में मास्क बना कर घर खर्च लायक पैसा मिल गया, लेकिन आगे क्या होगा?
झारखंडः मजबूर मजदूर लौट रहे हैं गांव, निगरानी की नहीं है कोई व्यवस्था
झारखंड में बड़ी संख्या में बाहरी राज्यों से लोग लौट रहे हैं। ये वही लोग हैं जो दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, गुजरात जैसे राज्यों में ...
बजट 2020-21: फिर स्वरोजगार योजनाओं पर लगाया जाएगा दांव?
बेरोजगारों को रोजगार देने के मोर्चे पर विफल रही केंद्र सरकार ने पिछले बजट में स्वरोजगार को अपनाने की बात कही थी, क्या इस ...
बिहारी मजदूरों की नियति बन गया है पलायन
बिहार मूल के लगभग 36.06 लाख लोग महाराष्ट्र, यूपी, पश्चिम बंगाल, गुजरात, पंजाब और असम में रहते हैं
एक परिवार, दो दुनिया
भारत में पहली बार हुआ टाइम यूज सर्वेक्षण बताता है कि महिलाओं की मेहनत को अनदेखा किया जा रहा है। ग्रामीण महिलाएं सबसे अधिक ...
असम के युवाओं ने झीलों को जलकुंभी के प्रकोप से बचाने के लिए बनाई बायोडिग्रेडेबल मैट
पर्पल मूरहेन पक्षी के नाम पर इस चटाई का नाम मूरहेन योगा मैट रखा है, जिसे जल्द ही अंतराष्ट्रीय बाजार में पेश किया जाएगा।
व्यापार के लिए चाहिए 1.5 लाख करोड़ डॉलर, वर्ना नौकरियों पर है खतरा: एडीबी
एडीबी के अध्ययन में यह बात सामने आई है कि छोटे और महिला कारोबारियों को व्यापार बढ़ाने के लिए पैसा नहीं मिल रहा है
मजदूर दिवस : सरकारी उपेक्षा के शिकार श्रम कानून
इंफाल में तो स्ट्रीट वेंडर कानून पर अमल करने की मांग को लेकर महिलाओं द्वारा लगातार विरोध प्रदर्शन भी किया गया। गुजरात में इस कानून ...
उत्तराखंड: केंद्र ने मनरेगा को खेती से जोड़ने का प्रस्ताव लौटाया
कोविड-19 की वजह से उत्तराखंड लौटे लोगों को बंजर खेतों में काम करने पर मनरेगा की मजदूरी देने का प्रस्ताव सिरे नहीं चढ़ पाया
मनरेगा जरूरी या मजबूरी-9: कमियों के बावजूद संपूर्ण योजना
मनरेगा की उत्पत्ति उन आपदाओं के मद्देनजर हुई थी जो जमीन या कृषि के कार्य से जुड़ी हुई थी
संसद में आज: वायु प्रदूषण से निपटने को 4 साल में जारी किए 9650 करोड़ रुपए
सिमिलिपाल टाइगर रिजर्व में 16 बाघों को दर्ज किया गया था, जिनमें से 10 मेलानिस्टिक या काले बाघ थे
महामारी में मनरेगा ने दिया साथ, लेकिन उम्मीदों पर पूरी तरह खरी नहीं योजना
रिपोर्ट से पता चला है कि इस दौरान मनरेगा के तहत काम करने वाले औसतन केवल 36 फीसदी परिवारों को 15 दिनों के भीतर ...
पूरी दुनिया में मूल आबादी झेल रही है गरीबी और उपेक्षा का दंश : यूएन रिपोर्ट
यूएन ने पहली बार मूल आबादी पर रिपोर्ट जारी की है। भयंकर गरीबी और उच्च बेरोजगारी के मामले में भारत की तुलना उप-सहारा अफ्रीकी ...
मनरेगा का हाल: हिमाचल के इस जिले में 1.85 प्रतिशत लोगों को ही मिला 100 दिन का काम
बेरोजगारी में तीसरे नंबर पर होने के बावजूद हिमाचल प्रदेश में मनरेगा के तहत 100 दिन का रोजगार नहीं दिया जा रहा है
पटरी से उतरी दिल्ली के रेहड़ी-पटरी वालों की जिंदगी
लॉकडाउन के बाद गांव नहीं जाने वालों और लौटकर आने वाले दिल्ली के पटरी दुकानदारों के सामने भुखमरी की स्थिति है
मनरेगा: प्रवासी मजदूरों ने खड़ा किया गांव की आय का स्त्रोत
कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण शहरों से लौटे प्रवासी मनरेगा कार्य करके गांव को सुंदर बनाने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं
नहीं मिल रहा मौका: काम ढूंढ़ पाने में असमर्थ 15 फीसदी महिलाएं, कमाई में भी पुरुषों से पीछे
आय अर्जित करने के मामले में भी महिलाओं की स्थिति कहीं ज्यादा खराब है। आंकड़ों के मुताबिक आज भी पुरुषों की तुलना में महिलाओं ...
20 किलो की ईंटें महिलाएं उठा लेती हैं लेकिन ठेकेदारी जैसे कामों में पीछे छूट जाती हैं
आश्चर्य है कि दुनिया के सबसे शोषित वर्गों में से एक यानी श्रमिक वर्ग ही वह वर्ग भी है जो सबसे महत्वपूर्ण वर्ग भी है, ...
भारत की आपराधिक बर्बादी: मनरेगा के तहत एक करोड़ से अधिक का काम अधूरा
डाउन टू अर्थ का विश्लेषण यह सामने लाता है कि ज्यादातर कार्य उन राज्यों में अपूर्ण हैं, जिनके कई जिलों ने पिछले तीन साल के ...
कोरोना की दूसरी लहर और मनरेगा-5: छत्तीसगढ़, कागजों पर गुलाबी आंकड़ें
कोरोना की पहली लहर के दौरान मनरेगा ने ग्रामीणों को बड़ा सहारा दिया, लेकिन दूसरी लहर में ऐसा नहीं हुआ