पीडीएस की सस्ती चीनी से केंद्र ने खींचा हाथ
बजट में पीडीएस के लिए शुगर सब्सिडी 4500 करोड़ से घटाकर 200 करोड़ रुपये की गई, राज्य सरकारों पर बढ़ेगा बोझ
भारत में 81 लाख लोगों को दाने-दाने के लिए मोहताज कर सकती है एक सप्ताह तक पड़ी भीषण गर्मी
रिसर्च से पता चला है कि जब बढ़ता तापमान और गर्मी सीधे तौर पर आय को प्रभावित करते हैं, तो इसके तत्काल प्रभाव सामने ...
संसद में आज: स्वतंत्रता के बाद कुल मछली उत्पादन में 21 गुना से अधिक की वृद्धि हुई
भारत में वर्ष 2022-23 के दौरान जल-मौसम संबंधी आपदाओं के कारण कुल 1997 लोगों की मौत हुई और 18,54,901 हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ
खाद्यान्न संकट के हल में खाद्य प्रणालियां कितनी असरकारक!
यूक्रेन में चल रहे युद्ध ने दुनिया में खाद्य-प्रणाली पर किए जा रहे अनुसंधानों को बुरी तरह से प्रभावित किया और इसका नतीजा है ...
क्यों हो रहा है भारत में भूख का विस्तार?
दो दशक से गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या में अस्पष्टता के बावजूद उनके लिए शुरू की गई राशन योजना का दायरा ...
झारखंड के गरीबों को नहीं मिलता पूरा राशन, सुनने वाला कोई नहीं
भोजन का अधिकार अभियान से जुड़े सेराज कहते हैं कि कम राशन देने के नाम पर झारखंड में एक बड़ा घोटाला चल रहा है
हर मिनट भूख के कारण दम तोड़ रहे हैं 11 लोग, कोविड-19, संघर्ष और जलवायु परिवर्तन है बड़ी वजह
दुनिया भर में करीब 15.5 करोड़ लोग गंभीर खाद्य संकट का सामना कर रहे हैं, जोकि पिछले वर्ष की तुलना में 2 करोड़ ज्यादा ...
मानसून की दस्तक, फिर भी खुले में रखा है लाखों टन गेहूं
पांच साल में भंडारण क्षमता बढ़ाने का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया, पिछले तीन साल के दौरान 9808 मीट्रिक टन अनाज खराब हो गया
गरीबों से ज्यादा बहुराष्ट्रीय कंपनियों को पोषित करेगा केंद्र का यह फैसला!
सरकारी योजनाओं के तहत अब केवल पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराए जाएंगे। केंद्र के इस फैसले से 3,000 करोड़ रुपए का वार्षिक ...
कुपोषण से निपटने के लिए अहम है बायोफोर्टिफाइड चावल: वैज्ञानिक
बायोफोर्टिफाइड फसल से प्राप्त 300 ग्राम चावल से एक वयस्क व्यक्ति के लिए विटामिन बी1 के रोजमर्रा के सेवन का लगभग एक तिहाई हिस्सा ...
हर दिन बर्बाद हो रहा 100 करोड़ थालियों के बराबर खाना, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में खुलासा
दुनिया का हर इंसान सालाना औसतन 79 किलोग्राम भोजन की बर्बादी के लिए जिम्मेवार है, जिससे हर भूखे व्यक्ति को रोजाना 1.3 खुराक मिल ...
गरीब तक अन्न पहुंचने में लग रहा है एक पखवाड़ा
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत गरीब परिवारों को राशन देने की घोषणा की गई थी
आवरण कथा: देसी किस्मों और जंगली प्रजातियों से ही बची है उम्मीद
अगर भारत को कुपोषण, सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी और रोगों से बचना है तो पैदावार के साथ-साथ पोषण को भी प्राथमिकता देनी होगी
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव: कितना प्रभावित करेगी एमएसपी में बढ़ोत्तरी की घोषणाएं
मध्यप्रदेश में अभी किसानों से 19 प्रतिशत धान और 35 प्रतिशत गेहूं खरीदा जा रहा है। इसके अलावा पहले खरीद पर दिया जाने वाला ...
जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता के नुकसान से पहाड़ों पर बढ़ी भुखमरी
जहां वर्ष 2000 में विकासशील देशों के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले 24.3 करोड़ लोग भुखमरी का सामना कर रहे थे वो, संख्या 2017 ...
अन्न को युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहा है रूस?
ऐसा इसलिए माना जा रहा है क्योंकि रूस ब्लैक सी ग्रेन डील से पीछे हट गया है और यूक्रेन की खाद्य आपूर्ति श्रंखला पर ...
77 फीसदी आंगनवाड़ी जाने वाले नौनिहालों के निवाले पर लटकी सरकारी तलवार?
सरकारी आंकड़े के अनुसार आधार केवल 23 फीसदी बच्चों के पास है और कई राज्यों में सत्यापन का काम चल रहा है और कई ...
अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंची विश्व खाद्य जिंसों की कीमतें: एफएओ
रूस-यूक्रेन युद्ध और बेमौसमी घटनाओं के कारण खाद्य कीमतों में बढ़ोत्तरी लगातार जारी है
भारत में हर वर्ष करीब 6.88 करोड़ टन भोजन कर दिया जाता है बर्बाद
देश में हर व्यक्ति प्रतिवर्ष करीब 50 किलोग्राम भोजन बर्बाद कर देता है, जबकि 18.9 करोड़ लोगों को आज भी पर्याप्त पोषण नहीं मिल ...
बिहार की 1.30 करोड़ आबादी को खाने के लाले: ज्यां द्रेज
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में ज्यां ने कहा है कि 30 प्रतिशत आबादी की पहुंच सरकारी राशन दुकानों तक नहीं है
आवरण कथा: गेहूं चावल की पैदावार तो बढ़ी, लेकिन साथ ही जहरीले तत्व भी बढ़ गए
अनाज की पैदावार बढ़ाने के लिए पौधे कुछ खास पोषक तत्वों को बहुत ज्यादा मात्रा में ले रहे हैं। उसी रास्ते से हानिकारक तत्व ...
आवरण कथा: क्या हरित क्रांति ने भारत की पोषण सुरक्षा को कमजोर किया, कौन से खनिज की मात्रा हुई कम
देश में जब कम ऊंचाई वाली ऊंची पैदावार वाली फसलें लाई गईं, तो अनाज में मिनरल की मात्रा कम हो गई
झारखंडः गरीबों की थाली पर सरकारी डंडा, कहीं तीन तो कहीं दो महीने से राशन नहीं
केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत भेजे जाने वाले राशन में कटौती कर दी है
ग्राउंड रिपोर्ट, सरकारी राशन का सच: बीमार बेटी और दामाद के राशन कार्ड के लिए भटक रही है वृद्धा
दामाद को कैंसर है और बेटी मानसिक रूप से बीमार, लेकिन उनके राशन कार्ड नहीं बन रहे हैं। राजस्थान के बाड़मेर से जमीनी तहकीकात
सार्वजनिक वितरण प्रणाली से बाहर हुए नौ करोड़ से ज्यादा लोग: रिपोर्ट
2011 की जनगणना के आंकड़ों के हिसाब से पात्रता तय हो रही है और हर साल लाखों लोगों के नाम छूट जाते हैं