59 फीसदी भारतीयों ने माना दुनिया में चल रहा है जलवायु आपातकाल: सर्वे
सर्वेक्षण में शामिल 50 से भी ज्यादा देशों के दो-तिहाई लोगों ने इस समय को जलवायु आपातकाल माना है
जलवायु परिवर्तन के चलते भारत, चीन, श्रीलंका और केन्या में पड़ेगा चाय के उत्पादन और स्वाद पर असर
यदि वैश्विक ताप में हो रही वृद्धि जारी रहती है तो उसका असर उत्पादन के साथ-साथ चाय के स्वाद और स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद ...
हिंदू कुश हिमालय व तिब्बती पठार में तीन गुना बढ़ सकती है बाढ़ की विभीषिका
अध्ययन से पता चला है कि वर्तमान ग्लेशियर के पिघलने से बनी झीलों से छह में से एक के बहने से वहां रहने वाले ...
जलवायु परिवर्तन के चलते पृथ्वी की धुरी में आ रहा है बदलाव
जलवायु परिवर्तन और तापमान में हो रही वृद्धि के चलते दुनिया भर में ग्लेशियर बड़ी तेजी से पिघल रहे हैं जिसका असर पृथ्वी की ...
हिमालय क्षेत्र में नहीं हुई बाढ़ चेतावनी की व्यवस्था तो लाखों लोगों की जा सकती है जान
अध्ययनकर्ता एक उपग्रह नेटवर्क बनाने का भी सुझाव देते हैं जिसका उपयोग समस्याग्रस्त क्षेत्रों की निगरानी के लिए किया जा सकता है।
जलवायु परिवर्तन के चलते बदल रही है ध्रुवीय भालुओं के खाने की आदतें
जलवायु परिवर्तन के चलते जिस तेजी से आर्कटिक में ध्रुवीय भालुओं का शिकार क्षेत्र सिकुड़ रहा है उसका असर उनके खाने की आदतों पर ...
तपता हिमालय: दुनिया के मुकाबले अधिक तेजी से गर्म हो रहा है हिंदुकुश हिमालय
रिपोर्ट्स बताती हैं कि दुनिया के दूसरे इलाकों के मुकाबले हिमालयी क्षेत्र अधिक तेजी से गर्म हो रहे हैं
आर्कटिक में दोगुने से ज्यादा हो सकती हैं बिजली गिरने की घटनाएं
वैज्ञानिकों ने विश्लेषण के आधर पर बताया कि आर्कटिक का तापमान बढ़ने से बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ रही हैं।
जानिए अंटार्कटिका के ऊपर क्यों दिखाई दिया ओजोन छिद्र
1980 के मध्य में अंटार्कटिक ओजोन परत के गंभीर रूप से कमजोर होने का मामला पहली बार सामने आया था।
क्यों पहले की तुलना में 6 गुना ज्यादा स्थिर होते जा रहे हैं महासागर?
महासागरों का पानी गर्म होता जा रहा है वहीं ग्लेशियर तेजी से पिघल रहे हैं, इसके साथ ही बारिश के पैटर्न पर भी असर ...
स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए फायदेमंद है भारत का आहार संबंधी दिशानिर्देश
भारतीय आहार दिशानिर्देशों के अनुसार भोजन करने पर हर दिन तकरीबन 0.86 किलोग्राम सीओ2 के बराबर उत्सर्जन होता है, जोकि अमेरिकी गाइडलाइन से तकरीबन ...
जलवायु परिवर्तन के चलते बच्चों के भोजन में घट रही है विविधता, बढ़ रहा है कुपोषण
बढ़ते तापमान के साथ बच्चों के आहार में विविधता में घट रही है| साथ ही उनके भोजन में पोषक तत्वों की मात्रा भी कम ...
मिट्टी की नमी से सूखे क्षेत्रों में पानी की उपलब्धता पर बुरा असर पड़ता है: अध्ययन
अध्ययनकर्ताओं ने बताया कि शुष्क क्षेत्रों की मिट्टी की नमी में जलवायु परिवर्तन के कारण पर्याप्त गिरावट आने का अनुमान है
हैजा के प्रकोप का पूर्वानुमान और जान बचाने में मदद कर सकते हैं जलवायु के आंकड़े
पृथ्वी की परिक्रमा करने वाले उपग्रहों से लिए गए जलवायु आंकड़े, मशीन लर्निंग तकनीक के साथ मिलकर, हैजा के प्रकोप के बारे में अनुमान ...
लद्दाख इलाके में पिघलते ग्लेशियरों के भयंकर परिणाम हो सकते है : अध्ययन
शोध दल ने लद्दाख क्षेत्र के ग्लेशियरों से ढकी झीलों का एक व्यापक सर्वेक्षण किया। उन्होंने 50 साल की अवधि में इन झीलों की ...
जलवायु परिवर्तन के कारण कौन से जीव हैं विलुप्त होने के कगार पर, अध्ययन में लगाया पता
शोधकर्ताओं ने 9,200 से अधिक प्रजातियों को कवर करने वाले 290,000 से अधिक जीवाश्म रिकॉर्ड का उपयोग करते हुए, प्रमुख लक्षणों का एक डेटासेट ...
मार्च-अप्रैल की गर्मी में गेहूं ही नहीं, आम-चिकन-अंडे-सब्जी के उत्पादन पर भी पड़ा असर
आईसीएआर की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल की कम बारिश ने नुकसान को और बढ़ा दिया है
आर्कटिक महासागर दशकों पहले गर्म होने लगा था: अध्ययन
अटलांटीकरण के चलते आर्कटिक में तापमान बढ़ने की दर वैश्विक औसत से दोगुनी से अधिक है।
संसद में आज: साल 2080 तक वर्षा सिंचित चावल की पैदावार में 47 फीसदी तक की कमी आने की आशंका
देश के विभिन्न हिस्सों में ग्लोबल वार्मिंग के कारण चरम मौसम की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है।
व्यापार से संबंधित रणनीतियों से जलवायु संकट पर काबू पाया जा सकता है: अध्ययन
इंडोनेशिया भारत की तुलना में लगभग दो डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म है, दोनों देशों के बीच तापमान में एक डिग्री का अंतर होने से ...
शोधकर्ताओं ने बनाया दुनिया का पहला पर्यावरण अनुकूल, ऊर्जा बचाने वाला पेंट
तापमान में अंतर प्लास्मोनिक पेंट करने से ऊर्जा में महत्वपूर्ण बचत होगी। ठंडा करने के लिए कम बिजली का उपयोग करने से कार्बन डाइऑक्साइड ...
आने वाले 10 से 12 सालों में गर्मी अपने चरम तक पहुंच जाएगी, ऐसे चला पता
मशीन लर्निंग का उपयोग करने वाले दो जलवायु वैज्ञानिकों ने गणना की, कि पृथ्वी 2033 से 2035 के बीच 1.5 डिग्री सेल्सियस के निशान ...
भारत, पाकिस्तान में बढ़ रहा है ग्लेशियरों से बनी झीलों में घातक बाढ़ का खतरा
अध्ययन में कहा गया है कि 1.5 करोड़ लोग ग्लेशियरों से भरी झीलों के फटने से आने वाली बाढ़ के खतरे में हैं
भविष्य में हीटवेव से लाखों लोगों की जा सकती है जान : अध्ययन
ग्रीनहाउस गैस का उत्सर्जन सन 2100 तक इसी दर पर जारी रहता है, तो भविष्य में हीटवेव प्रति 1 लाख पर लगभग 73 लोगों ...
वर्षावनों पर पड़ रहा है गर्मी का असर, कम हो रहा है कार्बन अवशोषण, मर रहे हैं पेड़: अध्ययन
शोध से पता चलता है कि अमेजन में स्थिति सबसे खराब है, अनुमान लगाया गया है कि यह कार्बन अवशोषण करने के बजाय 2035 ...