‘पोस्ट ट्रुथ’ का सच
सरकारों ने हमेशा से काल्पनिक तथ्यों के जरिए प्रोपेगंडा को बढ़ावा दिया है। जबकि सोशल मीडिया के तीव्र प्रसार ने झूठ बोलने की कला ...
विश्व महासागर दिवस : सागर के सहारे भविष्य
अपने आरंभिक काल से आज तक महासागर जीवन के विविध रूपों को संजोए हुए हैं
विज्ञान गल्प की दुनिया
अपनी पहली वर्षगांठ के मौके पर विज्ञान गल्प पर विशेष खंड प्रस्तुत कर रहे हैं। ये लेख बताएंगे कि ऐसे गल्प भारत की तथाकथित ...
केदारनाथ आपदा के अवशेषों में छिपी जलवायु चक्र की कहानी
वैज्ञानिकों ने वर्ष 2013 की केदारनाथ आपदा के बाद वहां पाए गए वनस्पति के अवशेषों के अध्ययन से भारतीय मानसून की आठ हजार साल ...
जमीन की जद्दोजहद
झारखंड में आदिवासियों को जमीन से बेदखल करने के खिलाफ लोग सड़कों पर हैं। भविष्य में जमीन के लिए संघर्ष और तेज होगा।
हवा में जहर का कारोबार
दुनियाभर से सबसे गंदे ईंधनों पेट कोक और फर्नेस तेल को भारत में बड़ी मात्रा में मंगाया जा रहा है। अप्रैल 2007 तक 5 ...
मणिपुर की लोकटक झील में मिले कई उपयोगी जीवाणु
झील और उसकी फूमदियों में कई ऐसे जीवाणु मिले हैं, जो बहु-एंजाइम उत्पादक माने जाते हैं और पौधों की वृद्धि के लिए उत्तरदायी उत्प्रेरक ...
मौसम बदलने वाले बादल
प्रदूषकों से भरे बादल मौसम में बड़ा बदलाव ला सकते हैं। मौसम को प्रभावित करता करने वाला कारक एरोसॉल है।
ऑटोमेशन कौशल खत्म करेगा, इंसानी हस्तक्षेप जरूरी : आईएलओ
ग्लोबल कमीशन ऑन द फ्यूचर ऑफ वर्क का कहना है कि ऑटोमेशन और अन्य तकनीक कम दक्ष लोगों को काम से बेदखल कर देंगी
कामगारों को तकनीक से न बांधा जाए : आईएलओ
ग्लोबल कमीशन ऑन द फ्यूचर ऑफ वर्क नए नियमों और डिजिटल कार्यस्थल पर अधिकारों की मांग करता है
ऑटोमेशन से रोजगार पर बड़ा संकट मंडराएगा
ऑटोमेशन के कारण भारत सहित दुनिया के 1.20 करोड़ कामगारों की रोजी पर खतरा मंडरा रहा है
5 से 10 साल में कॉल सेंटर की नौकरियां खत्म हो जाएंगी
डाउन टू अर्थ ने ऑटोमेशन के खतरों और संभावनाओं पर भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली के निदेशक वी. रामगोपाल राव से बात की
शहर पर खर्च हो रहा है डीएमएफ का पैसा
खनन प्रभावित लोगों की बजाय फ्लाइओवर पर खर्च किया जा रहा है डीएमएफ का पैसा
वैज्ञानिकों ने किया ब्लैक होल की पहली तस्वीर का अनावरण
ब्लैक होल की भविष्यवाणी सबसे पहले अल्बर्ट आइंसटीन ने की थी, लेकिन अब तक किसी ने देखा नहीं था
क्यों शुरू हुई थी डाउन टू अर्थ मैगजीन
मई 1992 में डाउन टू अर्थ के संस्थापक संपादक अनिल अग्रवाल द्वारा मैगजीन के पहले अंक के लिए लिखा गया संपादकीय
न समस्या मानेंगे, न हल निकलेगा
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट द्वारा आयोजित अनिल अग्रवाल डायलॉग में पर्यावरण विषय पर न्यायमूर्ति मदन बी लोकुर के व्याख्यान के अंश -
शून्य छाया दिवस, जब परछाई भी साथ छोड़ देती है
क्या आप शून्य छाया दिवस के बारे में जानते हैं?
ग्रीन स्कूल अवार्ड 2018 - एक मुलाकात चेंज मेकर्स के साथ
सीएसई का ग्रीन स्कूल कार्यक्रम देशभर के छात्रों के पर्यावरणीय गतिविधियों का लेखाजोखा है। ये गतिविधियां स्कूली छात्रों व शिक्षकों द्वारा की जाती हैं
मील का पत्थर साबित होगा फूड लेवलिंग कानून: सीएसई
सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरमेंट ने भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) के खाद्य सुरक्षा एवं मानक (लेवलिंग एंड डिस्प्ले) विनियमनों 2019 मसौदे ...
जग बीती: चमत्कार के भरोसे विज्ञान!
पर्यावरण की चुनौती से संकट तो बढ़ा, लेकिन समावेश का अवसर भी मिला
सेंटर फॉर साइंस एनवायरमेंट (सीएसई) को 2018 को इंदिरा शांति पुरस्कार दिया गया। इस मौके पर सीएसई की महानिदेशक सुनीता नारायण द्वारा दिया गया ...
इन 10 साइंस रिसर्चर को मिला पुरस्कार, 6 को अकादमी प्रोफेसर की उपाधि
बायोलॉजिकल, केमिकल, फिजिकल और इंजीनियरिंग साइंस के क्षेत्र में काम कर रहे रिसर्चर को उत्कृष्ट शोध प्रबंध के लिए पुरस्कार प्रदान किया गया है
वोल्गा से गंगा नहीं, गंगा से वोल्गा की ओर बही इतिहास की धारा!
बताया गया था कि स्तेपी में वोल्गा नदी के किनारे से जो सभ्यता शुरू हुई, वह किस तरह गंगा घाटी तक पहुंची, मगर ताजा ...
नई खोज: जीवन बचा सकती है यह स्मार्ट शर्ट
आपकी सांसों को गिन सकती है यह स्मार्ट शर्ट, फेफड़ों की बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए है वरदान
कागज और पेंसिल से बनाया पोर्टेबल हीटर, कर सकते हैं कई काम
भारतीय वैज्ञानिकों ने कागज और पेंसिल की मदद से एक छोटा पोर्टेबल हीटर बनाया है। इसका उपयोग ऐसे कार्यों में किया जा सकेगा, जिनमें ...