90 से अधिक देशी बीज का संरक्षण कर रही है लक्ष्मी अम्मा, आत्मनिर्भर भारत के लिए बनी मिसाल
बीज पर कब्जा कर दुनिया पर कब्जा किया जा रहा है। “जोत जिसकी, बीज उनके ही” की मांग देश के कोने-कोने से उठ रही ...
मध्यप्रदेश के किसानों के लिए काला सोना नहीं रहा सोयाबीन, कौन है जिम्मेवार
सबसे अधिक सोयाबीन की फसल मध्यप्रदेश में उगाई जाती है, बावजूद इसके सोयाबीन उगाने वाले किसान लगातार घाटे में जा रहे हैं
डाउन टू अर्थ खास: बीज बाजार पर निजी कंपनियों का कब्जा, मुसीबत में किसान
पैदावार बढ़ाने के बहाने देश में निजी बीज कंपनियों का कारोबार बढ़ता जा रहा है। देसी बीज के बदले पहले किसानों को उन्नत बीज ...
मौसम की मार को मात देते मकान
2006 में बाड़मेर के न्यू कोटड़ा में आई बाढ़ में हजारों घर तबाह हो गए थे। इसके बाद जिन मकानों को बनाया गया वे ...
डाउन टू अर्थ पड़ताल: क्यों फेल हो रहे हैं गेहूं के नए किस्म के बीज, किसानों ने झेला नुकसान
नए बीजों से गुणवत्तायुक्त और उच्च पैदावार के दावों को जलवायु परिवर्तन ने झुठलाना शुरू कर दिया है
बीटी कॉटन को लेकर फिर से कठघरे में बीज कंपनियां
वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन में बीज कंपनियों द्वारा बीटी कॉटन के रिफ्यूज के लिए किसानों को दिए जा रहे बीज सही नहीं पाए ...
आहार संस्कृति: बेमिसाल है यह दाल
कुल्थी की दाल की तासीर ठंडी व गर्म होती है, गुर्दे पथरी के इलाज में इसका इस्तेमाल काफी लोकप्रिय है
परंपरागत भोजन के रहस्य खोलती एक किताब
यह किताब आपको जीविकोपार्जन से जुड़े परंपरागत भोजन के बारे में बताएगी। यह किताब उस व्यापार के बारे में है, जो अदृश्य है और ...
कपास का शाप: लगातार घाटे से तंग किसान बड़े पैमाने पर कपास से कर रहे तौबा
पंजाब में पिछले 10 वर्षों में कपास का उत्पादन घटकर करीब आधा रह गया है
'व्हीट ब्लास्ट' से गेहूं को खतरा, दक्षिण अमेरिका से एशिया और अफ्रीका में फैली बीमारी
वैज्ञानिकों ने चेताया है कि यह फंगस दुनिया में कहीं भी गेहूं की फसलों को अपना निशाना बना सकता है। साथ ही यह फफूंद ...
कैसे हो एशियाई देशों में खराब भूमि और जंगलों की बहाली?
अध्ययन के मुताबिक 4.75 करोड़ हेक्टेयर भूमि के पुनर्स्थापन लक्ष्य को पूरा करने के लिए लगभग 15,700 करोड़ बीजों की आवश्यकता पड़ेगी।
संसद में आज: जीएम कॉटन से बढ़ी किसानों की आमदनी
22 फरवरी 2021 को राज्यसभा में पूछे गए सवालों के जवाब में सरकार की ओर से केंद्रीय पर्यावरण एवं वन राज्यमंत्री बाबुल सुप्रियो ने ...
फल खाने वाले पक्षियों के बिना कार्बन जमा करने में आएगी 38 फीसदी की कमी : अध्ययन
अध्ययन के आंकड़ों से पता चलता है कि कम घने जंगल पक्षियों की आवाजाही को सिमित करते हैं, जिससे कार्बन रिकवरी की संभावना 38 ...
आहार संस्कृति: भूला-बिसरा चिलबिल, ऐसे बनाएं खीर
चिलबिल के बीजों का उपयोग ग्रामीण अंचलों तक ही सीमित होकर रह गया है
लगातार घट रही है बीज उत्पादन में मदद करने वाले परागणकों की संख्या
82 फीसदी पौधों की प्रजातियां कीड़ों द्वारा परागित होती हैं, 6 फीसदी कशेरुकी द्वारा परागित होती हैं, जबकि हवा द्वारा केवल 12 फीसदी पौधों ...
दुनिया भर में कैसे बढ़ा बीज व पौधों में जैव विविधता पैटर्न: शोध
शोधकर्ताओं ने दुनिया भर के 912 भौगोलिक क्षेत्रों और लगभग 3,20,000 प्रजातियों को शामिल करते हुए क्षेत्रीय पौधों की सूची के एक बड़े डेटासेट ...
डाउन टू अर्थ खास: जीआई टैग को बढ़ावा देने से किसे होगा फायदा?
जीआई टैग अथवा भौगोलिक संकेतकों की संख्या बढ़ाने के लिए वाणिज्य मंत्रालय का अभियान काफी सुस्त है, जिससे स्थानीय समुदायों को कोई लाभ नहीं ...
मूंगफली की नई किस्मों को बढ़ावा देने के लिए इक्रीसेट की नई पहल, किसानों को होगा फायदा
तेलंगाना सरकार द्वारा समर्थित इस पहल का उद्देश्य मूंगफली उत्पादन का विस्तार करना है। वर्तमान समय में तेलंगाना में तीन लाख हेक्टेयर भूमि पर ...
बीज के फेर में फंसा किसान
सरकार के आंकड़े बता रहे हैं कि बीज की उपलब्धता मांग से अधिक है लेकिन इसके बावजूद किसानोें को उनकी जरूरत के अनुसार बीज ...
जंगलों में बीजों के उत्पादन में बदलाव का कारण बना जलवायु परिवर्तन
दुनिया भर के जंगलों में जलवायु में हो रहे बदलाव, बढ़ते तापमान और सूखे की वजह से पेड़ों के बीज उत्पादन और बीजों के ...
पारंपरिक फसलों के संरक्षण के बावजूद अभी भी कई फसलें विलुप्ति के कगार पर
पिछले 50 वर्षों में बीजों के संरक्षण को सुनिश्चित करने और फसल प्रजनन उनकी उपलब्धता को बढ़ाने के लिए जीन बैंकों का उपयोग किया ...
वैज्ञानिकों ने माना, किसानों के पारंपरिक ज्ञान से रुक सकता है जलवायु परिवर्तन
वैज्ञानिकों का मानना है कि किसानों और स्थानीय समुदायों का पारंपरिक ज्ञान इससे निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता हैं
इस बार खरीफ फसलों की 59 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रों में बुवाई हुई
खरीफ सीजन के लिए बुवाई के अंतिम आंकड़े 1 अक्टूबर 2020 को आने की उम्मीद है।
आवरण कथा: गेहूं चावल की पैदावार तो बढ़ी, लेकिन साथ ही जहरीले तत्व भी बढ़ गए
अनाज की पैदावार बढ़ाने के लिए पौधे कुछ खास पोषक तत्वों को बहुत ज्यादा मात्रा में ले रहे हैं। उसी रास्ते से हानिकारक तत्व ...
आवरण कथा: क्या हरित क्रांति ने भारत की पोषण सुरक्षा को कमजोर किया, कौन से खनिज की मात्रा हुई कम
देश में जब कम ऊंचाई वाली ऊंची पैदावार वाली फसलें लाई गईं, तो अनाज में मिनरल की मात्रा कम हो गई