अंतिम पड़ाव पर पहुंचा खरीफ सीजन, धान-दलहन का रकबा घटा
खरीफ सीजन में मानसून की बेरुखी की वजह से सबसे अधिक प्रभावित राज्य झारखंड है, जहां धान और दलहन की बुआई काफी कम हुई ...
भारत में नवंबर तक 12.5 लाख तक पहुंच सकता है कोविड-19 से मरने वालों का आंकड़ा: आईएचएमई
आईएचएमई के अनुसार वास्तव में कोविड-19 से होने वाली मौतें सरकारी आंकड़ों से करीब 2.8 गुना ज्यादा है। यह इस बात को साबित करते ...
आंदोलन में शामिल किसानों को क्यों जारी किए गए 50 लाख रुपए के नोटिस
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने किसानों को नोटिस जारी किए हैं
लॉकडाउन में 50 फीसदी बढ़ा रिवर्स रेमिटेंस, गांव से महानगर खातों में पहुंचे पैसे
बिहार में छपरा, दरभंगा, मोतिहारी और मध्य प्रदेश में सागर जैसी जगहों से लोगों ने महानगरों को इंडिया पेयमेंट बैंक के माध्यम से खातों ...
गांव-खेत बाढ़ में डूबे हैं और रोजगार लॉकडाउन ने छीन लिया
कई राज्यों की नदियां ऊफान पर है जिसने 60 लाख से ज्यादा लोगों को नई मुसीबत में डाल दिया है
प्रवासी श्रमिकों ने श्रमदान से पुनर्जीवित की घरार नदी
सालों पहले चैक डेम बनने से जब नदी का पानी कम हो गया तो खेतों की सिंचाई रुक गई और धीरे-धीरे लोग गांव छोड़ ...
लॉकडाउन में बदलाव: यूपी में ईंट-भट्ठों को मैनुअल खनन के लिए नहीं लेनी होगी पर्यावरण मंजूरी
सड़क, पाइपलाइन जैसे रैखीय परियोजनाओं के लिए मिट्टी का खनन करने की इजाजत होगी। इसके अलावा बांध-जलाशयों आदि से गाद की सफाई के लिए ...
वायु प्रदूषण : न भागने की जगह है, न छिपने का ठौर
दिल्ली में 50 हजार औद्योगिक ईकाइयां और सैकड़ों निजी डीजल बसों ने अपना कारोबार फैला लिया लेकिन कार्रवाई कुछ न हुई। वायु प्रदूषण के ...
123 वर्षों में सबसे ज्यादा सूखा रह सकता है इस बार का अगस्त: विशेषज्ञ
एक से 21 अगस्त के बीच भारत में कुल 115.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है
शिमला विकास योजना के मामले में एनजीटी ने गठित की उच्चस्तरीय समिति
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
बदहाल है झारखंड की सरकारी शिक्षा व्यवस्था, स्कूलों में नहीं है शौचालय और बिजली-पानी की सुविधा
सर्वेक्षण से पता चला है कि सर्वे में शामिल किसी भी स्कूल में शौचालय और बिजली, पानी की सुविधा नहीं थी। यदि कहीं शौचालय ...
आवरण कथा: खात्मे की ओर बढ़ रहा है भूजल?
एक साल में जितना पानी जमीन के भीतर पहुंचाया जा रहा है, उसमें से 62 प्रतिशत पानी निकाला जा रहा है। पांच राज्यों में ...
उत्तर प्रदेश के किसान से तीन गुणा अधिक कमाता है पंजाब का किसान
एनएसओ के मुताबिक, मेघालय के बाद पंजाब के किसान परिवारों की औसतन मासिक आमदनी सबसे अधिक है
उत्तरप्रदेश के रिहाइशी क्षेत्रों से उद्योगों को हटाने के निर्देश, एनजीटी ने मांगा जवाब
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें –
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: वृंदावन में यमुना बाढ़ क्षेत्र में किया अवैध निर्माण
कोरोना का कहर: उत्तर प्रदेश का आगरा मॉडल क्यों फ्लॉप साबित हुआ, कहां हुई चूक?
आगरा में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच यह सवाल उठने लगा है कि क्या 'आगरा मॉडल' फेल हो गया है?
कोविड-19: यूपी की औद्योगिक ईकाइयों को जल और वायु कानून की अनिवार्य शर्त से मिली छूट
लॉकडाउन के दौरान जल और वायु कानून संबंधी अनिवार्य वैधता समाप्त होने और आवेदन करने के दर्मियान औद्योगिक ईकाइयों को जल और वायु प्रदूषण ...
हेल्थ इंडेक्स: निचले पायदान पर बने हुए हैं उत्तर प्रदेश-बिहार
नीति आयोग की रिपोर्ट में उत्तर प्रदेश-बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली देखी जा सकती है
पराली समस्या पर सरकारी प्रयास अव्यावहारिक, क्या है पर्यावरण हितैषी स्थायी समाधान?
किसान मजबूरी में पराली जलाते हैं, इसलिए उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने से इसका समाधान नहीं निकलेगा
दूध गंगा को मैला कर रहा है उसमें छोड़ा जा रहा सीवेज और कचरा, हलफनामे में हुआ खुलासा
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: जानें, यूपी के मुख्य सचिव से क्यों नाराज हुआ एनजीटी
पर्यावरण संबंधी मामलों में अदालतों में क्या हुआ, यहां पढ़ें सार
गैरकानूनी है किसानों के अतिरिक्त अन्य किसी को वसीयत के जरिए कृषि भूमि का हस्तांतरण: सुप्रीम कोर्ट
जानिए क्यों खनन के मामले में एनजीटी ने उत्तरप्रदेश सरकार से मांगा जवाब
एनजीटी के समक्ष उत्तर प्रदेश सरकार के उस सर्कुलर पर सवाल उठाया गया है, जिसमें सरकार ने ईंट भट्टों और हाथ से बने बर्तनों ...
वाराणसी में मैली होती गंगा को बचाने के लिए एनजीटी ने सिफारिशें लागू करने का दिया निर्देश
एनजीटी ने निर्देश दिया है कि गंगा में छोड़े जा रहे दूषित पानी को रोकने के लिए संयुक्त समिति की सिफारिशों को लागू किया ...
पक्षी विहार के प्रभाव क्षेत्र से बाहर है प्रस्तावित वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन: संयुक्त समिति रिपोर्ट
रिपोर्ट के अनुसार कोटा में प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन, उम्मेद गंज पक्षी विहार संरक्षण रिजर्व से करीब 720 मीटर दूर है