शोधकर्ताओं ने खोजा हिम तेंदुओं को बचाने का रास्ता
हिम तेंदुओं के संरक्षण में स्थानीय समुदायों को शामिल करना और उनकी आजीविका सुनिश्चित करना एक बेहतर रणनीति हो सकती है
भरतपुर के केवलादेव से विलुप्त हुईं कई जीव प्रजातियां
जीवों की आबादी में होने वाले परिवर्तन के लिए स्थलीय एवं नम आश्रय-स्थलों में बदलाव को जिम्मेदार माना जा रहा है
विलुप्ति का सामना कर रहे नए लंगूर की हुई खोज
वैज्ञानिकों ने म्यांमार के जंगलों में रहने वाली एक नई प्रजाति के लंगूर की पहचान की है
अरुणाचल प्रदेश में मिली कछुए की दुर्लभ प्रजाति
भारत में पहली बार कछुए की दुर्लभ प्रजाति मनोरिया इम्प्रेसा की मौजूदगी का पता चला है
वैज्ञानिकों ने खोजी दुनिया की अब तक की सबसे बड़ी हरे एनाकोंडा की नई प्रजाति
हरे एनाकोंडा की सबसे बड़ी मादाएं सात मीटर से अधिक लंबी हो सकती हैं और उनका वजन 250 किलोग्राम से अधिक हो सकता है
तमिलनाडु के टाइगर रिजर्व में मिली स्किंक्स की नई प्रजाति
वैज्ञानिकों ने तमिलनाडु के एक जंगल में ट्रेपेज़ॉयड या चतुर्भुज के आकार के नाक वाली एक नई प्रजाति की खोज की है
बैठे ठाले: अगले जनम मोहे कूनो न भेजियो!
“प्रभु मुझे कूनो नहीं भा रहा है। मैं चाहती हूं कि आप मुझे नामीबिया भेज दें जहां मैं सत्यवान के बच्चों की मां बन ...
वैज्ञानिकों ने इक्वाडोर में खोजी सांपों की तीन दुर्लभ नई प्रजातियां
इक्वाडोर में खोजे गए ये सांप शर्मीले और आम तौर पर दुर्लभ होते हैं तथा वे अपने जीवन के अधिकांश समय छिपे रहते हैं
उत्तराखंड: वन्य जीवों की दहशत से ‘भुतहा’ होते गांव
गुलदार के डर से उत्तराखंड के पौड़ी जिले के दो गांव एक सप्ताह में खाली हो गए और एक गुलदार भी मारा गया, लेकिन ...
रेगिस्तान के ओरणों में क्यों मर रहे चिंकारा?
राजस्थान के जैसलमेर जिले के ओरणों में पिछले तीन-चार महीनों में 100 से ज्यादा चिंकारा हिरणों की अकाल मौत हुई है
विलुप्ति के कगार पर पहुंची एशियाई चीता ने दुर्लभ शावकों को दिया जन्म
चीता एक बार भारत के पूर्वी इलाकों में रहते थे, अब वे दक्षिण अफ्रीका के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं, लेकिन वे उत्तरी ...
जंगल की आग के धुएं से बदल रहा है जंगली जानवरों के बच्चों का व्यवहार
अध्ययन से पता चला कि धुएं के सम्पर्क में आए बच्चों में उत्तेजित होने में वृद्धि देखी गई, तनाव, याददास्त की कमी और अन्य ...
जीनोम अनुक्रमण से विलुप्ति की कगार पर पहुंचे गैंडों को बचाया जा सकता है : अध्ययन
अध्ययनकर्ताओं का मानना है कि वर्तमान गैंडों में तुलनात्मक रूप से कम सजातीय प्रजनन (इनब्रीडिंग) का स्तर इनकी आबादी में गिरावट का मुख्य कारण ...
जीवों के संरक्षण के लिए बेहद मददगार हो सकता है उनकी आदतों और संस्कृति को समझना
इंसानों की तरह ही हाथी, चिंपांज़ी और व्हेल जैसी प्रजातियां एक दूसरे से सीखती हैं, और अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ी तक अर्जित ...
अफ्रीका और एशिया के तेंदुए आनुवंशिक रूप से अलग हैं, डीएनए विश्लेषण से चला पता
वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने प्राकृतिक इतिहास संग्रहालयों में संग्रहीत 26 आधुनिक और ऐतिहासिक नमूनों का आनुवंशिक विश्लेषण किया।
एसओई 2021: पर्यावरण संबंधी 50,000 से ज्यादा मामले अदालतों में लंबित
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट रिपोर्ट (एसओई) कहती है- पर्यावरणीय अपराध के मामले बढ़ रहे हैं, निपटारों की प्रक्रिया सुस्त है
जिम कार्बेट में एक और बाघ की मौत, क्या हैं कारण
जिम कार्बेट सहित उत्तराखंड के दूसरे टाइगर रिजर्व में बाघों की मौतों को लेकर शिकारियों व वन विभाग अधिकारियों के बीच मिलीभगत के आरोप ...
सड़कों का निर्माण बढ़ा तो लुप्त हो जाएंगे बाघ: अध्ययन
अध्ययन में दुनिया भर के 13-देशों में लगभग 450,000 वर्ग-मील नियोजित सड़क नेटवर्क से बाघों पर पड़ने वाले प्रभावों को जानने का प्रयास किया ...
केरल में गर्भवती हथिनी की हत्या के बहाने वन्यजीवों के खिलाफ साजिशों की पड़ताल जरूरी
मेनका गांधी को यह भली-भांति पता है कि तमाम विकास योजनाओं का सबसे बुरा प्रभाव देश के वन्यजीवों पर पड़ा है
भारत में खरमोर की आबादी पर छाया संकट, पक्षी प्रेमी निराश
भारत में खरमोर नाम के खूबसूरत पक्षी केवल 264 ही बचे हैं, घटती संख्या को देखते हुए अब अजमेर में इनके संरक्षण का प्रयास ...
जंगली जानवर को देख कर हूटर बजा देती है यह मशीन, आईआईटी कानपुर के छात्रों ने की तैयार
उत्तराखंड में पिछले 5 साल के दौरान गुलदार के हमले से 25 लोगों की मौत हो चुकी है, साथ ही फसलों का नुकसान भी ...
भारत में बाघों की संख्या 2967 हुई, मध्यप्रदेश में सबसे अधिक
सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में बाघों की गणना की रिपोर्ट जारी की। इसके मुताबिक, 2014 के मुकाबले 2018 में 30 ...
मत्स्य कृषि में संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है मजबूत निगरानी तंत्र
भारत चीन के बाद दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा झींगा उत्पादक है। लेकिन संक्रामक रोग झींगा उत्पादन के लिए सबसे बड़ा खतरा माने जाते ...
जयपुर की नाहरगढ़ वाइल्डलाइफ सेंचुरी में व्यावसायिक गतिविधियां, एनजीटी ने मांगी रिपोर्ट
एनजीटी ने जिला वनाधिकारियोंं की भूमिका की भी जांच करने को कहा है
शाकाहारी जीवों पर अधिक है विलुप्ति का खतरा, जानें क्यों
पिछले 500 वर्षों में कम से कम 368 कशेरुक प्रजातियां विलुप्त हो गई हैं।