पद्मश्री पाने के बाद क्यों बढ़ गई इन आदिवासियों की आर्थिक बदहाली?
आदिवासी वर्ग को पद्मश्री तो मिल जाता है, लेकिन आर्थिक तंगी की वजह से इसके बाद उनकी परेशानियां बढ़ जाती हैं
बुग्यालों का संरक्षण: पर्यटन और पर्यावरण के बीच तालमेल कितना जरूरी?
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने दयारा बुग्याल में 200 से अधिक लोगों के जुटने पर रोक लगा दी है, तब से यह सवाल उठ रहा है ...
ठंडी जलवायु के प्रभाव में आने से ऑर्किड की प्रजातियों में विविधता आई: अध्ययन
दुनिया भर में ऑर्किड की लगभग 28,000 प्रजातियां उगती हैं। ये पौधे विभिन्न आकार और अलग-अलग तरह के फूलों की भारी विविधता के लिए ...
साक्षात्कार: पौधों के बेहतर अभिभावक होते हैं बच्चे
नूरसराय के रहने वाले राजीव के नेतृत्व में स्वयंसेवकों का एक समूह 500 से 600 पौधों को मिनी वैन में लेकर स्कूलों, बाजारों या ...
वनवासियों पर भारी न पड़ जाए सरकार की जल्दबाजी
आरोप है कि मंशा सही होने के बावजूद छत्तीसगढ़ सरकार आदिवासियों के दावों की सुनवाई में जल्दबाजी कर रही है
अनुसूचित जनजाति का दर्जा पाने के लिए कोल समाज कर रहा है संघर्ष
मध्यप्रदेश में कोल समुदाय को आदिवासी माना जाता है, लेकिन उत्तर प्रदेश में अनुसूचित जाति में शामिल किया गया है।
महुए की मिठास अब होगी खास!
आदिवासियों द्वारा महुए से बनाए जाने वाले पारंपरिक पेय को शहरी बाजार में उतारने के लिए ट्राईफेड ने आईआईटी दिल्ली के साथ मिलकर तैयार ...
इंसानों के कारण व्यवहार बदल रहे हैं चिम्पांजी
आबादी घटने के साथ ही चिम्पांजी का व्यवहार परिवर्तित हो रहा है। इंसान ही चिम्पांजी के सांस्कृतिक पतन के मूल में हैं
वन अधिकार कानून – जनजाति कार्य मंत्रालय का आधिकारिक अधिग्रहण, वन विभाग हुआ शक्ति सम्पन्न
यह अनुष्ठान वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के दोनों मंत्रियों प्रकाश जावडेकर और बाबुल सुप्रियो के लिए बा हैसियत अंतिम अनुष्ठान साबित हुआ
जैव विविधता में किस तरह आ रहा है बदलाव, जानने के लिए वैज्ञानिकों ने बनाई पद्धति: शोध
शोधकर्ताओं ने बताया कि वनों की निगरानी करने, जैव विविधता में बदलाव के बारे में पता लगाने के लिए यह पद्धति सबसे अधिक उपयोगी ...
विश्व पर्यावरण दिवस: उत्तराखंड में ऑर्किड फूलों से लेकर लुप्त होने की कगार पर पहुंची वनस्पतियों को बचाने की कोशिश
लेडीज़ स्लिपर यानी स्त्रियों के जूते के आकार सरीखे ऑर्किड फूल पश्चिमी हिमालय में खतरे की जद में आ गई प्रजातियों में शामिल है। ...
कानूनी संरक्षण के अभाव में जर्जर हालत में पहुंचे करोड़ों वर्ष पुराने भूस्मारक
भारत सरकार की नई राष्ट्रीय खनिज नीति देखकर लगता है कि अगली पीढ़ी को भूगर्भीय इतिहास से परिचित कराने में सरकार की कोई रुचि ...
खतरे में समुद्री मेगाफ्यूना, जैवविविधता को होगा भारी नुकसान
यदि इसी तरह चलता रहा, तो अगले 100 वर्षों में औसतन 18% समुद्री मेगाफ्यूना की प्रजातियों का नुकसान हो सकता है, जिससे पारिस्थितिक कार्यों ...
न कोरोना का भय, न लॉकडाउन का असर, यहां नहीं थमी जिंदगी
झारखंड की अनुसूचित जनजाति की 80 फीसदी आबादी जंगलों में रहती है और इनकी जिंदगी में अभी कोई बदलाव नहीं आया है
कैग ने पकड़ी राजस्थान के वन एवं पर्यावरण विभाग की खामियां
वन्यजीव एवं पर्यावरण संबंधी अपराधों में राजस्थान का नंबर दूसरा है, बावजूद इसके सरकार गंभीर नहीं है
डीएमएफ: केवल 34 प्रतिशत पैसा ही खर्च कर पाए राज्य
खनन की वजह से विस्थापित होने वाले लोगों के लिए सरकारें खनन कंपनियों से पैसा तो वसूल रही हैं, लेकिन विस्थापितों पर खर्च नहीं ...
देश में चल रहे हैं 703 जमीनी विवाद, 65 लाख लोग प्रभावित: रिपोर्ट
लैंड कंफ्लिक्ट वाच की नई रिपोर्ट में कहा गया है कि राज्य सरकारों ने जब से लैंड बैंक बनाना शुरू किया है, तब से ...
अब राजस्थान में क्यों मर रहे हैं मोर?
राजस्थान के नागौर जिले की डेगाना तहसील में सोमवार सुबह 26 मोरों की मौत हो गई। साथ ही 7 मोर घायल हुए हैं जिनका ...
अगले 50 सालों में विलुप्त हो जाएंगी एक तिहाई प्रजातियां, जानें क्यों?
तापमान में 0.5 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि करीब आधी स्थानीय प्रजातियों को नष्ट कर देंगी। जबकि 2.9 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि से करीब 95 ...
मौसम का असर, भोपाल में 60 प्रतिशत कम आए प्रवासी पक्षी
विशेषज्ञ मान रहे कि मौसम में उतार-चढ़ाव की वजह से कम संख्या में प्रवासी पक्षी आए हैं, देशभर के 120 पक्षी विशेषज्ञाें ने गिनती की
जल्द नहीं मुरझाएगा यह फूल, वैज्ञानिकों ने विकसित की नई किस्म
भारतीय वैज्ञानिकों ने अब गुलदाउदी की ऐसी किस्म विकसित की है, जो सर्दियों के अंत तक खिली रहेगी
2019 विज्ञान की चुनिंदा तस्वीर : घोंघे के 10 समृद्धशाली परिवार से 60 फीसदी विलुप्ति
घोंघा पारिस्थितिकी को बेहतर रखने में बड़ी भूमिका अदा करते हैं। ऐसे में घोंघे के एक प्रजाति की विलुप्ति भी बड़ी हानि है।
झारखंड में आदिवासियों के गुस्से का शिकार हुई भाजपा: विशेषज्ञ
झारखंड के आदिवासियों को डर था कि रघुवर दास सरकार दोबारा बनी तो उन्हें अपनी जमीन से हाथ धोना पड़ सकता है
डायनासॉर काल में धरती पर मौजूद थीं मधुमक्खियां?
वैज्ञानिकों ने इस बात का पता लगाया है कि विलुप्त हो चुके डायनासॉर के जमाने में भी मधुमक्खियां होती थी और मधुमक्खियां और डायनासॉर तकरीबन ...
सरकार ने बनाई स्टेंडिंग कमेटी, चिलिका झील की तर्ज पर बचेगी सांभर झील
सांभर झील में लगभग 21 हजार पक्षियों की मौत होने के बाद अब सरकार ने कई कदम उठाए हैं