अब राजस्थान में क्यों मर रहे हैं मोर?

राजस्थान के नागौर जिले की डेगाना तहसील में सोमवार सुबह 26 मोरों की मौत हो गई। साथ ही 7 मोर घायल हुए हैं जिनका वेटनरी अस्पताल में इलाज चल रहा है

By Madhav Sharma

On: Tuesday 18 February 2020
 
राजस्थान के नागौर जिले में मोर मृत पाए गए हैं। फोटो: माधव शर्मा

माधव शर्मा

दो माह पहले प्रवासी पक्षियों की मौत के बाद अब राजस्थान के नागौर जिले की डेगाना तहसील में सोमवार सुबह 26 मोरों की मौत हो गई। साथ ही 7 मोर घायल हुए हैं जिनका वेटनरी अस्पताल में इलाज चल रहा है। वन विभाग के आला अधिकारी टीम के साथ मौके पर मौजूद हैं। मृत मोरों का मंगलवार को पोस्टमार्टम किया जाएगा और लिए गए सैंपलों को फोरेंसिक जांच के लिए जयपुर भेजा जाएगा।

घटना नागौर जिले की डेगाना तहसील के मीठड़िया गांव में गुर्जरों की ढाणी की है। ढाणी में स्थित देवनारायण मंदिर के पास रोजाना की तरह मोर दाना चुगकर पास के खेतों में बैठे थे। वहां किसी अज्ञात व्यक्ति ने जहरीला दाना डाला और उसे खाने से मोरों के मरने का सिलसिला शुरू हुआ। सूचना मिलने पर वन विभाग के एसीएफ सुनील और संबंधित अधिकारी गांव पहुंचे। वन विभाग की टीम ने मृत मोरों को पोस्टमॉर्टम और घायलों को वेटनरी अस्पताल में इलाज के लिए भेजा।

नागौर एसीएफ सुनील ने डाउन-टू-अर्थ को बताया कि शिकार की संभावनाओं को देखते हुए गांव वालों से पूछताछ चल रही है, लेकिन विभाग के अधिकारियों को अभी तक कोई साक्ष्य नहीं मिला है।

एसीएफ सुनील ने आगे बताया कि ग्रामीणों ने देवनारायण मंदिर के पास पशु-पक्षियों के लिए दाना और पानी की जगह बनाई हुई है। हर रोज सुबह 7-8 बजे के बीच यहां मोर सहित कई प्रजातियों के पक्षी दाना चुगने आते हैं। दाना चुगने के बाद मोरों के बैठने की जगह पर किसी ने जहरीला दाना डाला और उसे खाते ही मोर मरने शुरू हो गए। इस क्षेत्र में यह पहली घटना है।

वहीं, नागौर डीसीएफ ज्ञानचंद ने डाउन टू अर्थ को बताया कि सूचना मिलते ही गांव में अधिकारियों को भेज दिया है। पूरी रिपोर्ट आना अभी बाकी है। जहरीला दाना खिलाने की बात सामने आ रही है। पोस्टमॉर्टम के बाद मोरों की मौत की हकीकत सामने आ पाएगी। वन विभाग के रेंज ऑफिसर, फॉरेस्ट गार्ड सहित 12 से ज्यादा अधिकारी गांव में ही मौजूद हैं।

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