फरवरी माह में देश में बारिश के सामान्य रहने का अनुमान, मौसम विभाग ने जारी किया आउटलुक

भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के अधिकांश हिस्सों, पश्चिम मध्य भारत के कई हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के अलग-अलग इलाकों में बारिश के सामान्य से अधिक होने का अनुमान है

By Dayanidhi
Published: Thursday 02 February 2023
फोटो साभार : विकिमीडिया कॉमन्स

मौसम विभाग के अनुसार फरवरी 2023 में पूर्वी उत्तर प्रदेश, पश्चिम उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख सहित उत्तर पश्चिमी भारत में बारिश के लंबी अवधि के औसत (एलपीए) 89 से 112 फीसदी रहने का अनुमान है। 

उपरोक्त हिस्सों में, इस महीने, जनवरी से मार्च तक होने वाली वार्षिक वर्षा का लगभग 18 प्रतिशत बारिश होती हैं। वहीं इसी अवधि के दौरान जम्मू और कश्मीर तथा लद्दाख विशेष रूप से अपनी वार्षिक वर्षा का लगभग 31 प्रतिशत बारिश होती है।

मौसम विभाग ने फरवरी महीने में उत्तर पश्चिमी भारत में औसत से अधिक बारिश होने का पूर्वानुमान लगाया गया है। वहीं पूरे देश में फरवरी माह में बारिश की बात करें तो भारत में इसके औसत रहने के आसार हैं।

यहां बताते चलें कि इस क्षेत्र में रबी की फसलों के लिए सर्दियों की बारिश बहुत महत्वपूर्ण है। साथ ही यह इसे क्षेत्र के जल प्रबंधन के लिए भी अहम है। इन्हीं कारणों से, मौसम विभाग के द्वारा उत्तर पश्चिमी भारत में सर्दियों की बारिश के लिए लंबी अवधि का पूर्वानुमान जारी करता है।

पूरे देश की बात करें तो फरवरी के महीने में बारिश के लंबी अवधि के औसत (एलपीए) का 82-119 फीसदी रहने का पूर्वानुमान है। वहीं पूर्वोत्तर, पूर्व और पूर्व मध्य भारत के अधिकांश हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के कई हिस्सों में बारिश के सामान्य से कम होने के आसार हैं।

भारत के दक्षिणी प्रायद्वीप के अधिकांश हिस्सों, पश्चिम मध्य भारत के कई हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के अलग-अलग इलाकों में बारिश के सामान्य से अधिक होने का अनुमान है

कैसा रहेगा तापमान?
मौसम विभाग ने फरवरी महीने के दौरान, देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान के सामान्य से नीचे रहने का पूर्वानुमान है, उत्तर-पूर्व और इससे सटे पूर्वी भारत, पश्चिमी तट के उत्तरी हिस्सों और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर, तापमान के सामान्य से ऊपर रहने का पूर्वानुमान लगाया गया है।

देश में अधिकतम तापमान की बात करें तो फरवरी के महीने प्रायद्वीप के अधिकांश हिस्सों और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से नीचे रहने के आसार हैं।

वहीं पूर्व और पूर्वोत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों, पूर्व मध्य भारत और उत्तर पश्चिम तथा पश्चिम मध्य भारत के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान के सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है। देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य रहने की संभावना है।

कैसा रहेगा समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी)?
मौसम विभाग के मुताबिक प्रशांत और हिंद महासागर में समुद्र की सतह का तापमान (एसएसटी) की स्थिति वर्तमान में भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में ला नीना की स्थिति बनी हुई है। आने वाले महीनों में ला नीना स्थितियों के कमजोर पड़ने की संभावना है।

वर्तमान में, हिंद महासागर में तटस्थ आईओडी की स्थितियां बनी हुई हैं और नवीनतम एमएमसीएफएस पूर्वानुमान से पता चलता है कि तटस्थ आईओडी स्थितियों के पूरे अवधि के दौरान जारी रहने की संभावना है।

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