कूनो में एक और मादा चीता 'दक्षा' की मौत, मेटिंग में हिंसक झड़प बनी वजह

राष्ट्रीय उद्यान में अब कुल 17 चीते बचे हैं। फरवरी, 2023 में दक्षिण अफ्रीका के हिंडनबर्ग पार्क से सात नर और पांच मादा चीतों को एक खास बॉक्स में रखकर वायुसेना के विमान से लाया गया था। 

By Vivek Mishra
Published: Tuesday 09 May 2023
फोटो साभार :कंजर्वेशन साइंस एंड प्रैक्टिस पत्रिका

मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में दक्षिण अफ्रीका से भारत लाई गई एक और मादा चीता "दक्षा" की मौत हो गई है। चीता के कुनबे में लगातार तीसरे महीने यह मौत हुई है। इससे पहले मार्च महीने में मादा चीता साशा की और अप्रैल महीने में नर चीता उदय की मौत हुई थी। 

दक्षा की मौत के बारे में आधिकारिक बयान में कहा गया है "मादा चीता दक्षा पर पाए गए घाव पहली नजर में हिंसक इंटरेक्शन संभवतः मेटिंग के दौरान किया गया प्रतीत होता है। नर कोयलिशन चीता द्वारा मेटिंग के दौरान मादा चीतों के साथ हिंसक व्यवहार सामान्य है।" 

कूनो राष्ट्रीय उद्यान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कूनो उद्यान में दक्षा को निगरानी दल ने घायल अवस्था में पाया था, जिसका चिकित्सकों द्वारा इलाज भी किया गया हालांकि, 9 मई, 2023 को दोपहर 12 बजे दक्षा की मौत हो गई। 

चीतों के लिए बनाए गए बाड़ों में क्रमांक संख्या 1 में दक्षा को छोड़ा गया था, साथ ही इसी बाड़े में नर कोएलिशन अग्नि और वायु को भी बाड़ा क्रमांक 7 से निकालकर छोड़ा गया था। इस मिलान के लिए 30 अप्रैल को एक बैठक में निर्णय लिया गया था। बैठक में यह तय हुआ था कि बाड़ा नंबर 7 से दक्षिण अफ्रीकी नर चीता अग्नि और वायु को दीक्षा से मिलाया जाएगा। 

फिलहाल दक्षा के पोस्टमार्ट रिपोर्ट आना बाकी है। वहीं, मेटिंग के दौरान होने वाले हिंसक झड़प को ही दक्षा की मौत की पहली वजह माना जा रहा है।

राष्ट्रीय उद्यान में अब कुल 17 चीते बचे हैं। फरवरी, 2023 में दक्षिण अफ्रीका के हिंडनबर्ग पार्क से सात नर और पांच मादा चीतों को एक खास बॉक्स में रखकर वायुसेना के विमान से लाया गया था। इसके बाद कूनों में चीते ने 4 शावकों को भी जन्म दिया था।

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