रेडिएशन के खतरे के बीच काम कर रहे हैं दुनिया में 2.4 करोड़ श्रमिक
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के साथ मिलकर तीसरे अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद भोपाल गैस पीड़ित दूषित पानी पीने पर मजबूर
यूनियन कार्बाइड के आसपास की 42 बस्तियों में पेयजल की अनियमित आपूर्ति के चलते लोग ट्यूबवेल का दूषित पानी पीने पर मजबूर है, जबकि ...
अमेरिका में नवजात को दिए जाने वाले शिशु आहार पर भारी संकट
अमेरिका ने संकट से निकलने लिए सेना तक को सतर्क कर दिया है, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया से बेबी फार्मूले की बड़ी खेप के आयात ...
कोविड मरीजों की सूंघने की शक्ति कैसे हो जाती है गायब
वैज्ञानिकों ने यह पता लगाने की कोशिश की है कोविड मरीजों के ठीक होने के बाद कई लोगों की सूंधने की ताकत चली जाती ...
यहां मिलती है गरीबों की दाल, सस्ती है पर...
दालों की महंगाई दिल्ली और आसपास के लोगों को कम गुणवत्ता वाली दालें खाने को विवश कर रही है
नाजुक हालात : पहले अस्पतालों में वेंटिलेटर नहीं थे अब कुछ हुए भी तो उन्हें चलाने वाले तकनीकी लोगों की बड़ी कमी
उत्तर प्रदेश के जिलों में वेंटिलेटर की कमी बनी हुई है लेकिन जहां उपलब्ध भी है वहां तो उसे चलाने वाले तकनीशियन नहीं है। ...
खेती-किसानी से गायब हो रहीं हैं महिलाएं
2001 में जहां महिला किसानों की संख्या 2.53 करोड़ थी, वहीं 2011 में घटकर 2.28 करोड़ रह गई, जबकि खेतिहर महिला मजदूरों की संख्या ...
बीज के फेर में फंसा किसान
सरकार के आंकड़े बता रहे हैं कि बीज की उपलब्धता मांग से अधिक है लेकिन इसके बावजूद किसानोें को उनकी जरूरत के अनुसार बीज ...
मिलावटी शहद ने मधुमक्खी पालकों की कमर तोड़ी
शहद में मिलावट के कारण देशभर के मधुमक्खी पालकों को सही मूल्य नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में वे यह काम छोड़ने पर ...
बाइडन की जीत से वैज्ञानिकों ने कहा, बुरा सपना हुआ खत्म
दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन के चुने जाने पर राहत की सांस ली है
एमपी में सुधार के नाम पर निजी क्षेत्रों को दी जाने वाली वन भूमि पर पहले से है नारंगी भूमि का विवाद
एमपी सरकार ने हाल ही में 37 लाख हैक्टेयर संरक्षित वन भूमि को निजी क्षेत्र को देने का फैसला किया है, लेकिन यह वन ...
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट: दूसरे देशों से कारोबार में भारत ने खाई मात, बढ़ा व्यापार घाटा
1990 के दशक में जब विश्व व्यापार संगठन से समझौता करते वक्त कहा गया था कि इससे कृषि उत्पादों का निर्यात बढ़ेगा, लेकिन हुआ ...
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट: लहसुन तक चीन से आने लगा तो क्या करे किसान?
दूसरे देशों से आ रही खाने पीने की चीजों का सीधा असर किसानों पर पड़ा है। पिछले कुछ सालों में भारतीय बाजार में लहसुन ...
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट: सबसे बड़ा उत्पादक होने के बावजूद दाल क्यों आयात करता है भारत
सबसे बड़ा दाल उत्पादक होेने और मांग के मुताबिक उत्पादन करने के बाजूद भारत में दाल का आयात बढ़ता जा रहा है, जबकि निर्यात ...
सरदार सरोवर बांध प्रभावितों का धरना खत्म, ज्यादातर मांगें मानी
सरदार सरोवर बांध का जलस्तर बढ़ने के बाद कई इलाकों में पानी भरा हुआ है और ये इलाके टापू में बदल गए हैं। जरूरी ...
वायु प्रदूषण से हर तीन मिनट में एक बच्चे की मौत, राजस्थान सबसे ऊपर
एक अध्ययन में बताया गया है कि देश में प्रति तीन मिनट एक बच्चा अपने निचले फेफड़े के संक्रमण(एलआरआई) के कारण मौत के मुंह ...
रीढ़विहीन कृषि शिक्षा -1: किसानी के लिए नहीं है पढ़ाई
डाउन टू अर्थ ने देश की कृषि शिक्षा की अब तक की सबसे बड़ी पड़ताल की है। इसे चार भाग में पढ़ सकते हैं। ...
भोपाल का कचरा लील रहा है अर्जुन नगर गांव को
अब तक गांव विकास योजनाओं या बड़े बांधों के निर्माण के कारण उजड़ते थे लेकिन अब गांवों के उजाड़ने का कारण शहरी कचरा बनता ...
2100 तक समुद्री स्तर 1.1 मीटर तक बढ़ने का अनुमान: आईपीसीसी
इंटरगवर्नमेंटल पैनल क्लाईमेट चेंज (आईपीसीसी) की एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, समुद्र का स्तर 3.6 मिमी प्रति वर्ष की दर से बढ़ रहा है
सरदार सरोवर बांध: गुजरात, एमपी, महाराष्ट्र को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
बिना पुनर्वास डूब के मुद्दे पर अदालत ने मांगा जवाब, बांध विस्थापितों की ओर से जलभराव एवं विस्थापन पर याचिका दाखिल, अगली सुनवाई 26 सितंबर, 2019 को
बातचीत सकारात्मक, लेकिन डूब प्रभावित क्षेत्रों पर 24 घंटे नजर रखने की जरूरत- मेधा पाटकर
मध्य प्रदेश सरकार, नर्मदा बचाओ आंदोलन और सरदार सरोवर बांध के बढ़ते जल स्तर से डूब प्रभावितों की इंदौर में बैठक के बाद मेधा ...
बूंद-बूंद बचत, भाग-तीन: अगले दो साल तक नहीं होगी खेतों में सिंचाई के लिए पानी की किल्लत
इस साल हुई बारिश ने पिछले सौ साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया तो लोग भी इस पानी को सहेजने में पीछे नहीं रहे
तीन दिन से क्यों पैदल चल रहे हैं आदिवासी, क्या हैं उनकी मांगें?
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले में आदिवासियों से ली गई जमीन पर एक दर्जन से अधिक खदानें व आधा दर्जन थर्मल पॉवर स्टेशन बन चुके ...
पलामू में रात-दिन के तापमान में भारी अंतर, रेगिस्तान बनने की ओर संकेत
1951 में पलामू क्षेत्र में 43 प्रतिशत जंगल होता था और आज केवल 12 फीसदी रह गया, नेचर कंजर्वेशन सोसायटी का अध्ययन
खाद्यान्न संकट के हल में खाद्य प्रणालियां कितनी असरकारक!
यूक्रेन में चल रहे युद्ध ने दुनिया में खाद्य-प्रणाली पर किए जा रहे अनुसंधानों को बुरी तरह से प्रभावित किया और इसका नतीजा है ...