Environment-related offences recorded 78% increase in 2020
Tamil Nadu has the country’s highest number of environment-related crimes
The ABCDs of extreme profits by agri-corporations
UN Trade and Development Report reveals volatility in food commodities prices in last few years have coincided with global food traders …
आबादी का बढ़ना नहीं, कम होना ले जाएगा विनाश की ओर!
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, तमाम वैश्विक चुनौतियों के लिए बड़ी आबादी नहीं, दूसरी चीजें जिम्मेदार हैं
भारत की आधी आबादी के पास कामचलाऊ पूंजी भी नहीं
असमानता, लोकतंत्र पर आघात करती है। यही वजह है कि सरकारों को हस्तक्षेप कर इस पर अंकुश लगाने और इस ट्रेंड को बदलने की ...
क्या हैं अमीर व गरीब देशों के लिए प्राकृतिक संपदा के मायने?
दुनियाभर में संपत्ति बढ़ रही है, लेकिन यह उन देशों में टिकाऊ नहीं होगी जहां प्रकृति अथवा पूंजी को बर्बाद कर दिया गया है
Natural wealth of the nations
Wealth is increasing in the world but will not be sustainable in countries that have degraded their natural environment or capital: World …
पॉलीक्राइसिस के नए साल किस करवट बैठेंगे मतदाता?
2024 में जब दुनिया का हर दूसरा शख्स मतदान करेगा तो क्या असल संकट के मुद्दे उसके जेहन में होंगे?
खेती-बाड़ी को किस दिशा ले जाएगी घटते खेतों की प्रवृत्ति?
खेती-किसानी की दुनिया ऐतिहासिक बदलाव से गुजर रही है। खेतों की संख्या तेजी से कम हो रही है जबकि उसका आकार बढ़ रहा है। ...
बजट 2022-23: आजादी के 75 साल पूरे होने में केवल 70 सप्ताह बाकी, क्या ‘नया भारत’ बना पाएंगे मोदी
चार ट्रिलियन इकॉनोमी के वादे से लेकर महिलाओं को रोजगार और गरीबी कम करने, 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने जैसे लक्ष्यों को ...
देशी प्रजातियों पर विदेशी हमला, भाग-एक: वैश्विक पारिस्थितिकी को खतरा, विलुप्त हुई दो तिहाई प्रजातियां
विदेशी आक्रामक प्रजातियों ने दो-तिहाई प्रजातियों को विलुप्त कर दिया है और वैश्विक पारिस्थितिकी को खतरे में डाल दिया है
अंतत: खेती से मुनाफाखोरी का ककहरा
खाद्य व्यापार से मुनाफा किसान नहीं, बल्कि बड़ी-बड़ी कंपनियां पीट रही हैं
धन्यवाद मोदी जी
मौजूदा राजनीतिक माहौल में आभार जताना भी एक राजनीतिक प्रोपेगैंडा बन गया है
Is open defecation back in India?
The latest WHO-UNICEF data shows at least one-sixth of India’s rural population still defecate in the open and a quarter doesn’t have …
एक दशक से भारत में गरीबी में आती कमी की रफ्तार हुई धीमी
अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत में गरीबी के स्तर का आकलन किया गया है, जो दर्शाता है कि भारत में व्याप्त गरीबी वैश्विक स्तर पर ...
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 'पवित्र' गाय की वापसी
किसानों की अर्थव्यवस्था की धुरी होने से लेकर आवारा छोड़े जाने तक गायों की हालत में इतना बड़ा बदलाव आया है जिसका लोगों को ...
फ्रांस की क्रांति, अरब- क्रांति, खाद्य-पदार्थों की कीमतें और जलवायु-परिवर्तन
फ्रांस की क्रांति और अरब-क्रांति जैसी घटनाओं पर खाद्य-पदार्थों की कीमतें बढ़ाने का आरोप लगाया जाता रहा है
After hoarding them, developed countries will now waste 241 million doses of COVID-19 vaccines
Redistribution of surplus vaccines could avert 1 million deaths by mid-2022, mostly in developing and poor countries
NSO survey: Most farmers selling in local markets, government agencies procure the least
Farmers in general satisfied with return from local sale, but a significant percentage of them get lower than market price
Climate crisis: ‘There has not been a cool month in 628 months’
If one was born in February 1986, s / he has actually never experienced a month with normal temperature. Each month after this has been a …
अंतत: अमीर देशों में बढ़ते गरीब बच्चे बने चिंता का सबब
गरीबी उन्मूलन नीतियों और कार्यक्रमों को बच्चों पर केंद्रित करने की जरूरत है जिससे उनकी भविष्य की बुनियाद मजबूत हो सके
अंतरिम बजट 2024: आर्थिक वृद्धि के पीछे छिपी अग्रिम चेतावनी को समझना क्यों जरूरी?
2023-24 में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 1.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है - जो वित्त वर्ष 2022-23 की 4 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले ...
खास खबर: फसल की बर्बादी ने बढ़ाई खाने की थाली की कीमत
दुनियाभर में खाद्य मुद्रास्फीति अप्रत्याशित ऊंचाई पर पहुंच गई है। चरम मौसम की घटनाओं से फसलों को पहुंचा नुकसान इसके मूल में है। इस ...
Union Budget 2022-23: Whither Amrit Kaal
Nirmala Sitharaman did not talk about the developmental targets promised for this year under the Strategy for New India@75, but set the country …
Food Systems Summit: How government is robbing billions of dollars from farmers
India’s policies block farmers’ earning in order to keep food cost low for consumers, according to the latest UN report
ग्रामीण भारत के लिए बाढ़ व सूखे से भी ज्यादा नुकसानदायक थी कोविड-19 की दूसरी लहर
दूसरी लहर में किसानों और खेतिहर मजदूरों के संक्रमित होने के कारण ग्रामीण सप्लाई चेन पर असर पड़ा, ऐसा पहली लहर के दौरान नहीं ...