जंगलों में लगती आग से हर मिनट स्वाहा हो रहे हैं 16 फुटबॉल मैदानों जितने जंगल
जानकारी मिली है कि 2021 में वैश्विक स्तर पर करीब 93 लाख हेक्टेयर में फैले जंगल आग की भेंट चढ़ गए थे
मंकीपॉक्स के वर्तमान और पिछले प्रकोप के लक्षणों में क्या कुछ है अलग, शोध में आया सामने
रिसर्च से पता चला है कि कैसे मंकीपॉक्स का मौजूदा प्रकोप अफ्रीका में सामने आए पिछले स्थानिक संक्रमण से अलग है
अगले 28 वर्षों में 90 फीसदी मिट्टी की गुणवत्ता में आ जाएगी गिरावट, एफएओ ने किया आगाह
आपको यह जानकार हैरानी होगी की जो मिट्टी हमारे जीवन का आधार है केवल कुछ सेंटीमीटर ऊपरी परत को बनने में लगभग एक हजार ...
महामारी से पहले की तुलना में अभी भी कम हैं 11.2 करोड़ रोजगार, थम सी गई है बहाली की रफ्तार
आईएलओ ने इसके लिए महामारी के साथ-साथ खाद्य पदार्थों, ईंधन की बढ़ती कीमतें और वित्तीय उतार-चढ़ाव को जिम्मेवार माना है, जिसने जॉब मार्किट को ...
तो क्या आर्थिक खुशहाली के लिए बर्बाद किए जा रहे हैं जंगल, अध्ययन से उठा सवाल
शोध में सामने आया है कि वित्तीय संकट के दौरान वन विनाश में करीब 36 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई
2021 में भारत से लेकर दक्षिण सूडान तक दुनिया भर के देशों को जलवायु परिवर्तन की चुकानी पड़ी भारी कीमत
14 से 19 मई को भारत में आए चक्रवाती तूफान 'तौकते' से जहां 11,243 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान हुआ था। वहीं 25 से ...
तापमान बढ़ने से बढ़ जाएंगे चक्रवाती तूफान, 180 करोड़ लोगों पर खतरे की आशंका
उष्णकटिबंधीय चक्रवात पहले ही दुनिया की सबसे विनाशकारी प्राकृतिक आपदाओं में से एक हैं, जिनके चलते पहले ही हर साल करीब 15 करोड़ लोगों ...
भीषण गर्मी और ठंड से हर साल मरते हैं 50 लाख से ज्यादा लोग
भारत में जहां भीषण गर्मी के कारण हर साल 83,700 लोगों की जान जाती है, वहीं अत्यधिक ठंड के कारण मरने वालों का आंकड़ा करीब 6.55 लाख है
महामारी के बावजूद देश में केवल 38 फीसदी लोग पांच या उससे ज्यादा बार धोते हैं हाथ
वैश्विक स्तर पर जहां 64 फीसदी महिलाओं दिन में पांच या उससे ज्यादा बार हाथ धोती या सैनिटाइजर का प्रयोग करती हैं, वहीं पुरुषों में यह आंकड़ा 52 फीसदी ...
कोविड-19 के चलते 37 करोड़ बच्चों को नहीं मिल पाया स्कूलों में भोजन
कोरोना महामारी के चलते 2020 में 3,900 करोड़ वक्त का भोजन वितरित नहीं हो पाया था
सावधान! थोड़े समय के लिए भी पीएम 2.5 का साथ, हर साल निगल रहा है 10 लाख जिंदगियां
पीएम 2.5 के थोड़े समय में संपर्क में रहने से वैश्विक स्तर पर होने वाली कुल मौतों में से करीब 65.2 फीसदी यानी 663,889 ...
अफ्रीका का तीसरा मलेरिया मुक्त देश बना केप वर्डे
1973 में अफ्रीकी देश मॉरीशस और 2019 में अल्जीरिया को मलेरिया मुक्त देश का दर्जा मिल चुका है
मील का पत्थर: डब्ल्यूएचओ ने अजरबैजान और ताजिकिस्तान को मलेरिया मुक्त किया घोषित
वैश्विक स्तर पर अब तक कुल 42 देश और क्षेत्र मलेरिया मुक्त हो चुके हैं
बाढ़ क्षेत्रों में बढ़ रही इंसानी बसावट, 30 वर्षों में 122 फीसदी बढ़ी बस्तियां
पिछले 30 वर्षों में ऐसे क्षेत्रों में इंसानी बसावट 122 फीसदी बढ़ी है, जहां बाढ़ का जोखिम बेहद ज्यादा है
कैसे बढ़ेगी दुनिया? आज भी स्कूली शिक्षा से वंचित हैं 25 करोड़ बच्चे
स्कूली शिक्षा से वंचित बच्चों की संख्या कम होने की जगह बढ़ रही है और यह आंकड़ा पिछले दो वर्षों में 60 लाख की ...
जलवायु संकट: लगातार 528वें महीने औसत से ज्यादा रहा तापमान, दर्ज की गई 0.97 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि
एक तरफ जहां यूरोप ने अब तक की अपनी दूसरी सबसे गर्म सर्दियों का सामना किया। वहीं वैश्विक स्तर पर समुद्री बर्फ में आई ...
परागण में कमी से फल-सब्जियों के उत्पादन में 5 फीसदी की कमी, हर साल 4.27 लाख मौतें
अपर्याप्त परागण के चलते वैश्विक स्तर पर जहां कुल फल उत्पादन में 4.7 फीसदी की गिरावट आ रही है, वहीं इसकी वजह से सब्जियों ...
कॉप 27: 'चोरी किया जा रहा है हमारा भविष्य', शर्म अल-शेख में गूंजी युवाओं की आवाज
युवा जलवायु वार्ताकारों ने गुरुवार को जलवायु ‘हानि व क्षति’ के मुद्दे बड़ी बेबाकी से वैश्विक नेताओं के सामने अपनी बात रखी जिसमें उन्होंने ...
कॉप 27: सूखे से निपटने के लिए शर्म अल-शेख में ‘इंटरनेशनल ड्रॉट रेसिलिएंस एलायंस’ हुआ लांच
आईपीसीसी का अनुमान है कि जलवायु में आते बदलावों के चलते अगले 28 वर्षों में वैश्विक स्तर पर 75 फीसदी लोग सूखे और पानी ...
19 वर्षों में बेंगलुरु, पुणे और सूरत में पीएम 2.5 के कारण हुई 200 फीसदी अधिक मौतें
2019 के दौरान जहां दिल्ली में पीएम2.5 के कारण 29,900 लोगों की जान गई थी। वहीं कोलकाता में यह आंकड़ा 21,380 और मुंबई में ...
2020 में भारत में 40 लाख लोग हुए विस्थापित, चीन सबसे आगे
विश्व प्रवासन रिपोर्ट 2022 के मुताबिक, 2020 में जलवायु परिवर्तन की वजह से आ रही प्राकृतिक आपदाओं के चलते सबसे अधिक लोग विस्थापित हुए
जलवायु संकट से गंभीर रूप से त्रस्त देशों में 71 करोड़ बच्चों को लगातार झेलनी पड़ सकती है त्रासदी
इन देशों में रहने वाले सभी बच्चों पर जलवायु परिवर्तन का असर पड़ रहा है। लेकिन जो बच्चे गरीबी, संघर्ष, भूख या आपदा से ...
दुनिया में क्यों बढ़ रही हैं अचानक उभरने वाले सूखे की घटनाएं, क्या बदलती जलवायु का है कोई हाथ
वैज्ञानिकों ने तेजी से उभरते सूखे के लिए बढ़ते वैश्विक तापमान और जलवायु परिवर्तन की वजह से बारिश के पैटर्न में आते बदलावों को ...
ई-वेस्ट की सुनामी: रीसाइक्लिंग की तुलना में पांच गुना तेजी से बढ़ रहा इलेक्ट्रॉनिक कचरा
यदि भारत से जुड़े आंकड़ों को देखें तो देश में 2022 के दौरान 413.7 करोड़ किलोग्राम इलेक्ट्रॉनिक कचरा पैदा हुआ था
'नोमा' एक नजरअंदाज की गई बीमारी को डब्ल्यूएचओ ने आधिकारिक तौर पर दी मान्यता
नोमा मुंह में पाए जाने वाले बैक्टीरिया के कारण होता है। इस बीमारी से जुड़े कई खतरे हैं, जिनमें मुहं की स्वच्छता में कमी, ...