गेहूं को नुकसान पहुंचा सकता है नया रतुआ संक्रमण, वैज्ञानिकों ने की पहचान
एक करोड़ हेक्टेयर से भी ज्यादा क्षेत्र में होने वाली गेहूं की किस्म एचडी-267 की खेती को यह फंफूद नुकसान पहुंचा सकता है।
विदेशी आक्रमण, भाग दो : बिहार में मक्के की फसल पर खतरा
“विदेशी आक्रमण” श्रृंखला की दूसरी कड़ी में आज जानिए, बिहार का हाल और इस कीट के अध्ययनकर्ता बी.एस. प्रसन्ना सेडाउन टू अर्थ की बातचीत।
खारे पानी में भी उगेंगे चावल, वैज्ञानिकों ने विकसित की नई प्रजाति
जिस जंगली प्रजाति के जींस का उपयोग चावल की इस नई प्रजाति को विकसित करने में किया गया है, उसे वनस्पति-विज्ञान में पोर्टरेशिया कॉरक्टाटा ...
महिलाओं के अनुकूल कृषि मशीनीकरण की नई पहल
देश के कुल कृषि श्रमिकों में करीब 37 प्रतिशत महिलाएं हैं लेकिन, खेतीबाड़ी में उपयोग होने वाले ज्यादातर औजार, उपकरण और मशीनें पुरुषों के ...
रोजगार के लिए कहां जाएं किसान
कृषि क्षेत्र में रोजगार के अवसर लगातार कम हो रहे हैं। भारत में कृषि छोड़ने वाले लोगों के लिए विकल्प की सख्त दरकार है।
प्याज: एक राजनीतिक फसल
एक जमाने में प्याज सरकारों को हिलाने की हैसियत रखता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से यह अपनी चमक खोती जा रही है। आखिर ...
यूरिया की कालाबाजारी से छत्तीसगढ़ के किसान हताश
अव्वल तो किसानों को यूरिया मिल नहीं रहा है और अगर मिल रहा है तो लगभग दोगुनी कीमत पर मिल रहा है
क्या इस साल फिर गेहूं संकट का सामना करेगा देश, गर्मी ने बढ़ाई किसानों की चिंता
गेहूं उत्पादक राज्यों में फरवरी के पहले सप्ताह में पिछले सात साल के औसत से तापमान अधिक रहा
भारत के दुधारू पशुओं को शिकार बना रही है एक घातक महामारी
इसका देश पर विनाशकारी प्रभाव पड़ेगा, जहां अधिकांश डेयरी किसान या तो भूमिहीन हैं या सीमांत भूमिधारक हैं और उनके लिए दूध सबसे सस्ते ...
पहली बार परती ही छूट गई मोकामा टाल की 10 हजार एकड़ जमीन, किसान परेशान
दाल के कटोरे के नाम से मशहूर टाल इलाके में इस बार गंगा नदी का पानी जनवरी के पहले सप्ताह तक जमा रह गया, ...
इंसानी जानों को खतरे में डाल अरबों की फसल काट रही हैं कीटनाशक कंपनियां: रिपोर्ट
भारत में इन कम्पनियों द्वारा बेचे गए कुल कीटनाशकों में अत्यधिक हानिकारक कीटनाशकों (एचएचपी) का हिस्सा करीब 59 फीसदी था जबकि उन्होंने ब्रिटेन में ...
बिना मिट्टी के पौधों की खेती करना सिखाती है यह तकनीक
इस पद्धति में मिट्टी के बजाय सिर्फ पानी या फिर बालू अथवा कंकड़ों के बीच पौधों की खेती की जाती है
भारत में बढ़ रहा है कृषि उत्पादन, पर साथ ही घट रही है फसलों की विविधता
एक अध्ययन में कहा गया है कि पिछले 50 वर्षों के दौरान कृषि में आ रहे बदलावों के चलते भारत के खाद्य उत्पादन में ...
विशेषज्ञों ने सुलझायी प्रकाश संश्लेषण की गुत्थी, कृषि उपज में हो सकती है बढ़ोतरी
वैज्ञानिकों के अनुसार इस खोज की मदद से पौधों में प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया को नियंत्रित करके उच्च पैदावार प्राप्त की जा सकती है, ...
कड़े कानून के खौफ की वजह से उजड़ने लगा है सोनपुर का पशु मेला!
बिहार का ऐतिहासिक सोनपुर पशु मेला अपनी पहचान खोता जा रहा है, अब न तो यहां गाय-भैंस लेकर बेचने आ रहा है और ना ...
हिमालयी क्षेत्रों से विलुप्त हो रही है सेब की उम्दा दो प्रजातियां, जलवायु परिवर्तन का असर
हिमालय क्षेत्र में बदल रहे मौसम की वजह से सेबों को 72 दिन की चिलिंग नहीं मिल रही है, इस वजह से सेब की ...
वैज्ञानिकों ने बनाया नया सेंसर, 150 रुपये में बताएगा मिट्टी का हाल
इस नए सेंसर की मदद से सिंचाई के लिए होने वाली पानी की खपत को लगभग 35 फीसदी तक कम किया जा सकता है ...
दुनिया भर में दी जाती है बोंडा घाटी की खेती की मिसाल, जानें क्या है वजह
बोंडा ओडिशा की आदिम जनजातियों में शामिल है। इस जनजाति की परंपरागत खेती से जैव विविधता के साथ ही 20 से अधिक फसलों का ...
पहाड़ों पर बंजर खेतों की रंगत लौटाने को एकजुट हुए किसान
डबरा गांव के कुछ किसान परिवार एक बार फिर एकजुट हुए हैं। किसानों ने आपस में मिलकर फिर से बंजर जमीनों पर अन्न उगाने ...
कम हो रही मिट्टी के पानी सोखने की क्षमता, बढ़ सकता है खाद्यान्न संकट
वैज्ञानिकों ने अमेरिका के केंसास इलाके में 25 साल तक स्टडी करने के बाद कई महत्वपूर्ण तथ्यों की खोज की है
छोटी जोत भी हो सकती है पोषण में कमी का कारण
अध्ययन में शामिल गांवों में अधिकतर लोग ऊर्जा तथा पोषण संबंधी जरूरतों के लिए सिर्फ चावल, गेहूं और सब्जियों पर मुख्य रूप से निर्भर ...
पानी में खड़े होकर खेतों के लिए पानी मांग रहे युवा किसान, बुजुर्ग अनशन पर
हरियाणा के सिरसा जिले के पांच गांवों के बेहरवाला (ऐलनाबाद) में किसान रजबाहे (छोटी नहर) की टेल तक पानी पहुंचाने की मांग कर रहे ...
उत्तराखंड में इस बार सेब का उत्पादन 25 फीसद ज्यादा, ये हैं वजह
उत्तराखंड में पिछले साल तक 62,407 मीट्रिक टन सेब उत्पादन हुआ है। लेकिन इस बार ये 80 हजार मीट्रिक टन तक चला गया है
कानून से नहीं संभली गायें तो ग्रामीणों ने खुद निकाला समाधान
आवारा घूमती गायों के मालिकों पर सरकार ने जुर्माना लगाने का निर्णय तो ले लिया, लेकिन कार्रवाई नहीं की तो अब ग्रामीणों ने खुद ...
सियासत में पिसता गन्ना-2: ठंडी पड़ती कोल्हू की आंच
सियासत के शिकार गन्ना किसानों पर आधारित डाउन टू अर्थ की श्रृंखला में प्रस्तुत है चीनी मिलों से पहले अस्तित्व में आए कोल्हू के ...