सीबीडी कॉप-15: प्रकृति के साथ शांति समझौते की दिशा में कोई बड़ी प्रगति नहीं हुई
ब्राजील ने अफ्रीकी महाद्वीप और भारत सहित 14 अन्य देशों की ओर से हर साल कम से कम 100 बिलियन डॉलर की वित्तीय सब्सिडी ...
छठी सामूहिक विलुप्ति अधिक भयावह, 1500 के बाद से 73 पीढ़ियां लुप्त हो गई: अध्ययन
44 प्रजातियों के विलुप्त होने से पक्षियों को सबसे अधिक नुकसान हुआ, उसके बाद स्तनधारी, उभयचर और सरीसृपों का नंबर आया
2022 के 351 नई प्रजातियों का वर्णन और उनका नामकरण करेंगे वैज्ञानिक : प्राकृतिक संग्रहालय
वर्णन में गुबरैला की 84 प्रजातियां, पतंगों की 34 प्रजातियां, मोथ जीवों की 23 प्रजातियां, ट्रिमेटोड कीड़ों की 13 प्रजातियां तथा एशिया से भौंरे ...
समुद्री प्रजातियों की जानकारी के लिए नोआ ने बनाया विशेष उपकरण
नोआ के द्वारा सर्वेक्षण के दौरान पकड़ी गई 800 से अधिक समुद्री मछलियों और अकशेरुकी प्रजातियों के लिए एक मानचित्रण किया गया है।
भाग एक: महुआ की जुबानी, महुआ की कहानी..!
महुआ की पहली यात्रा और महुआ (दैवीय वृक्ष) से मिलने की यह कहानी, महुआ की जुबानी...
वैज्ञानिकों ने दक्षिणी पश्चिमी घाट में एक नई छिपकली की प्रजाति 'वान गॉग' की खोज
नेमास्पिस वांगोघी एक छोटे आकार की छिपकली है जिसकी लंबाई 3.4 सेमी तक हो सकती है, इसे इसके वंश की एक अन्य प्रजाति, सेनेमास्पिस ...
देशी प्रजातियों पर विदेशी हमला, भाग-तीन: भूखे जानवरों और इंसानों के बीच बढ़ा टकराव
शाकाहारी जानवरों की आबादी में की गिरावट से बाघ और तेंदुए जैसे उनके प्रमुख शिकारी जानवरों की संख्या कम होगी या वो इंसानी बस्तियों ...
नया एआई टूल जो एक करोड़ से अधिक पेड़-पौधों और जीवों की छवियों की सटीक जानकारी दे सकता है
यह उपकरण एक ही प्रजाति के समान दिखने वाले जीवों और उनकी शक्ल की नकल करने वाली एक प्रजाति के बीच अंतर को स्पष्ट ...
मूंगा चट्टानों के लिए बेहद लाभकारी हैं समुद्री पक्षी, जानें कैसे
समुद्री पक्षी का मल बारिश से बहकर पास की मूंगा चट्टानों में पहुंचता है, जिससे उन्हें महत्वपूर्ण पोषक तत्व मिलते हैं
देशी प्रजातियों पर विदेशी हमला: लीवर, एलर्जी और सांस की बीमारी का शिकार हो रहे हैं जंगली जानवर
आक्रामक पौधे किसी भी शाकाहारी जीव के भोजन की मुख्य जरूरत नहीं है। फिर भी शाकाहार विदेशी पौधों को खाने को मजबूर हैं
दुनिया भर के पहाड़ी इलाकों में तेजी से फैल रही पौधों की 'एलियन' प्रजातियां
रिसर्च के मुताबिक पर्वतीय क्षेत्रों में पौधों की इन विदेशी प्रजातियों की संख्या में औसतन 16 फीसदी प्रति दशक की दर से वृद्धि हुई ...
नए युग में धरती : कहानी हमारे अत्याचारों की
मौजूदा समय को भले ही हम कलयुग का नाम दें लेकिन वैज्ञानिक भाषा में इसे मानव युग यानी एंथ्रोपोसीन कहा जा रहा है। यह ...
पर्यावरण को बचाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में अहम हैं पुरातन पेड़
सैकड़ों-हजारों वर्षों से समय का गवाह रहे यह पुरातन पेड़ जैव विविधता और पारिस्थितिकी तंत्र को बचाने के साथ-साथ जलवायु में आते बदलावों का ...
उत्तराखंड: वृक्ष संरक्षण अधिनियम में बदलाव की तैयारी, अभी से दिखने लगे दुष्प्रभाव
देहरादून में कुछ लोग घर-घर जाकर लोगों को अपनी जमीन पर लगे पेड़ कटवाने के लिए उकसा रहे हैं
भारतीय वैज्ञानिकों ने लद्दाख हिमालय में खोजे 3.5 करोड़ साल पुराने दुर्लभ सांप के जीवाश्म
भारतीय वैज्ञानिकों ने जिस दुर्लभ सांप 'मैडसोइइडे' के जीवाश्मों को खोजा है, उनके बारे में अनुमान है कि वो करीब 3.5 करोड़ साल पुराने हैं
शहरों में पक्षियों की विविधता में गिरावट की वजह बन रहा है बढ़ता तापमान
रिसर्च से पता चला है कि शहरों में बढ़ता तापमान, पक्षियों की विविधता में गिरावट की वजह बन रहा है
भारत के शहरी इलाकों में मिली तितलियों की 202 प्रजातियां, बेंगलुरू में सबसे अधिक
बेंगलुरु के अलग-अलग इलाकों में इनमें से 182 प्रजातियां थीं, जबकि बाकी को मैसूर, चेन्नई, मुंबई, पुणे, दिल्ली और कोलकाता सहित अलग-अलग शहरों में ...
मोबाइल फोन सिग्नल की मदद से जंगल की आग से उठने वाले धुंए की मात्रा का लगाया जा सकता है पता
मोनाश विश्वविद्यालय के नेतृत्व में किए शोध के अनुसार मोबाइल फोन सिग्नल और उससे जुड़े डाटा का उपयोग, जंगल की आग से उठते धुंए ...
रिजर्व फॉरेस्ट में खनन की ई-नीलामी आदेश से नया संकट
ग्रामीणों का कहना है कि इस आदेश के बाद उनका निस्तार, उनके आसपास का पर्यावरण और वन्य प्राणियों पर संकट खड़ा हो जाएगा
वन्यजीवों के व्यापार से उनकी आबादी में आई औसतन 62 फीसदी की गिरावट
अंतराष्ट्रीय स्तर पर हर साल 10 करोड़ पौधों और जानवरों की तस्करी की जाती है| वन्यजीवों का यह व्यापार हर साल तकरीबन 145,418 करोड़ ...
बड़ी मछली समझकर गंगा डॉल्फिन को मारा, तीन गिरफ्तार
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में दिसम्बर 2019 में राष्ट्रीय गंगा परिषद (एनजीसी) की पहली बैठक में प्रोजेक्ट टाइगर की तर्ज पर 'प्रोजेक्ट डॉल्फिन' को मंजूरी ...
क्या जंगलों और जैवविविधता को बचाने के लिए संरक्षित क्षेत्र घोषित करना ही है काफी
जंगलों को बचाने के लिए संरक्षित क्षेत्रों का विवेकपूर्ण चयन करने के साथ-साथ, वहां नियमों को भी कड़ाई से लागु किया जाना चाहिए
1970 से 94.6 लाख करोड़ रुपए का नुकसान कर चुकी हैं विदेशी आक्रामक प्रजातियां
इससे होने वाले वार्षिक नुकसान करीब 196,816 करोड़ रुपए है| जो कम होने की जगह हर दशक तीन गुना हो जाता है
पर्यावरण संवेदी क्षेत्र के एक किलोमीटर दायरे में प्रतिबंधों पर मिल सकती है छूट : सुप्रीम कोर्ट का संकेत
केंद्र ने कहा कि ईएसजेड प्रतिबंध में ऐसा बदलाव हो कि नए निर्माण के लिए अनुमति नहीं मिलनी चाहिए।
हसदेव अरण्य मामला : ग्राम सभा सरकार से स्थगन नहीं आवंटित कोयला खदानों का निरस्तीकरण मांग रहीं
हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति ने आरोप लगाया है कि कोयला खदानों को आवंटित करने के लिए ग्राम सभा के मृत लोगों के लिए ...