उत्तराखंड के 180 वर्ग किमी क्षेत्र में उगा जंगल, नहीं मिलेगी खेती की इजाजत
यूसैक की रिपोर्ट के मुताबिक, हर जिले में 10 से 15 वर्ग किमी कृषि भूमि पर जंगल उग चुका है, जिसे डीम्ड फॉरेस्ट कहा ...
जानें क्यों जंगलों में बीज बम फेंक रहे हैं ये युवा
उत्तराखंड में 40 युवाओं का एक दल जंगलों में जगह-जगह बीज बम फेंक रहा है। इनका मकसद वन्य जीवों के साथ-साथ खेती-किसानी बचाना है।
लक्षित आबादी तक पहुंच नहीं पाया वन विकास निगम
एफडीसी के कई उद्देश्यों में से एक प्रमुख उद्देश्य था, पिछड़े क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को पर्याप्त सहयोग व वानिकी गतिविधियों के विकास पर निर्भर आदिवासी ...
क्या बारिश से ही बुझ सकती है जंगल की आग
उत्तराखंड के जंगलों में आग का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा। याचिकाकर्ता ने कहा, हर साल लगने वाली आग वन्य जीवों के लिए खतरा बन ...
आठ माह से बीमार हथिनी लक्ष्मी को नहीं मिल रहा इलाज
आला अधिकारियों के फ़ैसला लेने में हुई देरी के चलते लक्ष्मी को शुरुआती दौर में बेहतर इलाज नहीं मिल सका।
अतीत के जंगल को समझने और जानने की अहम कड़ी हैं हिममानव
60 वर्षों से हिममानव यानी येति की खोज करने वाले एक घुमंतू लेखक डेनियल सी टेलर का डाउन टू अर्थ को दिया गया साक्षात्कार।
शिकारियों के फंदे में फंसकर मरा बाघ
स्थानीय लोगों का कहना है कि कैमरे हटते ही शिकारी सक्रिय हो गए हैं। बाघ की मौत के बाद अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा ...
सामुदायिक भूमि पर अधिकार के लिए दलितों का आंदोलन
पंजाब के दलित एकजुट होकर मजबूत तबके से लोहा ले रहे हैं और तमाम उतार-चढ़ाव के बाद हक की लड़ाई जीत भी रहे हैं
15 साल में धरती का 35,204 वर्ग किमी वन क्षेत्र कम हुआ
रिपोर्ट में कहा गया है कि बढ़ती आबादी के दबाव और गरीबी के कारण भूमि क्षेत्र में बदलाव देखने को मिल रहे हैं
दुधवा नेशनल पार्क में मिली पक्षियों की चार नई प्रजातियां
टाइगर, गैंडों, हाथी और घड़ियाल के लिए मशहूर दुधवा नेशनल पार्क में 18 जनवरी से 20 जनवरी तक शीतकालीन पक्षी गणना की गई
पानी से परवरिश
उत्तर बिहार में पानी अथवा दलदली क्षेत्र लोगों को आर्थिक संबल और आजीविका उपलब्ध कराने में बड़ी भूमिका निभाता है
खतरे में प्रवाल-भित्तियां
दुनिया भर में प्रवाल-भित्ति या मूंगे की चट्टानों को जैसा नुकसान आजकल पहुंच रहा है, इतना गंभीर खतरा कभी नहीं देखा गया। इससे इनका ...
जंगलों को महज कार्बन सिंक में बदलना जोखिम भरा, रिपोर्ट ने किया आगाह: आईयूएफआरओ
जंगलों की भूमिका को महज कार्बन जमा करने या कार्बन सिंक तक सीमित कर दिया गया है, जिससे पारिस्थितिकी और सामाजिक कल्याण से संबंधित ...
हसदेव अरण्य: कोयला खनन के लिए काटे गए हजारों पेड़, ढाई लाख से अधिक पेड़ कटने की आशंका
हसदेव के जंगल में पेड़ कटने से स्थानीय आदिवासियों की आजीविका प्रभावित होगी, जबकि हाथियों सहित वन्यजीव विस्थापित होंगे और जैव विविधता खतरे में ...
आम जनता के फायदे के लिए दी गई पर्यावरण के नियमों में छूट: सरकार
पर्यावरण से संबंधित मामलों में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
हर साल खाल के लिए मारे जा रहे 59 लाख गधे, तीन वर्षों में 14 फीसदी का हो सकता है इजाफा
इन गधों की हत्या के पीछे की सबसे बड़ी वजह चीन में 'एजियाओ' की बढ़ती मांग है, जिसका बड़े पैमाने पर उपयोग चीन की ...
जलवायु में हो रहे बदलाव को रोकने के लिए भारत के बाघों की रक्षा अहम: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक 2007 से 2020 के बीच टाइगर रिजर्व के अंदर, लगभग 6,000 हेक्टेयर में उगे पेड़ों को काटे जाने से बचाया गया, ...
असोला भाटी वन्यजीव अभयारण्य में मिली पक्षियों की 250 प्रजातियां, दो पर मंडरा रहा गंभीर संकट
असोला भाटी वन्यजीव अभयारण्य में पाई गई पक्षियों की इन 250 प्रजातियों में गंभीर संकट में पड़े सफेद पूंछ वाले गिद्ध और व्हाइट रम्प्ड ...
संसद में आज: भारत में 73 प्रजातियों को गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में वर्गीकृत किया गया
देश में वर्तमान में 8700 मेगावाट की कुल क्षमता वाले 11 परमाणु ऊर्जा रिएक्टरों का निर्माण चल रहा है
मानव गतिविधियों के चलते मुश्किल में महासागर और इसके निवासी : संयुक्त राष्ट्र
हर साल 80 प्रतिशत तक कूड़ा नदियों से बहकर समुद्र में पहुंच रहा है, जो कि लगभग 11.5 से 21.4 लाख टन है। 1,400 ...
तटीय देशों के आपसी सहयोग से सुधर सकता है दक्षिण एशिया में एक अरब लोगों का भविष्य: रिपोर्ट
रिपोर्ट के मुताबिक, 11.4 करोड़ लोग पानी, बिजली, भोजन, कृषि और मछली पकड़ने के लिए ब्रह्मपुत्र नदी घाटी पर निर्भर हैं
उत्तराखंड में तीर्थयात्रियों का लगता तांता राज्य की पारिस्थितिकी को कर रहा है प्रभावित, एनजीटी ने तलब की रिपोर्ट
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
एरोसोल और नदियों में बहने वाले प्रदूषकों की वजह से बदल रहा है समुद्रों में फास्फोरस चक्र
अध्ययन में मानवजनित नाइट्रोजन पंप की पहचान की गई, जो फास्फोरस चक्र को बदलता है, इसकी वजह से तटीय जैव विविधता और संबंधित पारिस्थितिकी ...
आबादी में स्थिरता लाने के लिए कूनो में कम से कम 50 चीतों की है जरूरत: विशेषज्ञ
साल के अंत तक जंगली बिल्लियों की कहीं ज्यादा मौतें होने की आशंका; रेडियो कॉलर की समस्याओं से निपटने के लिए भी नए उपायों की है ...
भारत में बाघों के लिए जानलेवा बनी राष्ट्रीय उद्यानों में छुपी हुई हैं आक्रामक विदेशी प्रजातियां
कान्हा टाइगर रिजर्व में, 'लैंटाना कैमारा' और 'पोगोस्टेमॉन बेंघालेंसिस' जैसी आक्रामक प्रजातियां, देशी पौधों की प्रचूरता को घटा रही हैं, जिससे शाकाहारी और शिकारी जीव ...