जलवायु कूटनीति का सार
जलवायु परिवर्तन वार्ता का लक्ष्य “न कोई हारे, न कोई जीते” होना चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है
2030 तक विकसित देशों को जीवाश्म ईंधन से करना होगा किनारा, कमजोर देशों को है मदद की दरकार
अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपियन यूनियन, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने उत्सर्जन में जितनी कटौती का जिक्र अपने एनडीसी में किया है उन्हें निष्पक्ष रहने के लिए ...
क्या है क्लाइमेट इंजीनियरिंग? कैसे करती है काम और क्यों इसको लेकर जारी है बहस
क्या आप जानते है कि जलवायु समाधान के रूप में पेश की जा रही क्लाइमेट इंजीनियरिंग क्या है और यह कैसे काम करती है?
अप्रैल 2024 तक बना रहेगा अल नीनो, तापमान और चरम मौसमी घटनाओं में वृद्धि की आशंका
विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने आशंका जताई है कि मौजूदा अल नीनो की घटना के प्रबल होने से बाढ़, लू और सूखा जैसी चरम ...
2050 तक ऊर्जा क्षेत्र में आएंगी 80 लाख नई नौकरियां
अनुमान है कि जहां एक तरफ जीवाश्म ईंधन के क्षेत्र में मौजूद नौकरियों में गिरावट आएगी, वहीं अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार की ...
जलवायु परिवर्तन के चलते अगले 28 वर्षों में 15 फीसदी तक घट सकती है भारत की जीडीपी
अंतरराष्ट्रीय रेटिंग फर्म एसएंडपी ग्लोबल द्वारा जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 28 वर्षों में भारत में 62 फीसदी कृषि पर पानी ...
यूरोप में रिकॉर्ड गर्म रही गर्मियां, सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा था तापमान
इस दौरान जहां सिसिली में तापमान रिकॉर्ड 48.8 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया था। वहीं साइबेरिया, स्पेन, ग्रीस, इटली और तुर्की के जंगलों ...
समुद्री प्रजातियों की जानकारी के लिए नोआ ने बनाया विशेष उपकरण
नोआ के द्वारा सर्वेक्षण के दौरान पकड़ी गई 800 से अधिक समुद्री मछलियों और अकशेरुकी प्रजातियों के लिए एक मानचित्रण किया गया है।
आईपीसीसी रिपोर्ट: मानव पीड़ा की यह एटलस जलवायु, जैव विविधता और मानव कल्याण के अंतर्संबंधों पर देती है जोर
आईपीसीसी द्वारा जारी यह हालिया रिपोर्ट जहां एक तरफ कभी न भरने वाली क्षति के बारे में चेतावनी देती है, साथ ही समाधान भी ...
दुनिया भर में मछलियों का दम घोंटने लगा है जलवायु परिवर्तन: अध्ययन
2080 तक दुनिया के लगभग 70 फीसदी महासागर बदलती जलवायु के कारण ऑक्सीजन की कमी का सामना कर सकते हैं
जीवाश्म ईंधन के चलते हर साल हो रहा है 9.7 करोड़ मीट्रिक टन मीथेन उत्सर्जन, कौन है जिम्मेवार
मानचित्रों से पता चला है कि तेल संबंधित मीथेन उत्सर्जन के सबसे बड़े स्रोत रूस में हैं, जबकि प्राकृतिक गैस से होने वाला उत्सर्जन ...
गांवों की तुलना में 29 फीसदी ज्यादा तेजी से गर्म हो रहे हैं शहर
शहरों में सतह का तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस प्रति दशक की दर से बढ़ रहा है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में यह दर 0.38 डिग्री ...
2027 से 2042 के बीच खतरनाक स्तर पर पहुंच जाएगी तापमान में हो रही वृद्धि
नए अनुमान से पता चला है कि तापमान में हो रही वृद्धि 2027 से 2042 के बीच 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार ...
दो दशकों में 134 फीसदी बढ़ी प्राइवेट जेटों की संख्या, जानिए पर्यावरण और जलवायु के दृष्टिकोण से है कितनी खतरनाक
महामारी की शुरुआत के बाद से गणना करें तो निजी जेटों के उपयोग में करीब 20 फीसदी और इनसे होने वाले उत्सर्जन में 23 ...
जलवायु परिवर्तन से जलविद्युत उत्पादन में होगी वृद्धि, लेकिन बांधों के टूटने का खतरा भी होगा दोगुना
भारत में जलविद्युत परियोजनाएं 11 फीसदी की हिस्सेदारी के साथ, बिजली का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत हैं
आईपीसीसी संश्लेषण रिपोर्ट: कई चुनौतियों का सामना कर रहीं हैं कार्बन कैप्चर तकनीकें
रिपोर्ट के मुताबिक शुद्ध शून्य उत्सर्जन (नेट जीरो एमिशन) के लक्ष्य को हासिल करने के लिए वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को हटाना जरूरी है
स्वर्णिम पहल: विश्व मौसम विज्ञान कांग्रेस ने उत्सर्जन पर निगरानी के लिए ग्लोबल ग्रीनहाउस ट्रैकर को दी मंजूरी
यह पहल कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2), मीथेन (सीएच4) और नाइट्रस ऑक्साइड (एन2ओ) जैसी गैसों के उत्सर्जन को कम करने के लिए तत्काल कार्रवाई का समर्थन ...
भारत, बांग्लादेश सहित दक्षिण एशिया में 30 गुणा ज्यादा उमस भरी लू का खतरा, कौन है जिम्मेवार?
बढ़ते तापमान की प्रवृत्ति भारत और बांग्लादेश में थाईलैंड, लाओस और यूरोप की तुलना में कम पाई गई है
क्या गरीब देशों को कर्ज के भंवर जाल में फंसा देगा क्लाइमेट फंड?
क्लाइमेट फाइनेंस के नाम पर दिए 4,40,637 करोड़ रुपए में से केवल एक तिहाई ही गरीब देशों तक पहुंच पाया था
जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने के लिए बढ़ते मीथेन उत्सर्जन में तत्काल कटौती की है दरकार
नई रिसर्च से पता चला है कि मीथेन शमन में हर दशक की देरी, बढ़ते तापमान में करीब 0.1 डिग्री सेल्सियस की अतिरिक्त वृद्धि ...
बच्चों के लिए आफत बना बढ़ता तापमान, यूरोप और मध्य एशिया में हर दूसरे बच्चे को लू से खतरा
दुनिया भर में करीब 55.9 करोड़ बच्चे लू की मार झेल रहे हैं। वहीं अनुमान है कि अगले 27 वर्षों में दुनिया का करीब-करीब ...
उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के कारण हर साल खतरे में पड़ जाती हैं 14 लाख जिंदगियां
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि, 2050 तक प्राकृतिक तटों की सुरक्षा में गिरावट जारी रहेगी
पशुपालन की वजह से पैदा हुई जलवायु चुनौतियां, निपटने के लिए निवेश की जरूरत
दक्षिण एशिया और अफ़्रीका में लगभग एक अरब लोगों की आजीविका के लिए जानवर पालना जरूरी है
कॉप-26: कार्बन बजट और उत्सर्जन के इन सवालों पर हो बात
धरती की कार्बन उत्सर्जन झेलने की क्षमता अब लगभग खत्म हो चली है। फिर भी हमें अपने अस्तित्व और विकास के लिए उत्सर्जन करना ...
वैश्विक स्तर पर इतिहास का छठा सबसे गर्म अगस्त 2021 में किया गया रिकॉर्ड
वैश्विक स्तर पर इस वर्ष अगस्त महीने का तापमान 20 वीं सदी के औसत तापमान से 0.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा रिकॉर्ड किया गया