एक एकड़ जमीन : दिल्ली के बेबस आखिरी किसान
दिल्ली के किसानों की एक पूरी उमर निकल गई लेकिन वे अपनी खेती का मालिकाना हक नहीं हासिल कर सके। सियासत जारी है और ...
यूपी में 25 हजार राजस्व गांवों के किसान कहां करें फरियाद
यूपी में इन दिनों किसानों को मुआवजे, बीमा योजनाओं और खेतों को कब्जा मुक्त कराने के लिए छोटे-छोटे कामों में बड़ी मुसीबत का सामना ...
केंद्र के प्रस्ताव पर नहीं झुकेंगे किसान, डेढ़ साल कानून स्थगन फॉर्मूले पर सहमत नहीं संगठन
किसान संगठनों ने गणतंत्र दिवस के दिन प्रस्तावित ट्रैक्टर रैली के लिए वैकल्पिक रूट लेने से इनकार कर दिया है। दिल्ली पुलिस के साथ ...
बैठे ठाले: कोलंबस की यात्रा
“हर नेशनल हाइवे पर कंटीले तार और पुलिस के बैरिकेड मिले। हर सड़क पर खाइयां खुदी थीं। और तो और सड़कों पर कीलें लगाई ...
किसान संगठनों और सरकार के बीच वार्ता फिर विफल
कृषि कानूनों को रद्द करने की किसानों की मांग पर केंद्रीय मंत्रियों की आनाकानी के बाद बैठक बेनतीजा रही
किसान आंदोलन: दो मांगों पर सहमति बनी, 4 जनवरी को होगी अगली बैठक
तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने सहित चार प्रमुख मांगों पर किसान संगठनों और सरकार के बीच विज्ञान भवन में बैठक हुई
रामलीला मैदान में किसान महापंचायत, एमएसपी की मांग को लेकर आंदोलन तेज करने का फैसला
एसकेएम ने सभी वर्गों से किसानों और श्रमिकों के चल रहे संघर्ष को 'संयुक्त पीपुल्स आंदोलन' में बदलने की अपील की
बिना जोर-जबरदस्ती के ऐसे बंद हुआ 'भारत'
दिल्ली पुलिस ने धरने पर बैठे किसानों तक आम आदमी को पहुंचने ही नहीं दिया
किसान आंदोलन: सरकार के प्रस्ताव पर संयुक्त मोर्चा सहमत, सरकारी 'आदेश' का इंतजार
केंद्र सरकार की ओर से आए प्रस्ताव के ड्राफ्ट को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने सहमति जताई
कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग से छोटे किसानों को नहीं होगा कोई फायदा
भारत में कॉरपोरेट फार्मिंग फेल हो चुकी है, इसलिए काॅरपोरेट अब कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग की ओर देख रहे हैं
किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर लहराए जाएंगे काले झंडे
कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर किसानों द्वारा दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे आंदोलन को 100 दिन पूरे होने वाले ...
पड़ताल: क्यों सरकार के दामन से जुड़ा रहना चाहता है किसान
किसान संगठनों का कहना है कि तीनों कानूनों के माध्यम से सरकार कृषि क्षेत्र से अपना पल्ला झाड़ कर कॉरपोरेट्स के हवाले करना चाहती ...
जग बीती: बच कर चलें
जग बीती: किसानों का रूट!
पेप्सिको ने आलू किसानों पर दायर मुकदमा वापस लिया
पेप्सिको ने आलू के बीज के कॉपीराइट का उल्लंघन करने पर गुजरात के किसानों पर मुकदमा ठोंका था
कोरोनावायरस का साइड इफेक्ट: किसान के लिए कितना कष्टदायक होगा लॉकडाउन
एक सप्ताह बाद से बाजार में गेहूं, सरसों, मटर, मूंग, मसूर, चना और प्याज आदि की आवक शुरू होनी है। इससे पहले उनके सामने ...
किसान परेड के बाद तीन कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन अब भी जारी
संयुक्त किसान मोर्चा ने कल शाम छह बजे किसान परेड के पूर्ण होने का ऐलान किया। वहीं, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन जारी ...
लाइव ग्राउंड रिपोर्ट : किसानों की गणतंत्र परेड
देश में 72वां गणतंत्र दिवस एक उथल-पुथल वाला इतिहास बन गया है। दिल्ली में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों की परेड का स्वागत ...
किसान व पर्यावरण हितेषी नहीं है हर्बिसाइड्स टॉलरेंट धान, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के लिए बन सकता है गंभीर खतरा
धान फसल मे एचटी तकनीक भारतीय धान की परम्परागत जैव विविधता के लिए भी गंभीर खतरा साबित होगी, क्योंकि यह तकनीक एएलएस जीन वाली ...
2024 लोकसभा : अब धान रोपाई के लिए लौटेंगे प्रवासी, मतदान के लिए नहीं मिलेगी छुट्टी
न्यूनतम मतदान वाले जिलों में प्रवासी श्रमिकों की सूची बनाई जा रही है उनसे संपर्क कर अपील किया जाएगा कि वह मतदान के लिए ...
सरकार की अपील : गाय को गले लगाकर मनाएं वैलेंटाइन
14 फरवरी को ऐसा करने के लिए सरकार की ओर से कहा गया है।
अतीत में नत्थी प्रेम का सम्मोहन
फुस्से की एकांतप्रियता ने एक ऐसा साहित्य रचा है जो शब्दों का शोर मचाए बिना अपने साथ चलने के लिए मजबूर कर देता है
जग बीती: किसान या कॉरपोरेट
जग बीती: किसानों का प्रदर्शन
जग बीती: किसानों को ना तो फिर किसको हां?