जेनेटिक मॉडिफाइड गेहूं की खपत को मंजूरी देने वाला पहला देश बना अर्जेंटीना
अर्जेंटीना ने जिस जीएम गेहूं की फसल को मंजूरी दी है उसे एचबी 4 नाम दिया है| इसे अर्जेंटीना की बायोटेक्नोलॉजी कंपनी बायोसीरस ने ...
अमेरिका से आने वाले सेब पर आयात शुल्क में कटौती, हिमाचल-कश्मीर के बागवान नाराज
चार साल पहले सरकार ने कस्टम ड्यूटी बढ़ा दी थी, जिसके बाद विदेशी सेब की आवक कम हो गई थी और देशी सेब की ...
हर साल 40 फीसदी पैदावार को चट कर जाते हैं कीड़े, जलवायु परिवर्तन के साथ और बढ़ रहा है खतरा
जलवायु परिवर्तन के चलते न केवल फसलों पर कीड़ों का हमला बढ़ रहा है, साथ ही वो और आक्रामक भी बनते जा रहे हैं
क्या जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा से जुड़ी चुनौतियों को हल करने में मददगार हो सकते हैं मोटा अनाज
औषधीय गुणों से भरपूर यह अनाज, बदलती जलवायु और विषम परिस्थितियों में भी उग सकते हैं
हरियाणा के खेत में पैदा किया जा रहा गैरकानूनी बीटी बैंगन
जीएम फ्री इंडिया ने दावा किया है कि हरियाणा के फतेहाबाद जिले में गैरकानूनी तरीके से बीटी बैंगन पैदा किया जा रहा है। इसकी ...
गाय संकट-2 : 35 साल के विकास के बाद मवेशी अर्थव्यवस्था संकट में
मवेशी कृषि अर्थव्यवस्था के विकास में सहायक हैं। कृषि से प्राप्त होने वाले सकल मूल्य में मवेशियों की हिस्सेदारी बढ़ी है जबकि फसलों की ...
यूरिया जीवन से जहर तक का सफर
एक हालिया अध्ययन में पहली बार भारत में नाइट्रोजन की स्थिति का मूल्यांकन किया गया है जो बताता है कि यूरिया के अत्यधिक इस्तेमाल ...
गेहूं के बजाय केले, दाल और मक्के की खेती का रुख कर रहे हैं पश्चिम बंगाल के किसान
पिछले दशक में मक्के की खेती का क्षेत्रफल आठ गुना और दालों की खेती का क्षेत्रफल तीन गुना बढ़ गया है
चिंताजनक: लवणीय हो चुकी है दुनिया की 83.3 करोड़ हेक्टेयर से ज्यादा भूमि
खारेपन से प्रभावित इस भूमि पर दुनिया के करीब 150 करोड़ लोग निर्भर हैं
इस बार खरीफ फसलों की 59 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रों में बुवाई हुई
खरीफ सीजन के लिए बुवाई के अंतिम आंकड़े 1 अक्टूबर 2020 को आने की उम्मीद है।
मवेशियों की बढ़ती समस्या पर उच्च न्यायालय ने गुजरात सरकार को लगाई फटकार
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
'तीन लाख का लोन लेकर लगाई थी फसल, बारिश ने की बर्बाद'
मध्य प्रदेश में इस मानसून दो बड़े ड्राइ स्पेल आए, जिसमें फसल की बढ़वार नहीं हुई। फसल तैयार होने के समय अब अतिवृष्टि से ...
दुनिया के सबसे छोटे शूकरों को बचाया, जंगल में छोड़े गए 12 पिग्मी हॉग
भारत में पिग्मी हॉग को बचाने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों में बड़ी सफलता मिली है। इसी का नतीजा है कि पिछले ...
हर साल सूखा, मरुस्थलीकरण और भूमि क्षरण की भेंट चढ़ जाती है 1.2 करोड़ हेक्टेयर से ज्यादा भूमि
जलवायु परिवर्तन, कृषि, शहरों और बुनियादी ढांचे के लिए भूमि में बड़े पैमाने पर किया जा रहा बदलाव अब तक करीब 20 फीसदी भूमि ...
कृषि उपज को खतरे में डाल रही है ढलानों पर मशीनों की मदद से की जा रही जुताई
रिसर्च से पता चला है कि पहाड़ी ढलानों पर जुताई के लिए बड़ी मशीनों का उपयोग भविष्य में कृषि पैदावार के लिए खतरा पैदा ...
140 करोड़ अतिरिक्त लोगों का भर सकता है पेट, अगर सिंचाई व्यवस्था में हों जाएं ये सुधार
दुनिया की 22 फीसदी कृषि भूमि के लिए सिंचाई की व्यवस्था है, जबकि दो-तिहाई कृषि भूमि अभी भी बारिश पर निर्भर है
दो से तीन गुणा महंगा बिक रहा है भूसा, राज्य सरकारें लगा रही हैं प्रतिबंध
बुआई के साथ-साथ गेहूं का उत्पादन कम हुआ है, जिसके चलते देश में भूसे का संकट खड़ा हो गया है
बिहार: एक रात की बारिश ने बर्बाद की मूंग की फसल
बिहार के बाढ़ प्रभावित इलाकों में पानी निकलने के बाद मूंग की खेती करते हैं, लेकिन इस बार अचानक आई बारिश ने यह फसल ...
जलवायु परिवर्तन: मौसम की चपेट में आए तरबूज किसान, कहा- मुनाफा दूर लागत निकालना मुश्किल
भीषण गर्मी और बदली मौसमी परिस्थितियों में तरबूज का कम उत्पादन होने से किसानों को भारी घाटा हो रहा है
क्या जायद फसलों पर भी पड़ेगा भीषण गर्मी का असर?
केंद्र सरकार का प्रयास है कि देश में दलहन-तिलहन के मामले में आत्मनिर्भर होने के लिए ग्रीष्मकालीन जायद फसलों का उत्पादन बढ़ाया जाए
क्या राजनीतिक छत्रछाया में पल रहा चीनी उद्योग पर्यावरण, खाद्य सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए भी है फायदेमंद?
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी ने भारत के चीनी उद्योग का व्यापक विश्लेषण किया है, जो बेहद रोचक है
भूमि के अंधाधुंध उपयोग से प्रभावित हो रहे हैं मिट्टी में रहने वाले जीव
शोधकर्ताओं ने पांच प्रकार के भूमि उपयोग पर गौर किया, जिसमें फसलों को उगाने के लिए उपयोग किए जाने वाले क्षेत्र, जंगल जैसे वृक्षारोपण ...
कोयला प्रदूषण के कारण धान काली होने पर सरकारी खरीद केंद्रों का खरीदने से इंकार
किसानों ने “धान वाशरी प्लांट” स्थापित करने की मांग की ताकि इससे धान धोकर-सुखाकर खरीद केंद्रों को बिक्री की जा सके
इथेनॉल के लिए लगाई गई चावल के निर्यात पर पाबंदी?
बारिश न होने के कारण इस साल 120 लाख टन चावल का उत्पादन कम हो सकता है, जिसने सरकार का गणित गड़बड़ा दिया है। ...
तीन दशक के शोध के बाद भारत में उगेगा रंगीन कपास
सिंधु घाटी सभ्यता में मुख्य तौर पर गहरा भूरा और भूरा से खाकी, सफेद और हरे रंग के कपास का इस्तेमाल किया जाता था