कॉप-26: दुनिया भर के देश तापमान के लक्ष्य को हासिल करने से कोसों दूर: संयुक्त राष्ट्र
रिपोर्ट के मुताबिक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के लिए, उत्सर्जन में 55 फीसदी तक की कमी करने की आवश्यकता है।
इस सदी में कितने गर्म होंगे महासागर और कितना बढ़ेगा जल स्तर: अध्ययन
पानी जैसे-जैसे गर्म होता है यह फैलता है, इसलिए इस गर्मी के कारण समुद्र का स्तर 17 से 26 सेंटीमीटर बढ़ जाएगा
वैश्विक प्लास्टिक संधि: क्या प्लास्टिक प्रदूषण के संकट से भावी पीढ़ियों को बचाएगी संधि?
दुनिया भर में प्लास्टिक का उत्पादन बढ़ता जा रहा है और यदि इसमें कोई बदलाव नहीं हुआ तो अनुमान है कि 2050 तक यह ...
2030 तक विकसित देशों को जीवाश्म ईंधन से करना होगा किनारा, कमजोर देशों को है मदद की दरकार
अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपियन यूनियन, जापान और ऑस्ट्रेलिया ने उत्सर्जन में जितनी कटौती का जिक्र अपने एनडीसी में किया है उन्हें निष्पक्ष रहने के लिए ...
आईपीसीसी संश्लेषण रिपोर्ट: कई चुनौतियों का सामना कर रहीं हैं कार्बन कैप्चर तकनीकें
रिपोर्ट के मुताबिक शुद्ध शून्य उत्सर्जन (नेट जीरो एमिशन) के लक्ष्य को हासिल करने के लिए वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड को हटाना जरूरी है
भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा विकसित देश की पहली स्वदेशी हाइड्रोजन ईंधन सेल बस का हुआ शुभारंभ
हाइड्रोजन ईंधन सेल वाले वाहनों की उच्च दक्षता के चलते ट्रकों और बसों के लिए प्रति किलोमीटर परिचालन लागत डीजल से चलने वाले वाहनों ...
जीवाश्म ईंधन के चलते हर साल हो रहा है 9.7 करोड़ मीट्रिक टन मीथेन उत्सर्जन, कौन है जिम्मेवार
मानचित्रों से पता चला है कि तेल संबंधित मीथेन उत्सर्जन के सबसे बड़े स्रोत रूस में हैं, जबकि प्राकृतिक गैस से होने वाला उत्सर्जन ...
क्या अगले 34 वर्षों में हर रसोई में होगा स्वच्छ ईंधन, दुनिया की एक तिहाई आबादी अभी भी है जिससे दूर
आंकड़ों के अनुसार वैश्विक स्तर पर भोजन तैयार करने के लिए स्वच्छ ईंधन और तकनीक का उपयोग हर साल एक फीसदी की दर से ...
क्या कोविड-19 के चलते कट जाएगी 3 करोड़ लोगों की बिजली
कोविड-19 के चलते उपजे आर्थिक संकट के चलते करीब 3 करोड़ लोग बिजली सम्बन्धी सेवाओं का भुगतान कर पाने में असमर्थ थे, इसका सबसे ज्यादा असर एशिया ...
कॉप 27: भारत के राष्ट्रीय घोषणा पत्र में दम नहीं, विशेषज्ञों को शिकायत
विशेषज्ञों ने कहा कि कॉप 27 में भारत के घोषणा पत्र में प्रमुख वार्ता एजेंडा का कोई उल्लेख नहीं है
एशिया में महिलाओं में 25 और पुरुषों में 24 प्रतिशत बढ़ा फेफड़े का कैंसर, वायु प्रदूषण जिम्मेवार
एक नए अध्ययन में कहा गया है कि एशिया में पुरुषों के फेफड़ों का कैंसर एडेनोकार्सिनोमा (एलएडीसी) में सालाना 24 फीसदी की वृद्धि हुई, ...
दो दशकों में 134 फीसदी बढ़ी प्राइवेट जेटों की संख्या, जानिए पर्यावरण और जलवायु के दृष्टिकोण से है कितनी खतरनाक
महामारी की शुरुआत के बाद से गणना करें तो निजी जेटों के उपयोग में करीब 20 फीसदी और इनसे होने वाले उत्सर्जन में 23 ...
2050 तक ऊर्जा क्षेत्र में आएंगी 80 लाख नई नौकरियां
अनुमान है कि जहां एक तरफ जीवाश्म ईंधन के क्षेत्र में मौजूद नौकरियों में गिरावट आएगी, वहीं अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार की ...
सतत विकास लक्ष्य के लिए अक्षय ऊर्जा की नई तकनीकों को बढ़ावा देना जरूरी
अध्ययन में कहा गया है कि किस तरह हमें अक्षय ऊर्जा के सही उपयोग से पारिस्थितिक स्थिरता और संरक्षण के साथ कम कार्बन वाले ...
दुनिया में बढ़ते कार्बन उत्सर्जन के लिए 'जिम्मेवार' कंपनियों में कोल इंडिया, अदाणी इंटरप्राइजेज शामिल
इन्फ्लुएंस मैप द्वारा जारी रिपोर्ट में 80 फीसदी कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन के लिए 57 कंपनियों को जिम्मेवार बताया गया है
फसलों के अवशेषों को बायोचार में बदलने से वायु प्रदूषण से मिल सकती है निजात
शोध में पाया गया है कि, 12 देशों के पास फसल अवशेषों को बायोचार में बदल कर अपने वर्तमान कुल ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन के ...
जलवायु परिवर्तन के खिलाफ जंग में अमीर देशों को पहले देनी होगी तेल और गैस की कुर्बानी
यदि वैश्विक तापमान में होती वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस पर सीमित रखना है तो अमीर देशों को अपनी बढ़ती महत्वाकांक्षाओं को सीमित करना ...
कैसे हो सकता है 1.5 डिग्री सेल्सियस का लक्ष्य हासिल, वैज्ञानिकों ने सुझाया रास्ता
वैज्ञानिकों ने तेल और गैस के 60 फीसदी और कोयले के 89 फीसदी भंडार को जमीन में ही छोड़ने की सलाह दी है
एक चौथाई उत्सर्जन से निपटना सबसे कठिन: आईपीसीसी
रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि हमें नेट जीरो उत्सर्जन हासिल करना है तो कृषि, प्लास्टिक, सीमेंट, और अपशिष्ट से होने वाले अंतिम ...
कॉप-27: सदी के अंत तक भारत के औसत तापमान में हो सकती 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि
यदि दिल्ली को देखें तो वहां स्थिति ज्यादा गंभीर रहने की आशंका है, जब साल के औसतन 217 दिनों तक तापमान 35 डिग्री सेल्सियस ...
ग्लोबल वार्मिंग क्या है? हम पर इसका क्या असर होता है?
वायुमंडल में ग्रीनहाउस गैसों की उच्च सांद्रता पृथ्वी पर अधिक गर्मी बढ़ाने के लिए जिम्मेवार है
वायुजनित सूक्ष्म कण तत्वों का स्वास्थ्य पर भारी असर पड़ता है : अध्ययन
शोधकर्ताओं ने बांग्लादेश, भारत और वियतनाम में भारी सूक्ष्म कण तत्वों वाले इलाकों का पता लगाया, जहां मानव गतिविधियों के कारण होने वाले तत्व ...
जलवायु परिवर्तन एवं विकास के समय में कार्बन न्याय होना बहुत जरूरी
एक गरीब व्यक्ति कार्बन का लगभग गैर-उत्सर्जक या न्यूनतम उत्सर्जक है, परन्तु वह जलवायु परिवर्तन से अत्याधिक त्रस्त है
हर घर में स्वच्छ ईंधन से पकाया जाए खाना तो हर साल बच सकती हैं 25 लाख जिंदगियां
ईंधन संग्रह करने और खाना पकाने में महिलाएं और बच्चियों को औसतन हर दिन पांच घंटे का समय लगता है। जो कई महिलाओं को ...
संयुक्त राष्ट्र विशेषज्ञों ने चेताया पर्यावरण और मानवाधिकारों को खतरे में डाल रही हैं प्लास्टिक प्रदूषण की 'उफनती लहर'
हाल के दशकों में प्लास्टिक का उत्पादन तेजी से बढ़ा है और आज दुनिया में हर साल औसतन 40 करोड़ टन प्लास्टिक कचरा पैदा ...