हवाओं में बदलाव से पूर्वी अरब प्रायद्वीप में सर्दियों में होती है 30 फीसदी बारिश
1981 के बाद से पूर्वी अरब प्रायद्वीप में सर्दियों की वर्षा में 25 से 30 प्रतिशत की वृद्धि, दक्षिण और उत्तर पूर्व में लगभग ...
जलवायु परिवर्तन के चलते 10 वर्षों में 24 फीसदी तक घट जाएगी मक्के की पैदावार
नासा का अनुमान है कि जलवायु परिवर्तन के चलते 2030 तक जहां एक तरफ मक्के की पैदावार 24 फीसदी तक गिर जाएगी वहीं गेहूं ...
तापमान बढ़ने से बढ़ जाएंगे चक्रवाती तूफान, 180 करोड़ लोगों पर खतरे की आशंका
उष्णकटिबंधीय चक्रवात पहले ही दुनिया की सबसे विनाशकारी प्राकृतिक आपदाओं में से एक हैं, जिनके चलते पहले ही हर साल करीब 15 करोड़ लोगों ...
इस सदी में कितने गर्म होंगे महासागर और कितना बढ़ेगा जल स्तर: अध्ययन
पानी जैसे-जैसे गर्म होता है यह फैलता है, इसलिए इस गर्मी के कारण समुद्र का स्तर 17 से 26 सेंटीमीटर बढ़ जाएगा
क्या है हाइड्रोफ्लोरोकार्बन गैस, जिसे कम करने आगे आया भारत
भारत ने किगाली संशोधन को मंजूरी दी, ताकि हाइड्रोफ्लोरोकार्बन गैसों के उपयोग को चरणबद्ध तरीके से बंद किया जाएगा
मानवजनित कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन से बेहताशा बढ़ रहा है तापमान: अध्ययन
अध्ययन में सेनोजोइक युग के दौरान पिछले 6.6 करोड़ वर्षों के जलवायु के रिकॉर्ड की जांच से पता लगा कि इस दौरान जलवायु में ...
भीषण गर्मी और ठंड से हर साल मरते हैं 50 लाख से ज्यादा लोग
भारत में जहां भीषण गर्मी के कारण हर साल 83,700 लोगों की जान जाती है, वहीं अत्यधिक ठंड के कारण मरने वालों का आंकड़ा करीब 6.55 लाख है
जलवायु परिवर्तन के चलते बढ़ जाएगी उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की तीव्रता: अध्ययन
2100 तक दुनिया का तापमान 2 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाता है तो चक्रवाती हवा की अधिकतम गति में 5 फीसदी की वृद्धि हो सकती ...
जलवायु परिवर्तन के युग में जल
पानी को बचाने केलिए अब जुनून के साथ-साथ संकल्प एवं दृढ़ता की भी आवश्यकता है, सुनीता नारायण का आलेख-
कोरोनावायरस के चलते 6 फीसदी तक घट जाएगी ऊर्जा की मांग
आईईए के अनुसार साल के अंत तक ऊर्जा की मांग करीब 6 फीसदी तक कम हो जाएगी| साथ ही वैश्विक उत्सर्जन में भी करीब ...
पेरिस समझौते के फेल होने पर दुनिया को होगा 600 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान
आईपीसीसी के अनुसार 2030 से 2050 के बीच वैश्विक तापमान में हो रही वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर जाएगी।
वैश्विक औसत से अधिक तेजी से पिघल रहा है हिंदु कुश हिमालय
वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित रखने के बाद भी यह क्षेत्र इस सदी अधिक तेजी से गर्म होगा
117 सालों में छठा सबसे गर्म साल रहा 2018
करीब 60 करोड़ भारतीय ऐसे क्षेत्रों में रहते हैं जहां अधिक तापमान और वर्षा जीवनस्तर पर नकारात्मक प्रभाव डालेगी
जलवायु कूटनीति का सार
जलवायु परिवर्तन वार्ता का लक्ष्य “न कोई हारे, न कोई जीते” होना चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है
केवल 13 फीसदी मीथेन उत्सर्जन को ही नियंत्रित किया जा रहा है: वैज्ञानिक
दुनिया भर में 281 नीतियों पर गौर किया, जिनमें से 255 वर्तमान में लागू हैं, जिसका उद्देश्य क्षेत्र की सीमा, नीतियों की ताकत और ...
गांवों की तुलना में 29 फीसदी ज्यादा तेजी से गर्म हो रहे हैं शहर
शहरों में सतह का तापमान 0.5 डिग्री सेल्सियस प्रति दशक की दर से बढ़ रहा है वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में यह दर 0.38 डिग्री ...
गेहूं की जल्दी बुआई से पूर्वी भारत की पैदावार में 69 फीसदी तक की हो सकती है वृद्धि: शोध
भारत को गेहूं उत्पादन के मौजूदा स्तर 11 करोड़ टन से बढ़ाकर 2050 तक 14 करोड़ टन करने की जरूरत पड़ेगी
अप्रैल की गर्मी से बढ़ गए हिमाचल प्रदेश में जंगलों में आग के मामले
सूखे की स्थिति के चलते अकेले अप्रैल माह में रिकार्ड 1012 वनों में आग के मामले देखे गए। वन संपदा और वन्य प्राणियों को ...
यूरोप में रिकॉर्ड गर्म रही गर्मियां, सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस ज्यादा था तापमान
इस दौरान जहां सिसिली में तापमान रिकॉर्ड 48.8 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया था। वहीं साइबेरिया, स्पेन, ग्रीस, इटली और तुर्की के जंगलों ...
2022 की सर्दियों में आर्कटिक की समुद्री बर्फ रिकॉर्ड में 10वीं सबसे कम: नासा
नासा के विश्लेषण से यह भी पता चलता है कि आर्कटिक अन्य क्षेत्रों की तुलना में लगभग तीन गुना तेजी से गर्म हो रहा ...
2020 में भारत में 40 लाख लोग हुए विस्थापित, चीन सबसे आगे
विश्व प्रवासन रिपोर्ट 2022 के मुताबिक, 2020 में जलवायु परिवर्तन की वजह से आ रही प्राकृतिक आपदाओं के चलते सबसे अधिक लोग विस्थापित हुए
कॉप-26: उत्सर्जन में गिरावट न आई तो 2040 तक सूखे की चपेट में होगी दुनिया की एक तिहाई कृषि भूमि
आज जिस तेजी से वैश्विक उत्सर्जन में वृद्धि हो रही है यदि ऐसा ही चलता रहा तो भविष्य में दुनिया की प्रमुख फसलों की ...
2009 से अब तक खत्म हो चुके हैं दुनिया के 14 फीसदी मूंगे
2009 से 2018 के बीच करीब 11,700 वर्ग किलोमीटर में फैली यह प्रवाल भित्तियां (कोरल अथवा मूंगे) अब पूरी तरह खत्म हो चुकी हैं, जिसके लिए हम इंसान ही जिम्मेवार हैं
क्या एल नीनो और ला नीना की घटनाओं को खामोश कर देगा बढ़ता तापमान
मौसम से जुड़ी इन घटनाओं में आने वाले बदलावों के लिए काफी हद तक हम इंसान जिम्मेवार हैं, जिनकी वजह से जलवायु में बदलाव ...
2050 तक ऊर्जा क्षेत्र में आएंगी 80 लाख नई नौकरियां
अनुमान है कि जहां एक तरफ जीवाश्म ईंधन के क्षेत्र में मौजूद नौकरियों में गिरावट आएगी, वहीं अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में रोजगार की ...