जग बीती: जल चक्र की असली कहानी!
भाग एक : चीनी से बचने के लिए कहीं आप भी तो नहीं खा रहे शुगर फ्री गोलियां
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बताया है कि एस्पार्टेम (आर्टिफिशियल या केमिकल स्वीटनर) से मनुष्यों को कैंसर का खतरा है। इसकी वजह से शुगर के ...
असंतुलित है उत्तर भारतीय आहार, बना सकता है गंभीर रोगों का शिकार : शोध
उत्तर भारतीय आहार में औसतन नमक अधिक और पोटेशियम व प्रोटीन की मात्रा कम होती है। इससे क्रोनिक किडनी रोग, हृदय रोग और उच्च ...
बेंगलुरु जलसंकट : मेट्रो के निवासी ढूंढ़ रहे नई जगहों पर अपना आशियाना
सिलिकॉन वैली में तकनीकी पेशेवर वर्क फ्रॉम होम की बात कर रहे हैं तो दूसरी तरफ संपत्ति खरीद कर निवेश करने वालों ने अपना ...
बाघों के खोए हुए गौरव को फिर से हासिल करने की दिशा में कदम बढ़ाता राजस्थान
अवैध शिकार के कारण 2004 तक सरिस्का से और 2008 तक पन्ना से सभी बाघों की मौत हो गई जो टाइगर प्रोजेक्ट के लिए ...
आखिरकार झारखंड ने 17 जिलों को किया सूखा घोषित
राज्य के गठन से अब तक के 23 सालो में 10 बार राज्य सूखा ग्रस्त घोषित किया जा चुका है।
शिमला की विकास योजना को सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी, पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने कहा दुर्भाग्यपूर्ण
एनजीटी के नवंबर 2017 फैसले में शिमला प्लानिंग एरिया में भवनों की दो मंजिल और एटिक फ्लोर से अधिक ऊंचाई पर निर्माण को रोक ...
जलवायु लक्ष्य व जस्ट ट्रांजिशन के लिए घातक साबित हो रहे हैं गुजरात के पेट्रोकेमिकल उद्योग
प्लास्टिक समेत अन्य पेट्रोकेमिकल उत्पादन से अंत तक की यात्रा में बड़ी मात्रा में ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन करते हैं
भागलपुर में लगा सांसों पर आपातकाल, अन्य शहरों को पीछे छोड़ 400 के पार पहुंचा एक्यूआई
दिल्ली-मुंबई सहित दूसरे शहरों को पीछे छोड़ भागलपुर में वायु गुणवत्ता सूचकांक गंभीर स्तर पर पहुंच गया है
44 वर्षों में 10.26 लाख हेक्टेयर जंगल साफ
पिछले 5 साल में देशभर में करीब 90 हजार हेक्टेयर वन भूमि गैर वनीय उपयोग के लिए परिवर्तित हुई है
पूर्वी राजस्थान के सूखाग्रस्त जिलों में पेयजल और सिंचाई होगी संभव!
राजस्थान के कई जिलों में जहां पेयजल की कमी है, वहां पीने के पानी की आपूर्ति करने के अलावा, यह मेगा परियोजना अतिरिक्त 2 ...
सरकार ने उड़द और अरहर दाल के मुक्त आयात को मार्च, 2024 तक बढ़ाया
आंकड़ों के मुताबिक भारत में दलहन का उत्पादन वैश्विक उत्पादन की 25 फीसदी हिस्सेदारी करता है।
जग बीती: ऐसे बचेगी धरती?
देश की चमचमाती मेट्रो से सवारी क्यों हो रही नदारद!
2014 में भारत के पांच शहरों में केवल 229 किलोमीटर दूरी का मेट्रो जाल बिछा था लेकिन 2023 में यह नेटवर्क 18 शहरों में ...
वीगन चमड़ा : अब आम के गुदे से बना इकोफ्रैंडली बैग
पॉलीयुरेथेन सिंथेटिक चमड़े को विघटित होने में 500 साल से ज्यादा का समय लगता है। दूसरी ओर फल और भूसे से बने चमड़े को ...
जग बीती: निर्धन बचपन!
बैठे ठाले: लंग्स ही तो है न संग-ओ-खिश्त
“मुहल्ले में सांस के कई डॉक्टरों ने गुमटी खोल ली है, राममनोहर लोहिया अस्पताल में प्रदूषण ओपीडी शुरू हो गई है। कई नए कफ-सिरप ...
जग बीती: अदला-बदली!
एनजीटी ने कहा नैनीताल में पेड़ काटने वालों के खिलाफ करें एफआईआर, दो महीनों में मांगी कार्रवाई रिपोर्ट
नैनीताल में अवैध होटलों और पेड़ों की कटाई के मामले में प्राधिकरणों को दो महीनों में कार्रवाई का आदेश दिया गया है।
चीनी बच्चों में निमोनिया की रहस्यमय लहर के पीछे वजह क्या है?
वैज्ञानिकों को श्वसन रोग में वृद्धि की उम्मीद थी, लेकिन चीन में जो हो रहा है, वह असामान्य है।
जग बीती: बच्चों का हत्यारा!
जानलेवा पीएम : बच्चों की अटक रहीं सासें, अस्पतालों में लगी हैं लंबी कतारें
दिल्ली-एनसीआर की हवा में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) अपने सामान्य स्तर से 5 गुना अधिक पहुंच चुका है। खासतौर से बच्चों और बूढ़ों के लिए ...
जग बीती : इस विसर्जन कुछ अच्छा हो जाए
जग बीती: नांदेड़ में मौतों के लिए जिम्मेवार कौन?
जग बीती: हमें जीने दो!