वरदान बना बारिश का पानी
सूखे साल में भी वर्षा जल से 42 परिवारों की पानी की जरूरतें एक साल तक पूरी की जा सकती हैं और धनबाद पानी ...
जंगल के सवाल
फॉरेस्ट सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा तैयार द स्टेट ऑफ फॉरेस्ट रिपोर्ट 2017 उपग्रह से प्राप्त चित्रों से निर्मित है। इससे पता चलता है कि ...
बीमारी से उबरने के बाद उभर सकते हैं कैंसर उपचार के दुष्प्रभाव
अध्ययनों के मुताबिक उपचार की उन्नत तकनीक एवं बेहतर देखभाल के कारण बचपन में कैंसर का शिकार होने वाले मरीजों में इस बीमारी से ...
बढ़ रही है सूखे और ग्रीष्म लहर की दोहरी चुनौती
भारतीय शोधकर्ताओं द्वारा किए गए ताजा अध्ययन में पता चला है कि देश भर में एक ही समय में सूखे और ग्रीष्म लहर की ...
चूक गए तो चुक गए
ऐसा नहीं है कि सिर्फ मध्य प्रदेश में ही किसान सड़कों पर हैं, समृद्ध और ज्यादा उत्पादक राज्यों में कृषि की हालत भी खराब ...
भारी बारिश बन रही है किसानों के लिए नुकसान का सबब
2019 में देर से आए मॉनसून और फिर भारी बरसात ने कई इलाकों में फसलों को नुकसान पहुंचाया
पूर्वोत्तर भारत और उत्तराखंड में भारी बारिश का दौर जारी, इन हिस्सों में चढ़ेगा पारा
अगले चार से पांच दिनों के दौरान गुजरात और महाराष्ट्र के अधिकतम तापमान में तीन से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने का अनुमान ...
प्रेरणा: भूख से रोती बच्ची को देखकर शुरू किया अनाज बैंक
उत्तर प्रदेश के आठ जिलों में अनाज बैंक चलाने वाले वाराणसी के राजीव श्रीवास्तव की कहानी उनकी जुबानी
मानसून का छोटे से मध्यम श्रेणी का पूर्वानुमान क्या होता है?
समय सीमा के आधार पर मानसून का पूर्वानुमान लगाना सबसे कठिन होता है
भूखे बच्चों के लिए जिंदगी में पहली बार हाथ फैलाया
राजस्थान के सवाई माधोपुर से मध्यप्रदेश की शिवपुरी लौटी सुमित्रा और उसके परिवार की कहानी
कोरोना से जीतने के लिए पहले अपने डर काे हराया
कोरोनावायरस संक्रमण के शिकार हुए भोपाल के पत्रकार जुगल किशोर शर्मा ने अपनी आपबीती बताई
पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत में सूखे के आसार, जुलाई में 122 साल के इतिहास में सबसे कम बारिश
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अगस्त और सितंबर में भी इन क्षेत्रों में बारिश के सामान्य से कम रहने का पूर्वानुमान जारी किया है
जलवायु परिवर्तन की वजह से राजस्थान में बदले हालात, बाढ़ की घटनाएं बढ़ी
राजस्थान में मानसून के दौरान बारिश वाले दिनों में कमी आ रही है, वहीं भारी वर्षा वाले दिनों की संख्या बढ़ रही है
आवरण कथा: क्या कागजों में उग रहे हैं जंगल?
1987 से 2015 तक के दौरान वन आवरण की कुल भूमि में 20-21 प्रतिशत की वृद्धि हुई है लेकिन इसका कोई उल्लेख नहीं है ...
‘गायब’ हो गए देश के जंगल, भारतीय वन सर्वेक्षण के आकलन और डाउन टू अर्थ की पड़ताल में खासा अंतर
डाउन टू अर्थ के विश्लेषण के मुताबिक, सरकारी आकलन में वन भूमि के तौर पर अभिलिखित (रिकॉर्डेड) 30 से 35 फीसदी जमीन कुछ राज्यों ...
जनवरी में कोयला उत्पादन रिकॉर्ड 6.13 प्रतिशत बढ़ा
एक और जहां सरकार का दावा है कि शून्य उत्सर्जन का लक्ष्य हासिल करने की दिशा पर काम किया जा रहा है, वहीं कोयला ...
श्मशान घाट से ग्राउंड रिपोर्ट: भोपाल में जलती चिताएं खोल रही हैं सरकारी आंकड़ों की पोल
डाउन टू अर्थ ने कोरोनावायरस संक्रमण की वजह से मध्यप्रदेश में हो रही मौतों के रिकॉर्ड की सत्यता जांचने का प्रयास किया
कितनी सफल रही सांसद आदर्श ग्राम योजना
देश भर में सांसद आदर्श ग्राम योजना के तहत 77,457 परियोजनाएं शुरु की गई थी जिनमें से 63.25 फीसदी परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं
एसओई 2021: पर्यावरण संबंधी 50,000 से ज्यादा मामले अदालतों में लंबित
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट रिपोर्ट (एसओई) कहती है- पर्यावरणीय अपराध के मामले बढ़ रहे हैं, निपटारों की प्रक्रिया सुस्त है
पुडुचेरी और तमिलनाडु के समुद्र तट पर टकराया चक्रवाती तूफान निवार
चक्रवाती तूफान निवार की रफ्तार 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे से बढ़कर 145 किमी प्रति घंटे की रफ्तार तक हो सकती है
क्या स्कूल-कॉलेज कोरोनावायरस के सबसे बड़े हॉट स्पॉट हैं?
माता-पिता को इस बात का डर है कि स्कूलों में बच्चों को कोरोना से संक्रमित हो जाएंगे, लेकिन दुनियाभर में किए गए अध्ययन के ...
ग्लोबल वार्मिंग के कारण एशियाई क्षेत्रों में हो रही है अधिक मानसूनी बारिश: अध्ययन
जापान के टोक्यो मेट्रोपॉलिटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने एशियाई मानसून को लेकर एक अध्ययन किया है
बिना हथकरघा बोर्ड के राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मना रही है सरकार
केंद्र सरकार ने हाल ही में अखिल भारतीय हथकरघा बोर्ड को समाप्त कर दिया है
भारत में मलेरिया परजीवियों का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने खोजा नया तरीका
वैज्ञानिकों के अनुसार, प्लास्मोडियम विवैक्स मलेरिया परजीवी संक्रमण के बाद वर्षों तक किसी व्यक्ति के लीवर की कोशिकाओं में निष्क्रिय रूप में रह सकता ...
क्या भारत फिर कृषि प्रधान बनेगा?
खरीफ का मौजूदा रकबा उम्मीद जगाता है क्योंकि कोविड काल में अधिक से अधिक किसान खेती की ओर लौट रहे हैं