जमीन धंसने के चलते भारत सहित दुनिया के 63.5 करोड़ लोगों पर मंडरा रहा है खतरा
भूजल के अनियंत्रित दोहन के चलते जिस तरह से जमीन धंस रही है उसका खामियाजा दुनिया की 19 फीसदी आबादी को झेलना होगा| इसमें ...
जमीन पर प्लास्टिक प्रदूषण में इजाफा कर रहे हैं सिंथेटिक कपड़ों से निकला माइक्रोफाइबर
हर साल करीब 176,500 मीट्रिक टन सिंथेटिक माइक्रोफाइबर जमीन पर जमा हो रहा है, जिसके लिए पॉलिएस्टर और नायलॉन से बने कपडे जिम्मेवार हैं
खेत लीज पर देने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड, किसे होगा फायदा?
राज्य सरकार ने वादा तो चकबंदी करने का किया था, लेकिन अब खेती की जमीन उद्यमियों को लीज पर देने का निर्णय ले लिया ...
यूएनसीसीडी कॉप-14 सम्मेलन शुरु, 30 फैसलों पर सहमति की उम्मीद
जावेडकर ने कहा, इंसान ने ही धरती व प्रकृति को नुकसान पहुंचाया है, अब उसे ही इस नुकसान को कम करना चाहिए
2,613 शहरों में बसी हैं झुग्गी बस्तियां, जी रहे हैं नारकीय जीवन
रोजगार की तलाश में शहरों का रुख करने वाली ग्रामीण क्षेत्रों की बड़ी आबादी झुग्गी बस्तियों में अपना ठिकाना बनाती है और अमानवीय परिस्थितियों ...
बहुमंजिला इमारत की छांव में लू लगने का डर सबसे ज्यादा
हमारे शहर तेजी से गर्मद्वीप बन रहे हैं। वहीं, बहुमंजिला इमारतों के आस-पास ही लू लगने की संभावना सबसे ज्यादा है।
खेती की जमीन कम हुई पर बढ़ गई छोटे किसानों की संख्या
भारत के 30 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में मालिकाना हक वाली जमीन का औसत घटा है। हालांकि मिजोरम इस मामले में अपवाद है
पानीदार भारत और सूखे का बढ़ता संकट
मॉनसून की शुरुआत के बाद सूखे की चर्चा अटपटा जरूर है, पर जलवायु परिवर्तन के दौर में बिगड़ता मॉनसून का स्वरूप सूखे के दायरे और ...
विकास या विनाश: नदी मुहानों को लील रहा इंसानी लालच, 35 वर्षों में ढाई लाख एकड़ क्षेत्र को किया तब्दील
मनुष्यों ने वैश्विक स्तर पर भूमि सुधार और बांधों के निर्माण के नाम पर 44 फीसदी नदी मुहानों को बदल दिया है
नए मॉडल से बाढ़ के खतरों का होगा सटीक मूल्यांकन, इससे निपटने में मिलेगी मदद
शहरी विकास किस तरह हो रहा है, यह बदलाव के पैटर्न से जुड़ा हुआ है, जलवायु परिवर्तन के कारण शहरों में बाढ़ के खतरों ...
आवरण कथा: जहां चाह, वहां राह
राजस्थान के कई गांव चारागाह का विकास और प्रबंधन करके चारे के संकट से उबर चुके हैं
फायदेमंद हो सकती है समुद्री सिवार की खेती, कृषि भूमि उपयोग में 11 करोड़ हेक्टेयर की होगी बचत
वैज्ञानिकों के मुताबिक सीवीड फार्मिंग, हर वर्ष भूमि उपयोग पर बढ़ते दबाव को कम करने के साथ-साथ कृषि उत्सर्जन में 260 करोड़ टन की ...
जोशीमठ धंसाव के बाद राष्ट्रीय आपदा कानून पर क्यों उठ रहे हैं सवाल?
क्या मौजूदा आपदा प्रबंधन कानून और उसके 18 बरस पुराने प्रावधान, वर्तमान और भावी आपदाओं के मद्देनजर पर्याप्त हैं?
उष्णकटिबंधीय जंगलों में रहने वाले पक्षियों की आबादी में आई भारी गिरावट
शोध से पता चला कि पक्षियों की 40 प्रजातियों में 70 फीसदी की गिरावट देखी गई और 35 प्रजातियों ने अपनी आधी संख्या खो ...
पारिस्थितिकी तंत्रों को बचाने के लिए 2050 तक पर्यावरण पर करना होगा 587 लाख करोड़ का निवेश
रिपोर्ट के अनुसार 2050 तक प्रकृति-आधारित समाधानों पर अब से करीब चार गुना ज्यादा निवेश करना होगा
जानवरों में पाए जाने वाले 8.5 लाख वायरस कर सकते हैं मानवों को संक्रमित: रिपोर्ट
रिपोर्ट में कहा गया है कि भूमि उपयोग में परिवर्तन कोविड-19 महामारी का मुख्य कारण है, यह 1960 से 30% नई बीमारियों के लिए ...
पालतू जानवरों के भोजन से कितना पड़ रहा है पर्यावरण पर दबाव, वैज्ञानिकों ने की जांच
हर साल 4.9 करोड़ हेक्टेयर कृषि भूमि का उपयोग पालतू जानवरों जैसे कुत्ते और बिल्लियों का पेट भरने के लिए किया जा रहा है ...
गरीब कल्याण योजना: विकास के सवाल और योजनाओं का मानसून
गरीब कल्याण योजना तभी प्रासंगिक हो सकती है जब आजीविका के लिए उनके जल, जंगल और जमीन जैसे संसाधनों पर उनका अधिकार हो
जल-जंगल-जमीन हमारा, नहीं चलेगा राज तुम्हारा, यहां गूंज रहे हैं ये नारे
ओडिशा के पुरी में चल रहे नेशनल अलायंस फॉर पीपल्स मूवमेंट (एनएपीएम) के 12वें राष्ट्रीय सम्मेलन में जल-जंगल-जमीन के मुद्दे गूंज रहे हैं
वैज्ञानिकों ने बताए ग्लोबल वार्मिंग का लक्ष्य हासिल करने के तरीके, एक तिहाई उत्सर्जन हो सकता खत्म
एक अध्ययन में कहा गया है कि विकसित देश खाना बर्बाद करना छोड़ दें और विकासशील देश जंगलों की कटाई छोड़ दें तो 2050 ...
मरुस्थलीकरण को रोकने में विश्व का नेतृत्व कर सकता है भारत
बंजर हो चुकी भूमि किसी भी समुदाय के कारोबार पर पड़ने वाला बोझ है, लेकिन इस स्थिति को बदला भी जा सकता है
अधिकार में मिली जमीन छिनने का डर
अधिकार स्वरूप लोगों को दी गई जमीन छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वापस लेने के कारण तीन जिलों के निवासियों पर बेदखली की तलवार लटक गई ...
मरुस्थल में बदल चुका है भारत का 30 फीसदी इलाका, 8 राज्यों में हालात बुरे
विश्व मरुस्थलीकरण रोकथाम दिवस: भारत के 21 जिलों में 50 फीसदी से ज्यादा हिस्सा मरुस्थल में तब्दील हो चुका है
भारतीय किसान, 'चक्रव्यूह' में फंसा अभिमन्यु
देश के ग्रामीण क्षेत्रों की लगभग 58% आबादी खेती पर निर्भर है, इतने बड़े तबके का अशांत होना देश के लिए अच्छा संकेत नहीं ...
बिगड़ रही खेतों की सेहत, हर साल उत्पादन को हो रहा प्रति हेक्टेयर 3,654 रुपए का नुकसान
जमीन की सेहत में आती गिरावट का सबसे ज्यादा खामियाजा उत्तर प्रदेश के किसानों को भुगतना पड़ रहा है जहां हर साल प्रति हेक्टेयर ...