मच्छर ही दिलाएंगे डेंगू से छुटकारा, वैज्ञानिकों ने खोजा नया उपचार
वैज्ञानिकों ने मच्छरों में कृत्रिम रूप से बदलाव करने में सफलता हासिल की है, जिसकी मदद से यह मच्छर ही डेंगू वायरस को फैलने से ...
मलेरिया परजीवी के अनुवांशिक अध्ययन के लिए वैज्ञानिकों ने बनाई नई तकनीक
परजीवी को नियंत्रित करना कठिन हो जाता है, क्योंकि लाल रक्त कोशिकाएं इसकी रक्षा करती हैं। यह स्थिति मलेरिया जीव विज्ञानी के लिए एक ...
भारत में बढ़ रहे हैं आंत रोगी, लेकिन आंकड़ों का है अभाव
दुनियाभर के अध्ययनों में बीमारियों से सुरक्षा के साथ आंत के सूक्ष्मजीव को जोड़ा गया है, लेकिन भारत में आंतों की सूक्ष्मजीव विविधता पर ...
फैल रहा है मलेरिया का अधिक घातक रूप
मलेरिया के घातक रूप के लिए जिम्मेदार प्लास्मोडियम फैल्सीपैरम के संक्रमण के मामले भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ रहे हैं।
पानी से जहरीले क्रोमियम को अलग करने वाला स्पंज बनाया
क्रोमियम से डीएनए को भारी नुकसान पहुंचता है और यह कैंसर के ट्यूमर का निर्माण करता है
भारतीय वैज्ञानिकों ने एक सेंसर विकसित किया जो नई दवाओं की पहचान करने में मदद कर सकता है
यह सेंसर कैंसर जैसी बीमारी के उपचार के लिए बेहतर दवाओं का सुझाव भी दे सकता है
लुप्त हो रहे हैं हमारे चेहरों में छिपे 'घुन', लेकिन ये खबर अच्छी नहीं
डेमोडेक्स नाम के ये घुन त्वचा के छिद्रों का साफ रखते हैं
वायरस से बचने के लिए मजबूत प्रतिरक्षा विकसित कर सकते हैं बैक्टीरिया
मानव जीनोम में होने वाले बदलावों की तुलना करने के लिए बैक्टीरिया में नई विशेषता वाली रक्षा प्रणालियों की मदद से कैंसर जैसी गंभीर ...
फ्रिज ही नहीं, मिट्टी के बर्तन में भी लंबे समय तक इन्सुलिन को किया जा सकता है स्टोर
वैज्ञानिकों के मुताबिक मिट्टी के बर्तन में रखने जैसे साधारण उपाय इस अहम दवा को गर्मी के मौसम में भी लंबे समय तक सुरक्षित ...
क्या कोरोनावायरस की जांच के लिए भारत के पास हैं पर्याप्त किट?
भारत में कोरोनावायरस के मरीजों के नमूनों की जांच पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के अलावा अलाप्पुझा, बेंगलुरु, हैदराबाद और मुंबई स्थित इंडियन ...
कोविड-19 के रोगियों की मौत का एक बड़ा कारण रक्त का थक्का जमना है: अध्ययन
अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि रोगियों में कोविड-19 संक्रमण के कारण रक्त के थक्के जम जाते है, जिससे फेफड़ों के भीतर सूक्ष्म थक्के बन जाते ...
भारतीय लम्बी काली मिर्च ‘पिप्पली’ में मिले कैंसर को खत्म करने वाले गुण
शोध से पता चला है कि पिप्पली में पाया जाने वाला पाइपरलोंग्यूमाइन, मस्तिष्क कैंसर के सबसे ज्यादा खतरनाक प्रकारों में से एक ग्लियोब्लास्टोमा के ...
युवक के शरीर से निकाले गए गर्भाशय और फैलोपियन ट्यूब, अब तक मिले हैं सिर्फ 300 मामले
दुनिया भर में इस तरह के दुर्लभ विकार 'पर्सिस्टेंट मुलेरियन डक्ट सिंड्रोम (पीएमडीएस)' के अब तक 300 से भी कम मामले सामने आए हैं
इंसानी शरीर में कितनी कोशिकाएं होती हैं? रिसर्च में हुए हैरान कर देने वाले खुलासे
रिसर्च से पता चला है कि एक पुरुष के शरीर में औसतन 36 लाख करोड़ कोशिकाएं होती हैं। वहीं महिलाओं में इन सेल्स की ...
दवा प्रतिरोधी बैक्टीरिया को खत्म करेगा पेड़ों में पाया जाने वाला 'हाइड्रोक्विनिन'
पेड़ों में पाया जाने वाला यह कार्बनिक यौगिक “हाइड्रोक्विनिन” एंटीबायोटिक प्रतिरोधी बैक्टीरिया के खिलाफ जंग में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है
बेहद कम लागत वाला एक आम एंटीऑक्सीडेंट बन सकता है कोविड-19 का कारगर उपचार
एक स्वाभाविक रूप से बनने वाला एंजाइम, कोविड-19 का उपचार करने में सक्षम है।
भारत में स्तन कैंसर से पांच साल तक जीवित रहने की दर मात्र 66.4 फीसदी : आईसीएमआर
अध्ययन के मुताबिक, जांच के पांच साल बाद जीवित रहने की दर पासीघाट में 41.9 फीसदी, मिजोरम में 74.9 फीसदी और अमेरिका जैसे देशों ...
पीपीई किट विसंक्रमित कर दोबारा उपयोगी बनाने के लिए नई तकनीक
मुंबई स्थित स्टार्टअप ‘इंद्रावाटर’ द्वारा हाल में विकसित की गई एक डिस्इन्फैक्शन प्रणाली इस मुश्किल को हल करने में मददगार हो सकती है
रक्त कोशिकाओं की गणना के लिए बनाई स्मार्ट माइक्रोस्कोपी तकनीक
डीप लर्निंग एल्गोरिद्म पर आधारित इस माइक्रोस्कोपी तकनीक में ऐसे सॉफ्टवेयर का उपयोग किया गया है जो रक्त नमूनों की माइक्रोस्कोपिक इमेज का उपयोग ...
वैज्ञानिक अध्ययन: ध्यान केंद्रित करने में कैसे मदद करता है मस्तिष्क का मध्य भाग
वैज्ञानिकों का कहना है कि सुपीरियर कॉलिकुलस-कोर्टेक्स की कनेक्टिविटी व्यक्तियों में ध्यान के केंद्रित होने और उसके भटकाव को प्रभावित कर सकती है
टीबी से बचाव के लिए आईसीएमआर कर रहा है टीकों का परीक्षण
आईसीएमआर के शोधकर्ताओं ने अब दो ऐसे टीकों का परीक्षण शुरू किया है जो टीबी से बचाव में मददगार हो सकते हैं।
वैज्ञानिकों ने एक्स-रे की नई तकनीक विकसित की, पर्यावरण को कम होगा नुकसान
शोधकर्ताओं ने एक नई सामग्री विकसित की जिसका उपयोग एक्स-रे डिटेक्टर बनाने के लिए किया जा सकेगा। यह पर्यावरण के लिए बहुत कम हानिकारक ...
दवा लक्ष्यों की सक्रियता का पता लगाने के लिए बनाया डिजाइनर बायोसेंसर
यह अध्ययन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) कानपुर, यूनिवर्सिटी ऑफ मान्ट्रियल कनाडा और इंपिरियल कॉलेज लंदन के शोधकर्ताओं द्वारा संयुक्त रूप से किया गया है
जानें, उम्र से कैसे प्रभावित होती हैं मानव वसा कोशिकाएं
नए अध्ययन से पता चलता है कि मानव वसा चयापचय में उम्र के आधार पर परिवर्तन अलग तरीके से होते हैं
कोरोनावायरस में छिपे हुए नए जीन ओआरएफ3डी की हुई पहचान :अध्ययन
शोध टीम ने ओआरएफ3डी नामक जीन की पहचान की है, सार्स-सीओवी-2 में एक नया जीन, जिसमें प्रोटीन को अलग करने की क्षमता होती है, ...