गर्म होती दुनिया: बढ़ेगा सूखे का अनुपात और अचानक पड़ने वाले सूखे की घटनाओं में आएगी तेजी
विशेषज्ञों ने अचानक पड़ने वाले सूखे को परिभाषित करते हुए बताया कि, यह मिट्टी की नमी के सबसे निचले स्तर से उत्पन्न होता है, ...
अगले 80 वर्षों में दोगुनी हो जाएगी गंभीर सूखे से पीड़ितों की संख्या
जहां 1976 से 2005 के बीच विश्व की करीब 3 फीसदी आबादी गंभीर सूखे का सामना कर रही थी, वो सदी के अंत तक ...
बारिश के पैटर्न में आते बदलावों से 2040 तक गंगा के निचले इलाकों में पड़ सकती है सूखे की मार
रिसर्च से पता चला है कि 2040 तक इस क्षेत्र में होने वाली औसत मासिक वर्षा में सात से 11 मिलीमीटर प्रतिदिन की उल्लेखनीय ...
बिहार में सूूखे जैसे हालात, पलायन की तैयारी कर रहे किसान
बिहार में मॉनसून 2023 के दो माह के दौरान सामान्य से 48 प्रतिशत कम बारिश हुई है, कई जिलों में हालात बहुत खराब हैं
भारत के 21 फीसदी हिस्से पर मंडरा रहा है सूखे का खतरा
इस साल सूखे की स्थिति का सामना कर रहा भूभाग पिछले वर्ष की तुलना में करीब 62 फीसदी ज्यादा है। 2020 में देश का ...
साल 2000 से बिगड़ रहे हैं महाराष्ट्र के सात जिलों में हालात, सूखे की वजह से घट रही फसलों की पैदावार
अध्ययन के मुताबिक, गन्ने की उपज में लगभग 20 फीसदी की गिरावट आने की आशंका है, जबकि बारानी ज्वार में 18 फीसदी तक की ...
सावधान! 'सूखे' पड़े हैं भारत के 78 फीसदी जिले, गर्मी की फसलें हो सकती हैं प्रभावित
अनुमान है कि इस बार मानसून कुछ देरी के बाद चार जून के आसपास केरल पहुंचेगा, वहीं मई-जून में अल नीनो के बनने की ...
दुनिया में क्यों बढ़ रही हैं अचानक उभरने वाले सूखे की घटनाएं, क्या बदलती जलवायु का है कोई हाथ
वैज्ञानिकों ने तेजी से उभरते सूखे के लिए बढ़ते वैश्विक तापमान और जलवायु परिवर्तन की वजह से बारिश के पैटर्न में आते बदलावों को ...
खरीफ सीजन: साल 2021 के मुकाबले इस साल छह लाख हेक्टेयर में कम हुई बुआई
चालू खरीफ सीजन में दलहन का रकबा 8.59 फीसदी घटा है, जबकि सीजन की बुआई लगभग खत्म होने वाली है
88 जिलों में बिल्कुल भी नहीं हुई मॉनसून पूर्व बारिश, 12 राज्यों में सूखे जैसे हालात
विशेषज्ञों ने कहा कि मॉनसून पूर्व बारिश न होने से सब्जी फसलों को नुकसान होता है और खरीफ फसलों की तैयारियां प्रभावित होती हैं
मॉनसून 2023: क्या लंबी अवधि के सूखे की भविष्यवाणी कर सकता है भारत?
एक नए डीप लर्निंग मॉडल से पता चला है कि 2027 तक देश के कई महत्वपूर्ण हिस्से सूखे की चपेट में होंगें
500 वर्षों के इतिहास में सबसे भीषण सूखे का सामना कर रहा है यूरोप
महाद्वीप का करीब 47 फीसदी हिस्से में चेतावनी जारी की गई है कि जहां मिट्टी तेजी से अपनी नमी खो रही है जबकि 17 ...
पानीदार भारत और सूखे का बढ़ता संकट
मॉनसून की शुरुआत के बाद सूखे की चर्चा अटपटा जरूर है, पर जलवायु परिवर्तन के दौर में बिगड़ता मॉनसून का स्वरूप सूखे के दायरे और ...
कॉप-28: 2022-23 में 23 देशों ने सूखे को लेकर घोषित किया आपातकाल, 184 करोड़ लोग प्रभावित
करीब 184 करोड़ लोग सूखे से प्रभावित हैं, जिनमें से करीब पांच फीसदी को भीषण सूखे का सामना करना पड़ा था