बढ़ते ग्रीनहाउस गैसों से लुप्तप्राय ध्रुवीय भालू के अस्तित्व पर मंडराया संकट: अध्ययन
वायुमंडल में सालाना 50 अरब मीट्रिक टन सीओ 2 का उत्सर्जन हो रहा है, इससे दक्षिण ब्यूफोर्ट सागर में ध्रुवीय भालू की आबादी में ...
हिन्द महासागर और बंगाल की खाड़ी में कहीं ज्यादा दिनों तक उठेंगी तूफानी लहरें
भारतीय वैज्ञानिकों की चिंता है कि ये घटनाएं तटीय आबादी, बुनियादी ढांचे और समुद्र पर निर्भर लोगों की जीविका को बुरी तरह प्रभावित कर ...
साल 2030 तक गर्मियों में बिना बर्फ के होगा आर्कटिक महासागर, तब दुनिया पर क्या होगा इसका असर?
आर्कटिक समुद्री बर्फ दुनिया भर की जलवायु प्रणाली का एक महत्वपूर्ण भाग है। यह महासागर द्वारा अवशोषित सूरज की रोशनी की मात्रा को कम ...
वैश्विक अर्थव्यवस्था को 248 लाख करोड़ का नुकसान पहुंचा सकता है 2023 में बनने वाला अल नीनो
रिसर्च के मुताबिक सदी के अंत तक दुनिया को अल नीनो के चलते 6,943.23 लाख करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। साथ ही ...
शोधकर्ताओं ने महासागरों को नुकसान पहुंचाने वाली औद्योगिक गतिविधियों से निपटने का खोजा तरीका
इस काम का लक्ष्य न केवल संरक्षणवादियों और कई उद्योगों के बीच संघर्ष को कम करना है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना है कि ...
तबाही की राह पर दुनिया: जलवायु से जुड़े चार प्रमुख संकेतकों ने 2021 में तोड़ा रिकॉर्ड
ग्रीनहाउस गैस, समुद्र के जल स्तर और गर्मी में होती वृद्धि के साथ महासागरों में बढ़ता अम्लीकरण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है
अल नीनो और ला नीना की घटनाएं अब और अधिक लगातार हो सकती हैं: अध्ययन
वॉकर सर्कुलेशन के अल नीनो जैसे और ला नीना जैसे चरणों के बीच बदलने की समय अवधि औद्योगिक युग में थोड़ी धीमी हो गई, ...
डाउन टू अर्थ आवरण कथा: कितने महीने तक रहेगा अल नीनो का असर?
1997 बीसवीं सदी का सबसे भयावह अल नीनो वर्ष था, हालांकि इसने भारतीय माॅनसूनी वर्षा पर अपना प्रभाव बेहद कम डाला
अटलांटिक की हवा बदल रही है भारत के भोजन और पानी की आपूर्ति: शोध
उत्तरी अटलांटिक में वायुमंडलीय परिस्थितियों के प्रभाव के कारण पश्चिमी हिमालय में सर्दियों की बारिश और बर्फबारी की मात्रा में लगभग 50 प्रतिशत तक ...
गर्म होती दुनिया में श्रेणी छह के तूफानों से कितना हो सकता है नुकसान, जलवायु वैज्ञानिकों ने लगाया पता
शोध के मुताबिक, श्रेणी छह के तूफानों का सबसे ज्यादा खतरा दक्षिण-पूर्व एशिया, फिलीपींस और मैक्सिको की खाड़ी में है
गर्मियों में नहीं दिखेगी उत्तरी ध्रुव में बर्फ, जल्द ही आएगा बड़ा बदलाव
शोध के अनुसार आज आर्कटिक में साल भर दिखने वाली बर्फ, 2050 तक गर्मियों के मौसम में पूरी तरह गायब हो जाया करेगी
बनता-बिगड़ता जलवायु इतिहास, 174 वर्षों में सातवां सबसे गर्म जनवरी का महीना किया गया दर्ज
तापमान बढ़ने के साथ-साथ इस साल जनवरी में वैश्विक स्तर पर समुद्रों में जमा बर्फ की सीमा भी रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच गई ...
इससे पहले कि दुनिया से गायब हो जाएं ध्रुवीय भालू, बढ़ते तापमान पर लगानी होगी लगाम
वर्तमान में दुनिया भर में लगभग 26,000 ध्रुवीय भालू हैं। यदि जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई नहीं की गई तो सदी के अंत तक ध्रुवीय ...
जलवायु परिवर्तन से बढ़ रहा है अंतरिक्ष में कचरे का प्रदूषण: शोध
पृथ्वी की निचली कक्षा में 10 सेमी से अधिक व्यास वाले 30,000 से अधिक ट्रैक करने योग्य मलबे के टुकड़े और 1 सेमी से ...
इसी तरह पिघलती रही आर्कटिक के सागर में बर्फ तो 48 फीसदी तक बढ़ जाएंगी अल नीनो की घटनाएं
जैसे-जैसे बर्फ का नुकसान होता है और आर्कटिक मौसमी रूप से बर्फ मुक्त हो जाता है, अल नीनो की मजबूत घटनाओं की आवृत्ति एक ...
सक्रिय हो गया है अल नीनो, एनओएए ने की पुष्टि, जानिए भारत व दुनिया पर क्या होगा असर
वैज्ञानिकों को आशंका है कि अल नीनो के साथ बढ़ता तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच सकता है। ऐसा ही कुछ 2016 में आए अल ...
हिंद महासागर के तेजी से गर्म होने से बढ़ेगी विनाशकारी घटनाएं, अध्ययन में दी गई चेतावनी
महासागरों के तेजी से गर्म होने के बीच, सतह के तापमान के मौसमी चक्र में बदलाव होने का अनुमान है, जिससे इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में ...
रंगीन से सफेद होती मूंगा चट्टानें, वैज्ञानिकों ने की दुनिया की चौथी कोरल ब्लीचिंग घटना की पुष्टि
वैज्ञानिकों ने पुष्टि की है कि ऑस्ट्रेलिया की ग्रेट बैरियर रीफ से लेकर हिन्द महासागर में तंजानिया, केन्या तक फैली दुनिया की रंगीन मूंगा ...
विश्व मौसम संगठन ने की अल नीनो के आगाज की घोषणा, भारत में भी मॉनसून पर रहेगी नजर
अनुमान है कि अल नीनो की यह घटना भारत में मॉनसून पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है