वैज्ञानिकों ने ट्रॉपिकल फारेस्ट में खोजा नया एंटीबायोटिक
रटगर्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने ट्रॉपिकल फारेस्ट में एक नए एंटीबायोटिक की खोज का दावा किया है जो कि "प्लांट प्रोबायोटिक" के विकास में ...
3 वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से मिला मेडिसिन का नाेबेल पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार की घोषणा करते हुए बताया गया कि उन्होंने जो शोध किया है, उनसे कैंसर और एनीमिया जैसी बीमारियों के इलाज में काफी ...
कीटों के हमले से एक-दूसरे को सतर्क करते हैं पौधे: अध्ययन
एक नए शोध से पता चला है कि पौधे कीटों के हमले के दौरान एक-दूसरे के साथ संवाद कर आने वाले खतरे से सतर्क ...
तनाव के माहौल में भी तेजी से बढ़ सकते हैं कुछ पौधे, क्या बदलते मौसम का भी कर सकते हैं सामना
जब विषम परिस्थितियों में अधिकांश पौधे एक तनाव हार्मोन का उत्पादन करते हैं, जो उनके विकास को धीमा कर देता है, लेकिन इसके विपरीत ...
आज से 17 लाख वर्ष पूर्व अफ्रीका में हुए थी आधुनिक मनुष्य के दिमाग की उत्पत्ति
इंसानी जीन होमो पहली बार लगभग 25 लाख साल पहले अफ्रीका में उभरी थी, हालांकि उनका दिमाग आज के इंसानी दिमाग के आकार का ...
अनुमान से 10 करोड़ वर्ष बाद हुआ था धरती पर ऑक्सीजन का विकास
धरती पर ऑक्सीजन में महत्वपूर्ण वृद्धि लगभग 243 करोड़ साल पहले हुई थी, जिसे ग्रेट ऑक्सिडेशन एपिसोड की शुरुआत कहते हैं
क्या प्रकाश प्रदूषण में इजाफा कर रहे हैं उपग्रह और अंतरिक्ष में फैला कचरा?
पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे यह उपग्रह और अंतरिक्ष में फैला कचरा रात्रि के समय प्राकृतिक प्रकाश के स्तर में 10 फीसदी का इजाफा ...
ग्रहीय मिशनों की लॉन्च लागत में कमी ला सकता है स्वर्ण जयंती फेलो धातु
पहली बार कृत्रिम मंगल ग्रह के वातावरण में लिथियम- कार्बन डाईऑक्साइड बैटरी की तकनीकी व्यवहार्यता का प्रदर्शन किया गया
धरती पर बढ़ता इंसानी निर्माण का बोझ, प्राकृतिक तत्वों से हुआ भारी
2020 के अंत तक इंसानी निर्माण का भार प्राकृतिक तत्वों के वजन से ज्यादा हो जाएगा। अनुमान है कि इंसान लगभग 1.1 टेराटन के ...
एथेनॉल मिश्रित पेट्रोल का आधार बन सकता है बांस
सरकार 2022 तक 10 प्रतिशत और 2030 तक 20 प्रतिशत पेट्रोल के साथ एथेनॉल मिश्रित करने की क्षमता विकसित करने की दिशा में काम ...
बीमा की तरह है मूलभूत विज्ञान में निवेश
आधारभूत विज्ञान का फायदा यह नहीं है कि आप क्या सीख रहे हैं। इसका फायदा यह है कि उससे आपको समाधान के लिए आधार ...
गांवों में खुलेंगे साइंस सेंटर तो मिलेगी विकास को गति
राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद द्वारा आयोजित किया जाने वाला राष्ट्रीय विज्ञान संचारक सम्मेलन भारतीय विज्ञान कांग्रेस का अहम हिस्सा है, जिसमें देश ...
वैज्ञानिकों के जीवन के अनछुए पहलुओं को उजागर करती पुस्तक
वैज्ञानिकों की जीवन यात्रा के अमूल्य क्षणों को उजागर करने वाली यह पुस्तक ऐसे कई मानदंड पेश करती है, जो विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की ...
नई वेधशाला जानेगी बादलों का हाल
मुन्नार में बेहद ऊंचाई पर एक नई मेघ भौतिक वेधशाला स्थापित की गई है। यह सटीक जानकारी देगी।
भारतीय शोधकर्ताओं ने बनाया नीम कीटनाशक को ज्यादा असरदार
अध्ययन के दौरान विशेष तकनीक की मदद से कीटनाशक बनाने के लिए नीम के सूखे फलों के पाउडर में डोलोमाइट मिलाकर अजेडिरेक्टिन की भंडारण ...
भूस्खलन को रोकने का नया तरीका विकसित, जान-माल के नुकसान में आएगी कमी
नए तरीके से पूर्वानुमान में भूस्खलन की गतिविधियों की पहचान करने में 80 से 94 प्रतिशत सटीकता हासिल की जा सकती है
अब बायोसेंसर-युक्त मोबाइल कर सकेंगे बैक्टीरिया की पहचान
मोबाइल-ऐप आधारित बायोसेंसर केवल छह घंटे में जीवित और मृत जीवाणुओं की पहचान कर लेता है
वैज्ञानिक करेंगे सागर मंथन
अगले वर्ष जनवरी से ‘डीप ओशन मिशन’ की शुरुआत हो सकती है
युवा वैज्ञानिकों के लिए शुरू हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम
भारतीय प्रबंधन संस्थान, विशाखापत्तनम (आईआईएम-वी) में युवा वैज्ञानिक प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है
उम्र बढ़ने पर चमगादड़ों में भी घट जाती है सुनने की क्षमता, शोध में हुआ खुलासा
सुनने की क्षमता में गिरावट की यह दर करीब एक डेसिबल प्रति वर्ष थी। देखा जाए तो गिरावट की दर हम इंसानों जितनी ही ...
हर साल 20 लाख से अधिक होने वाली मौतों को रोक सकती यह जांच
फाइब्रिनोजेन शरीर से खून बहने को रोकता है। यह परीक्षण खून में फाइब्रिनोजेन के स्तर का पता लगाने में चार मिनट से भी कम ...
वैज्ञानिकों ने बनाया डीएनए डिवाइस, दो घंटों के भीतर लगा सकता है पेड़ में लगे कीड़ों का पता
वैज्ञानिकों ने एक ऐसे पोर्टेबल डीएनए डिवाइस को बनाने में सफलता हासिल की है जो दो घंटों के अंदर पेड़ में लगे कीड़ों का ...
पक्षियों के मल में ऐसे रोगाणु पाए जा रहे हैं जिन पर नहीं हो रहा एंटीबायोटिक का असर
अमेरिका की राइस यूनिवर्सिटी के पर्यावरण इंजीनियरों ने एंटीबायोटिक रजिस्टेंट को लेकर पक्षियों पर एक अध्ययन किया
डाउन टू अर्थ विशेष: मानव विकास की कहानी, आदिम से अब तक
मानव का मौजूदा स्वरूप विकास की उस सतत प्रक्रिया का नतीजा है, जो लगभग दो लाख वर्षों से जारी है। वैज्ञानिकों के हवाले से ...
क्यों दूसरे पक्षियों से ज्यादा बुद्धिमान होते हैं कुछ पक्षी, क्या सिर्फ दिमाग का आकार ही रखता है मायने
जिन पक्षियों के पैलियम में अधिक संख्या में न्यूरॉन्स होते हैं उनके अधिक बुद्धिमान होने की सम्भावना सबसे ज्यादा होती है