आज से 17 लाख वर्ष पूर्व अफ्रीका में हुए थी आधुनिक मनुष्य के दिमाग की उत्पत्ति
इंसानी जीन होमो पहली बार लगभग 25 लाख साल पहले अफ्रीका में उभरी थी, हालांकि उनका दिमाग आज के इंसानी दिमाग के आकार का ...
अनुमान से 10 करोड़ वर्ष बाद हुआ था धरती पर ऑक्सीजन का विकास
धरती पर ऑक्सीजन में महत्वपूर्ण वृद्धि लगभग 243 करोड़ साल पहले हुई थी, जिसे ग्रेट ऑक्सिडेशन एपिसोड की शुरुआत कहते हैं
क्या प्रकाश प्रदूषण में इजाफा कर रहे हैं उपग्रह और अंतरिक्ष में फैला कचरा?
पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे यह उपग्रह और अंतरिक्ष में फैला कचरा रात्रि के समय प्राकृतिक प्रकाश के स्तर में 10 फीसदी का इजाफा ...
प्रारंभिक अवस्था में स्तन कैंसर का पता लगाने के लिए कारगर हो सकता है यह नेटवर्क
भारत की ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कैंसर से पीड़ित महिलाओं में से 14 प्रतिशत महिलाएं स्तन कैंसर से ग्रसित होती हैं
आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों ने बनाया धोया जा सकने वाला एडहेसिव
वैज्ञानिकों ने इस एडहेसिव की मदद से एक ऐसा स्टिकी मैट बनाया है, जिसकी मदद से घर, कार्यालयों, अस्पतालों आदि को साफ और सुरक्षित ...
ततैया की आंतों के जरिए सूत्रकृमि करते हैं अपनी यात्रा
अध्ययन का एक संदेश यह है कि सूत्रकृमि जैसे बेहद सूक्ष्म जीवों की भी निर्णय लेने की प्रक्रिया बेहद जटिल होती है। निर्णय लेने ...
ग्रहीय मिशनों की लॉन्च लागत में कमी ला सकता है स्वर्ण जयंती फेलो धातु
पहली बार कृत्रिम मंगल ग्रह के वातावरण में लिथियम- कार्बन डाईऑक्साइड बैटरी की तकनीकी व्यवहार्यता का प्रदर्शन किया गया
धरती पर बढ़ता इंसानी निर्माण का बोझ, प्राकृतिक तत्वों से हुआ भारी
2020 के अंत तक इंसानी निर्माण का भार प्राकृतिक तत्वों के वजन से ज्यादा हो जाएगा। अनुमान है कि इंसान लगभग 1.1 टेराटन के ...
वैज्ञानिकों ने बनाया नया फैब्रिक, गर्मियों में एसी के बिना भी रखेगा शरीर को ठंडा
यह कपड़ा गर्मी को शरीर से निकलने देता है, साथ ही त्वचा से नमी को भी वाष्पित होने देता है। इस कारण त्वचा पर ...
रक्त में जीवित रहने वाले मलेरिया परजीवी के बारे में चला पता : अध्ययन
नए शोध में पता चला है कि कैसे मलेरिया परजीवी लाल रक्त कोशिकाओं में विषाक्त यौगिकों से खुद को बचाता है
क्या मुफ्त इंटरनेट सेवा को मूलभूत अधिकारों में शामिल किया जाना चाहिए?
क्या इंटरनेट हमें फ्री में मिलना चाहिए, इस बहस को निर्णायक स्तर पर पहुंचाने के लिए बर्मिंघम विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं की एक टीम ने ...
कैंसर जैसी बीमारियों का इलाज और पहचान होगी आसान, भारत ने की जीनोम सीक्वेंसिंग
अध्ययन से प्राप्त आंकड़ों का उपयोग दुर्लभ आनुवांशिक बीमारियों के निदान, कैंसर जैसी जटिल बीमारियों के उपचार, नई दवाओं के विकास और विवाह पूर्व ...
वैज्ञानिकों ने ट्रॉपिकल फारेस्ट में खोजा नया एंटीबायोटिक
रटगर्स यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने ट्रॉपिकल फारेस्ट में एक नए एंटीबायोटिक की खोज का दावा किया है जो कि "प्लांट प्रोबायोटिक" के विकास में ...
3 वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से मिला मेडिसिन का नाेबेल पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार की घोषणा करते हुए बताया गया कि उन्होंने जो शोध किया है, उनसे कैंसर और एनीमिया जैसी बीमारियों के इलाज में काफी ...
कीटों के हमले से एक-दूसरे को सतर्क करते हैं पौधे: अध्ययन
एक नए शोध से पता चला है कि पौधे कीटों के हमले के दौरान एक-दूसरे के साथ संवाद कर आने वाले खतरे से सतर्क ...
भूस्खलन को रोकने का नया तरीका विकसित, जान-माल के नुकसान में आएगी कमी
नए तरीके से पूर्वानुमान में भूस्खलन की गतिविधियों की पहचान करने में 80 से 94 प्रतिशत सटीकता हासिल की जा सकती है
वैज्ञानिक करेंगे सागर मंथन
अगले वर्ष जनवरी से ‘डीप ओशन मिशन’ की शुरुआत हो सकती है
अब बायोसेंसर-युक्त मोबाइल कर सकेंगे बैक्टीरिया की पहचान
मोबाइल-ऐप आधारित बायोसेंसर केवल छह घंटे में जीवित और मृत जीवाणुओं की पहचान कर लेता है
युवा वैज्ञानिकों के लिए शुरू हुआ प्रशिक्षण कार्यक्रम
भारतीय प्रबंधन संस्थान, विशाखापत्तनम (आईआईएम-वी) में युवा वैज्ञानिक प्रेरण प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया गया है
प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस, जिन्होंने आंकड़ों से बनाई विकास की राह
प्रोफेसर प्रशान्त चन्द्र महालनोबिस ने अपने कार्यों से देश की विकास संबंधी नीतियों के निर्माण में सर्वे की उपयोगिता से लोगों का परिचय कराया।
भारत में विश्व स्तरीय वैज्ञानिक संस्थान विकसित करना जरूरी : कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद सोमवार को राष्ट्रपति भवन में नोबेल पुरस्कार श्रृंखला-2018 के अंतर्गत आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
डीएनए ने उलझाए अतीत के रहस्य
डीएनए ने अतीत की अनिश्चितता को और उलझा दिया है, अतः इतिहासकारों, पुरातत्ववेत्ताओं और आनुवांशिकी विज्ञाानियों को मिलकर यह पता लगाना होगा कि क्या ...
आकाश में टंगी आंखें खोज सकती हैं समुद्र में छिपे सांस्कृतिक अवशेष
रिमोट सेंसिंग से प्राप्त चित्रों के विश्लेषण से पाया गया कि पिछले 41 वर्षों में महाबलीपुरम में 177 मीटर और पूमपुहार के तटों में ...
नैनो-कीटनाशक से हो सकता है मस्तिष्क ज्वर और डेंगू के मच्छरों पर नियंत्रण
भारतीय वैज्ञानिकों ने अब नीम यूरिया नैनो-इमलशन नामक नैनो-कीटनाशक बनाया है, जो डेंगू और मस्तिष्क ज्वर फैलाने वाले मच्छरों से निजात दिला सकता है।
औषधीय पौधों में बैक्टीरिया-रोधी गुणों की पुष्टि
सतुवा, लेमन-ग्रास, चिरायता और दारु-हरिद्रा जैसे औषधीय पौधे भी बैक्टीरिया-जनित बीमारियों से लड़ने में मददगार हो सकते हैं।