खास खबर: लकड़ी के आयात से लेकर कारोबार तक में हो रहा है अवैध 'खेल'
भारत में इमारती लकड़ी की बढ़ती मांग ने इसके अवैध व्यापार के रास्ते खोल दिए हैं। घरेलू स्तर पर लकड़ी की मांग को पूरा ...
मनुष्य की 9 में से 8 प्रजातियां हो चुकी हैं विलुप्त
विलुप्ति की टाइमिंग बताती है कि उनका गायब होना एक नई प्रजाति के उदय का नतीजा हो सकती है। यह प्रजाति थी होमो सेपियंस
वनवासियों के हकों को नजरअंदाज करके नहीं किया जा सकता वनों का विकास
उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के 30 करोड़ लोग उन क्षेत्रों में रहते हैं जो जंगलों की बहाली के लिए उपयुक्त हैं, जबकि इस जमीन के 5 ...
क्या उत्तराखंड के जंगलों को आग से बचा पाएंगे 10 हजार वन प्रहरी
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने 10 हजार वन प्रहरियों की नियुक्ति की घोषणा की है, लेकिन क्या इस पर अमल हो ...
प्रकृति के असल रक्षक हैं वनवासी : वैश्विक रिपोर्ट
अंतर सरकारी विज्ञान नीति मंच (आईपीबीईएस) ने अपनी वैश्विक रिपोर्ट में कहा है कि देशज और स्थानीय समुदाय के ज्ञान को अब तक वैश्विक ...
सामुदायिक जमीन को लेकर चल रहे हैं भारत के तीन-चौथाई भूमि संबंधी विवाद
41 फीसदी मामलों में, समुदायों का आरोप है कि अधिकारियों या परियोजना प्रस्तावकों ने भूमि अधिग्रहण के लिए उचित प्रक्रियाओं का पालन नहीं किया।
आदिवासियों के लिए खतरनाक साबित होगा यह संशोधन!
खास रिपोर्ट: कोरोना महामारी के बीच महाराष्ट्र में वन अधिकार कानून में संशोधन किया गया है, आइए जानते हैं कि इसका वनवासियों पर क्या असर पड़ने ...
एसओई इन फिगर्स 2023: पर्यावरण संरक्षण में अव्वल रहा तेलंगाना, दूसरे नंबर पर गुजरात
तेलंगाना ने वन आवरण में अच्छी प्रगति की है और नगरीय अपशिष्ट उपचार के मामले में शीर्ष राज्यों में बना हुआ है
अकेले वर्षावन ही नहीं, दुनिया के सभी जंगलों को बचाना है जरुरी: वैज्ञानिक
शोध के अनुसार समशीतोष्ण और उष्णकटिबंधीय शुष्क वनों में पेड़ों की करीब 30 फीसदी प्रजातियों का विकास हुआ है| जिन्हें बचाना जरुरी है
लॉकडाउन के असमंजस ने बढ़ाई वन गुर्जरों की मुसीबत
वन गुर्जरों को जंगल में रुकने के लिए ब्रिटिश शासनकाल से ही परमिट दिया जाता आ रहा है। यह परमिट 31 मार्च तक के ...
जंगलों की आग से फिर बदल सकता है धरती का जीवन!
अध्ययन बताते हैं कि अतीत में जीवन को नए सिरे से गढ़ने और कई प्रजातियों के विलुप्त होने का एक महत्वपूर्ण कारण वैश्विक स्तर ...
जन आंदोलन से रुका 4000 पेड़ों का कटान
केंद्र सरकार की एक योजना के तहत इस रोड को फोर लेन किया जाना है और इसके लिए सरकार ने सैकड़ों पेड़ों की बलि ...
क्या हैं अमीर व गरीब देशों के लिए प्राकृतिक संपदा के मायने?
दुनियाभर में संपत्ति बढ़ रही है, लेकिन यह उन देशों में टिकाऊ नहीं होगी जहां प्रकृति अथवा पूंजी को बर्बाद कर दिया गया है
जैव विविधता के तहत किस तरह हो जंगलों की निगरानी, शोधकर्ताओं ने दिखाई राह
इस शोध में दुनिया भर में वन पारिस्थितिकी प्रणालियों के स्वास्थ्य का आकलन करने के लिए नए उपाय करने का सुझाव दिया गया है
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बेहतर हो सकती है जंगलों की निगरानी: अध्ययन
वैज्ञानिकों ने मिट्टी की नमी की निगरानी को ऊर्जा दक्ष और किफायती बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता और मशीन लर्निंग का उपयोग करने का ...
आकाशीय बिजली गिरने से उष्णकटिबंधीय जंगलों में हर बार 100 पेड़ों का हो रहा है नुकसान
पेड़ों की प्रजातियां बिजली के हमलों के लिए अलग तरह से प्रतिक्रिया करती हैं, लेकिन पेड़ों पर उन हमलों के प्रभाव को मापा नहीं ...
वन विभाग बनाम वनाधिकार कानून
भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय द्वारा 28 जून 2022 को जारी नया फरमान, आदिवासियों और वनाश्रितों के विरुद्ध ऐतिहासिक अन्याय करने वाले ...
वनों की कटाई से जलवायु में होने वाला बदलाव बचे हुए वनों को नुकसान पहुंचाता है
वनों की कटाई का अन्य जगहों पर उगने वाले जंगलों पर गहरा प्रभाव पड़ता है, क्योंकि इसके कारण क्षेत्र के हवा के तापमान और ...
जमीन को खराब करने के साथ ही तापमान को 60 फीसदी तक बढ़ा देती है जंगल की आग
ब्लैक कार्बन और कार्बन डाइऑक्साइड की तरह, ब्राउन कार्बन सौर विकिरण को अवशोषित करके ग्रह को गर्म करता है।
अमेजन वर्षावन के 75 फीसदी हिस्से का हुआ नुकसान: अध्ययन
अमेजन वर्षावन वैश्विक जैव विविधता के लगभग 25 फीसदी की मेजबानी करता है तथा यह धरती के कामकाज में एक अहम भूमिका निभाता है।
उत्तराखंड के जंगलों की आग रोकने के लिए कितनी गंभीर है सरकार
2016 में लगी भीषण आग के बाद उत्तराखंड वन विभाग ने विश्व बैंक से 600 करोड़ रुपए की मांग की थी
उत्तराखंड के जंगलों में 24 घंटे में 65 जगह लगी आग, वृक्ष मानव का जंगल भी स्वाहा
1 अक्टूबर 2020 से लेकर 4 अप्रैल, 2021 की सुबह तक उत्तराखंड के 1297.43 हेक्टेअर जंगल जल चुके हैं। यह क्षेत्र करीब 2400 फुटबाल ...
जंगल कटने से बढ़ जाता है पानी का बहाव: शोध
जंगल के प्राकृतिक जलाशयों के साल भर में बहने की गति या प्रवाह को वन 0.7 से 65.1 फीसदी तक कम कर सकते हैं।
संसद में आज: ग्रेट निकोबार परियोजना के लिए नौ लाख से अधिक पेड़ काटे जाने के आसार
देश भर में लगभग 33,592 किलोमीटर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन नेटवर्क को अधिकृत किया है, जिसमें से 23,173 किलोमीटर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन चालू है
इंसानी बस्तियों और प्रकृति से मिलने वाले क्षेत्रों के मानचित्रण के लिए बनाया पहला उपकरण
यह उपकरण, जंगल की आग, जूनोटिक रोगों के फैलने और पारिस्थितिकी तंत्र जैव विविधता के नुकसान जैसे पर्यावरणीय संघर्षों में सुधार कर सकता है