संसद में आज: हाथियों के कारण लोगों की सबसे अधिक मौतें झारखंड में
देश में 10,29,339.40 हेक्टेयर या 1.03 मिलियन हेक्टेयर में प्रतिपूरक वनीकरण किया गया है।
चार दशक बाद वन्यजीव व्यापार से जुड़े नियमों में संशोधन, व्यापार की राह हुई आसान
वन्यजीव व्यापार से जुड़े नियमों में 1983 के बाद किए यह पहले संशोधन हैं, जिनके बारे में अधिसूचना 16 जनवरी 2024 को लागू की ...
आबादी में स्थिरता लाने के लिए कूनो में कम से कम 50 चीतों की है जरूरत: विशेषज्ञ
साल के अंत तक जंगली बिल्लियों की कहीं ज्यादा मौतें होने की आशंका; रेडियो कॉलर की समस्याओं से निपटने के लिए भी नए उपायों की है ...
दो तिहाई रीफ शार्क और रे विलुप्त होने के कगार पर पहुंचे: अध्ययन
शोध के मुताबिक, दुनिया के मूंगे के बीच रहने वाले लगभग दो तिहाई शार्क और रे को विलुप्त होने का खतरा है, चेतावनी दी गई ...
ओरछा वन्य जीव अभ्यारण्य के इको सेंसिटिव जोन में अवैध खनन के आरोपों की जांच के लिए समिति गठित
ओरछा वन्यजीव अभयारण्य पर्यावरण के लिहाज से बेहद संवेदनशील क्षेत्र है। जहां इन इकाइयों के संचालन से वहां की समृद्ध वनस्पतियों और जैवविविधता के ...
साल 2023 में 204 बाघों की मौत, सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में मरे: रिपोर्ट
प्राकृतिक या अन्य कारणों से सबसे अधिक बाघ मारे गए, जबकि शिकारियों ने 55 बाघों की जान ले ली
कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत प्राकृतिक कारणों से हुई: एनटीसीए
दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लाए गए 20 चीतों को मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा गया था, जिसमें से अब तक ...
जानवरों के हमलों में हताहतों की संख्या में 19 फीसदी का इजाफा: एनसीआरबी
हताहतों के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में सामने आए हैं
ओडिशा में हाथी गलियारों के मामले में कार्रवाई न करने पर कोर्ट ने जताई नाराजगी
यहां पढ़िए पर्यावरण सम्बन्धी मामलों के विषय में अदालती आदेशों का सार
कूनो में चीतों की मौत के लिए कुप्रबंधन, लापरवाही और राजनीतिक दबाव दोषी!
विशेषज्ञों का कहना है कि अभी भी बहुत देर नहीं हुई है, लेकिन परियोजना को बचाने के लिए व्यापक बदलाव और सक्षम प्रभारी की ...
ध्रुवीय भालू, बाघ, बंदर, डॉलफिन जैसी सैकड़ों वन्यजीव प्रजातियों में मिले केमिकल्स के सबूत
कई केमिकल्स ऐसे हैं जो हजारों वर्षों तक पर्यावरण में रहने के बाद भी नष्ट नहीं होते। मतलब कि वातावरण में मुक्त होने के ...
गैंडों के अवैध शिकार, सींग के व्यापार में गिरावट लेकिन खतरा अभी भी बरकरार: आईयूसीएन
आईयूसीएन के अनुसार भारत और नेपाल में पाए जाने वाले एक सींग वाले गैंडों की संख्या 2018 में लगभग 3,588 से बढ़कर 2021 के ...
पाखरो टाइगर सफारी: पेड़ काटने पर एनजीटी सख्त, पर्यावरण मंत्रालय से मांगी रिपोर्ट
सोच समझकर देनी चाहिए गंगा नदी बेसिन में उद्योगों को मंजूरी: रिपोर्ट
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: पक्षी विहार में हो रहा था अवैध निर्माण, एनजीटी ने दिए जांच के आदेश
पर्यावरण से संबंधित मामलों में सुनवाई के दौरान क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
पैंगोलिन के अवैध शिकार के हॉटस्पॉट का चलेगा पता, घटती आबादी पर लगेगी लगाम
अवैध वन्य जीवों का वैश्विक व्यापार 20 बिलियन डॉलर का व्यवसाय है जो अंतर्राष्ट्रीय उत्पादक संघ या कार्टेल द्वारा संचालित होता है।
इससे पहले कि दुनिया से गायब हो जाएं ध्रुवीय भालू, बढ़ते तापमान पर लगानी होगी लगाम
वर्तमान में दुनिया भर में लगभग 26,000 ध्रुवीय भालू हैं। यदि जलवायु परिवर्तन पर कार्रवाई नहीं की गई तो सदी के अंत तक ध्रुवीय ...
भारत में हैं 718 हिम तेंदुए, लद्दाख में सबसे ज्यादा 477, उत्तराखंड में 124 की हुई पुष्टि
भारत में 718 हिम तेंदुओं के पाए जाने की पुष्टि हुई है। देश में सबसे ज्यादा 58 फीसदी हिम तेंदुए लद्दाख में हैं, जहां ...
दक्षिण भारत में गिद्धों की सटीक संख्या का पता लगाने के लिए गणना शुरू
शोधकर्ताओं के मुताबिक तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक में संयुक्त रूप से की जा रही गिद्धों की गणना से दक्षिण भारत में इनकी सही संख्या ...
भारत में फल-फूल रहा पैंगोलिन का अवैध व्यापार, पांच वर्षों में 1,200 से अधिक की तस्करी
भारत में इस चींटीखोर की दो प्रजातियां पाई जाती हैं। यह दोनों ही प्रजातियां वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के तहत संरक्षित हैं
सुंदरबन टाइगर रिजर्व में पाई गई मछली पकड़ने वाली 385 संकटग्रस्त माने जाने वाली बिल्लियां
मछली पकड़ने वाली बिल्ली को बंगाली में बघरोल कहते हैं जो पश्चिम बंगाल का राजकीय पशु है और यह कई तरह की चुनौतियों का ...
क्या जंगलों को उजाड़कर बसाई जा रही है लिकाबली टाउनशिप परियोजना?
पर्यावरण मुकदमों की डायरी: कछुओं के अंडे देने के मौसम में गोवा के समुद्री तट से अतिक्रमण हटाने के आदेश
देश के विभिन्न अदालतों में विचाराधीन पर्यावरण से संबंधित मामलों में क्या कुछ हुआ, यहां पढ़ें-
भारत में इंसानी लालच की भेंट चढ़ते वन्यजीव, तीन दशकों में अवैध व्यापार का शिकार हुए 8,603 पैंगोलिन
यह शर्मीले जीव पिछले करीब छह करोड़ वर्षों से पृथ्वी पर मौजूद है। भारत में इसकी दो प्रजातियां पाई जाती हैं और दोनों ही ...
महानंदा वन्यजीव अभयारण्य के आसपास खनन का मामला, आरोपों की जांच के लिए समिति गठित
एनजीटी ने महानंदा वन्यजीव अभयारण्य के इको-सेंसिटिव जोन में चल रहे पत्थर खनन के कारोबार के आरोपों की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम ...