विश्व वन्यजीव दिवस 2023: 10 लाख प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा
दुनिया भर में पांच में से एक व्यक्ति आय और भोजन के लिए जंगली प्रजातियों पर निर्भर है, जबकि 2.4 अरब लोग खाना पकाने ...
दोहरी चुनौतियों का सामना कर रहे हैं भारतीय स्टार कछुए, अध्ययन में खुलासा
कछुओं के अवैध व्यापार से बहुत बड़ा नुकसान हुआ है, अवैज्ञानिक तरीके से स्थानांतरण के कारण अलग-अलग आबादी के बीच अनुवांशिक मिश्रण हो रहा ...
खाने के मामले में भी मौजी होती हैं हाथी, खास पौधे को ही बनाते हैं निशाना
अध्ययन में पाया गया कि हाथी अपने आहार के साथ चयनात्मक होते हैं, उत्तर पश्चिम बंगाल में दर्ज की गई पौधों की 286 प्रजातियों ...
संसद में आज: गुजरात में पिछले तीन साल में मारे गए 397 शेर, 182 शावक भी शामिल
साल 2022 और 23 में हाथियों के हमलों के कारण कुल 605 लोगों की जान गई और 2022 में बाघ के हमले के कारण ...
135 वर्षों में संजोई तस्वीरों ने किया बयां, अवैध शिकार के कारण छोटे हो रहे हैं गैंडों के सींग
शिकार से न केवल गैंडों की आबादी में भारी गिरावट आई, बल्कि साथ ही समय के साथ लम्बे सींगों वाले गैंडों का शिकार होता ...
केंद्र ने की 62 नए हाथी गलियारों की पहचान, देश में अब तक 150 की हो चुकी है पुष्टि
देश के पूर्वी मध्य क्षेत्र में सबसे ज्यादा 52 गलियारे हैं। वहीं राज्यों के लिहाज से पश्चिम बंगाल में इनकी संख्या सबसे ज्यादा 26 ...
समुद्र के बढ़ते स्तर से कछुओं के घोंसलों के जलमग्न होने का खतरा बढ़ा : अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक, साल 2050 तक 50 फीसदी लेदरबैक, 18 फीसदी हॉक्सबिल और 13 फीसदी हरे कछुए के घोंसले पानी की चपेट में आ सकते हैं
जीव वैज्ञानिकों ने माउंट एवरेस्ट में खोजी बिल्ली की दुर्लभ प्रजाति: शोध
पल्लास बिल्ली की यह आबादी वन्य जीवों और वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर कन्वेंशन (सीआईटीईएस) के तहत कानूनी रूप से संरक्षित ...
त्रिपुरा से रिलायंस के वनतारा चिड़ियाघर ले जाए जा रहे थे हाथी, स्थानांतरण पर उठे सवाल
एक हथिनी और उसके बच्चे को त्रिपुरा से जामनगर के रिलायंस समूह द्वारा संचालित चिड़ियाघर में ले जाते समय वाहन को असम में रोक ...
ग्रेट बैरियर रीफ में मछली की नई प्रजातियां मिलीं और भी मछलियों के मिलने की संभावना
लेडी इलियट द्वीप समुद्री जीवन की 1,200 से अधिक प्रजातियों के लिए एक महत्वपूर्ण आश्रय है
केरल में संरक्षित की जा रही है लुप्तप्राय विशाल सॉफ्टशेल कछुए की प्रजाति
मीठे पानी के सॉफ्टशेल कछुए को आईयूसीएन की संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची में गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में वर्गीकृत किया गया ...
संसद में आज: असम में 20 साल में बाढ़ से 65 हजार परिवार प्रभावित
गुजरात में उद्योगों और लोगों द्वारा वन भूमि पर अतिक्रमण के कुल 766 मामले दर्ज किए गए हैं
अवैध तरीके से ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं दुर्लभ कीड़े और मकड़ियां
अपनी खोज में टीम को तीन सूचियों में सूचीबद्ध 79 प्रजातियां मिलीं, जिनमें से आईयूसीएन की लाल सूची वाली 7 प्रजातियां शामिल हैं, जो ...
विलुप्ति की कगार पर पहुंचे अंडमान के मायावी डुगोंगों को किया जा सकता है फिर से बहाल: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक, भारतीय समुद्र में डुगोंग की संख्या 250 है, हालांकि अंडमान द्वीप समूह में इनके ज्ञात रिकॉर्ड हैं, लेकिन उन्हें वहां बहुत ...
उभयचर जीवों की हर पांच में से दो प्रजातियों पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा
स्तनधारियों की 27 फीसदी, पक्षियों की 13 फीसदी, कोरल्स की 36 फीसदी और शार्क एवं रे की 37 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्त होने का ...
दुनिया भर में शार्क के पंखों के व्यापार से दो-तिहाई प्रजातियां विलुप्ति के कगार पर पहुंची
वैज्ञानिकों को शार्क के डीएनए के नमूनों की मदद से 86 अलग-अलग प्रजातियां मिलीं, इनमें से 61, दो-तिहाई से अधिक, विलुप्त होने के कगार ...
संसद में आज (07 अप्रैल 2022): 2021 में बिजली का करंट लगने से 16 जंगली जानवरों की मौत हुई
पिछले पांच वर्षों के दौरान मध्य प्रदेश में वन गांवों के मूल निवासियों को पट्टों के नवीनीकरण की कोई मंजूरी नहीं दी गई है।
पिछले 5 वर्षों में बाघ और हाथियों के हमले में मारे गए 2,729 लोग
इनमें से 200 लोगों को बाघों के हमले में जबकि 2,529 को हाथियों के साथ हुए संघर्ष में अपनी जान गंवानी पड़ी थी
जलवायु में हो रहे बदलाव को रोकने के लिए भारत के बाघों की रक्षा अहम: अध्ययन
अध्ययन के मुताबिक 2007 से 2020 के बीच टाइगर रिजर्व के अंदर, लगभग 6,000 हेक्टेयर में उगे पेड़ों को काटे जाने से बचाया गया, ...
क्यों न बढे संघर्ष, भारत में इंसानों ने अपने फायदे के लिए हड़प ली हाथियों की 86 फीसदी से ज्यादा जमीन
भले है हाथियों और इंसानों के बढ़ते आपसी संघर्ष के लिए हम इस निरीह जानवर को जिम्मेवार ठहराते हों लेकिन सच यही है कि ...
संसद में आज: हाथियों के कारण लोगों की सबसे अधिक मौतें झारखंड में
देश में 10,29,339.40 हेक्टेयर या 1.03 मिलियन हेक्टेयर में प्रतिपूरक वनीकरण किया गया है।
चार दशक बाद वन्यजीव व्यापार से जुड़े नियमों में संशोधन, व्यापार की राह हुई आसान
वन्यजीव व्यापार से जुड़े नियमों में 1983 के बाद किए यह पहले संशोधन हैं, जिनके बारे में अधिसूचना 16 जनवरी 2024 को लागू की ...
आबादी में स्थिरता लाने के लिए कूनो में कम से कम 50 चीतों की है जरूरत: विशेषज्ञ
साल के अंत तक जंगली बिल्लियों की कहीं ज्यादा मौतें होने की आशंका; रेडियो कॉलर की समस्याओं से निपटने के लिए भी नए उपायों की है ...
दो तिहाई रीफ शार्क और रे विलुप्त होने के कगार पर पहुंचे: अध्ययन
शोध के मुताबिक, दुनिया के मूंगे के बीच रहने वाले लगभग दो तिहाई शार्क और रे को विलुप्त होने का खतरा है, चेतावनी दी गई ...
ओरछा वन्य जीव अभ्यारण्य के इको सेंसिटिव जोन में अवैध खनन के आरोपों की जांच के लिए समिति गठित
ओरछा वन्यजीव अभयारण्य पर्यावरण के लिहाज से बेहद संवेदनशील क्षेत्र है। जहां इन इकाइयों के संचालन से वहां की समृद्ध वनस्पतियों और जैवविविधता के ...