मनरेगा: जंगली बबूलों की जड़ें उखाड़ बनाया चारागाह
लॉकडाउन के दौरान अप्रैल के आखिरी हफ्ते में शुरू हुई मनरेगा योजना के तहत ग्रामीणों ने जंगली बबूलों को काटकर चारागाह बनाने का फैसला ...
कृत्रिम के खिलाफ कुदरत की लड़ाई के योद्धा थे बाबा आम्टे
26 दिसंबर बाबा आम्टे का जन्म दिवस है। इस मौके पर उन्हें याद करता एक संस्मरण
मिसाल: पानी का इस्तेमाल नहीं बल्कि पूजते हैं इन गांवों के लोग
राजस्थान के गांवों में पानी को बचाने के लिए अलग-अलग तरीके आजमाए जाते हैं
पवन चक्कियों के पंखों से कटी डेढ़ सौ चीलें, जुर्माना 80 लाख डॉलर
अमेरिका की एक अदालत ने कंपनी पर इन पंक्षियों के संरक्षण के लिए अगले पांच सालों में 2.7 करोड़ डॉलर खर्च करने का भी ...
Fishermen move out as output of fish in MP’s Bargi reservoir falls
The reservoir produced 432 tonnes of fish in 1994-95; it produced only 28 tonnes in 2020-21
पुस्तक समीक्षा: पत्रकारिता और साहित्य का साझा उपक्रम
“ब्लाइंड स्ट्रीट” उस बीट की रिपोर्टिंग है जिसे पत्रकारिता में कमतर आंका जाता है
स्वतंत्रता की लड़ाई में शामिल कुछ खास लोगों का ही इतिहास लिखा गया: पी. साईनाथ
आजादी की कहानियों को जंगलों, गांवों, गृहणियों, किसानों के बीच खोजने की कोशिश है, पी साईनाथ की किताब ‘द लास्ट हीरोज’।
एसटी का दर्जा नहीं मिला तो झारखंड-ओडिशा में अब कुड़मी समाज रोकेगा रेल
कुड़मी समाज की चेतावनी दी है कि यदि लोकसभा के आगामी शीतकालीन सत्र में उन्हें एसटी का दर्जा नहीं दिया गया तो आंदोलन का ...
Our Coal, Our Right: Here is why these Chhattisgarh tribals stage a ‘coal satyagraha’ every October 2
Tribals from four blocks collect and auction coal on Gandhi Jayanti annually, in defiance of government rules
लॉकडाउन बना गरीब और आदिवासी छात्रों के लिए वरदान
देश के आईआईटी-आईआईएम के शिक्षकों सहित देश के कई शिक्षाविदों ने लॉकडाउन के दौरान दूरदराज इलाकों के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के ...
मैक्सिको के किसानों ने बांध कब्जाया, अमेरिका को पानी देने से किया इंकार
एक तरफ मेक्सिको के किसान हैं तो दूसरी ओर अमेरिका व मेक्सिको के राष्ट्रपति अपने ही किसानों के खिलाफ लामबंद हो गए हैं
लॉकडाउन से राजस्थान में जल की गुणवत्ता हुई बेहतर
राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की नई रिपोर्ट के मुताबिक, राज्य की नदियों, नहरों, बांधों और झीलों की जल गुणवत्ता में सुधार हुआ है
चुटका परियोजना-1: इन 54 गांवों में क्यों पसरा है आतंक का साया?
चालीस साल पहले मध्य प्रदेश के चुटका सहित 54 गांव बरगी बांध के कारण विस्थापित हुए थे। अब इन गांवों पर चुटका परमाणु विद्युत ...
ओडिशा के समुद्री तट पर छह लाख से अधिक कछुए अंडे देने पहुंचे
यह संख्या में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है, इसके पहले यह संख्या साढ़े पांच लाख थी
केरल में विदेशी आक्रामक पौधों को जड़मूल से खात्मे की तैयारी
केरल वन अनुसंधान संस्थान ने एक वृहद कार्य योजना तैयार की है
पश्चिमी राजस्थान में मौसमी परिवर्तन से खानपान में बदलाव, बाढ़ से खेजड़ी को नुकसान
पिछले तीन माह की बारिश ने खेजड़ी के उत्पादन को प्रभावित किया
जब मुफ्त मिलती थी दाल
साठ और सत्तर के दशक में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और बिहार में होटल वाले दाल के नहीं लेते थे पैसे
टोक्यो ओलंपिक खेलों के दौरान लागू स्वास्थ्य मानकों पर कई सवाल
आईओसी ने ओलंपिक खेलों के दौरान कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए कई स्वास्थ्य मानक तैयार किए हैं
MGNREGA never intended to pay workers based on caste: Jean Drèze
Economist and honorary professor at the Delhi School of Economics, Jean Drèze speaks to Down To Earth
जब तक नहीं आएगी "मॉनसून एक्सप्रेस", पाली में तब तक चलेगी “वाटर एक्सप्रेस"
पिछले सालों में राजस्थान के अलावा चेन्नई, लातूर और बुंदेलखंड में वाटर ट्रेनें चलाई गईं थीं, लेकिन अभी इन स्थानों से रेलवे के पास ...
भविष्य में कितना प्रभावी रहेगा “राइट टू हैल्थ”
राजस्थान सरकार ने केंद्र सरकार को “राइट टू हेल्थ” को संविधान के मूल अधिकारों में शामिल करने का सुझाव दिया है
रूस-यूक्रेन युद्ध: कलम नहीं अब हाथों में हैं घातक हथियार
-रूस-यक्रेन युद्ध में अब हालात ऐसे बन गए हैं कि जिन हाथों में कलम और लैब में शोध के लिए परखनली हुआ करती थीं ...
अब चोट या डोप टेस्ट के कारण नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के कारण खिलाड़ी हो रहे खेल से बाहर
पिछले एक साल में दुनिया के कई टॉप खिलाड़ियों ने मानसिक स्वास्थ्य कारणों से अपने को बड़े खेल आयोजन से अलग किया
बिजली के लिए इथोपिया के बांध निर्माण पर मिस्र का विरोध जारी
जलसंकट के चलते मिस्र ने अपने यहां चावल उगाना बंद कर दिया है। वहीं, इथोपिया के जरिए नील नदी पर बनाए जा रहे बांध ...
दिल्ली-एनसीआर के उद्योग स्वच्छ ईंधन की ओर अग्रसर, लेकिन चुनौतियां बरकरार
सीएसई के अध्ययन में बताया गया है कि आपूर्ति, मूल्य और निगरानी जैसी चुनौतियों के कारण अभी भी कई बाधाएं हैं