धन्यवाद मोदी जी
मौजूदा राजनीतिक माहौल में आभार जताना भी एक राजनीतिक प्रोपेगैंडा बन गया है
Is open defecation back in India?
The latest WHO-UNICEF data shows at least one-sixth of India’s rural population still defecate in the open and a quarter doesn’t have …
एक दशक से भारत में गरीबी में आती कमी की रफ्तार हुई धीमी
अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारत में गरीबी के स्तर का आकलन किया गया है, जो दर्शाता है कि भारत में व्याप्त गरीबी वैश्विक स्तर पर ...
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 'पवित्र' गाय की वापसी
किसानों की अर्थव्यवस्था की धुरी होने से लेकर आवारा छोड़े जाने तक गायों की हालत में इतना बड़ा बदलाव आया है जिसका लोगों को ...
फ्रांस की क्रांति, अरब- क्रांति, खाद्य-पदार्थों की कीमतें और जलवायु-परिवर्तन
फ्रांस की क्रांति और अरब-क्रांति जैसी घटनाओं पर खाद्य-पदार्थों की कीमतें बढ़ाने का आरोप लगाया जाता रहा है
After hoarding them, developed countries will now waste 241 million doses of COVID-19 vaccines
Redistribution of surplus vaccines could avert 1 million deaths by mid-2022, mostly in developing and poor countries
NSO survey: Most farmers selling in local markets, government agencies procure the least
Farmers in general satisfied with return from local sale, but a significant percentage of them get lower than market price
Climate crisis: ‘There has not been a cool month in 628 months’
If one was born in February 1986, s / he has actually never experienced a month with normal temperature. Each month after this has been a …
अंतत: अमीर देशों में बढ़ते गरीब बच्चे बने चिंता का सबब
गरीबी उन्मूलन नीतियों और कार्यक्रमों को बच्चों पर केंद्रित करने की जरूरत है जिससे उनकी भविष्य की बुनियाद मजबूत हो सके
अंतरिम बजट 2024: आर्थिक वृद्धि के पीछे छिपी अग्रिम चेतावनी को समझना क्यों जरूरी?
2023-24 में कृषि क्षेत्र की वृद्धि दर 1.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है - जो वित्त वर्ष 2022-23 की 4 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले ...
खास खबर: फसल की बर्बादी ने बढ़ाई खाने की थाली की कीमत
दुनियाभर में खाद्य मुद्रास्फीति अप्रत्याशित ऊंचाई पर पहुंच गई है। चरम मौसम की घटनाओं से फसलों को पहुंचा नुकसान इसके मूल में है। इस ...
Union Budget 2022-23: Whither Amrit Kaal
Nirmala Sitharaman did not talk about the developmental targets promised for this year under the Strategy for New India@75, but set the country …
Food Systems Summit: How government is robbing billions of dollars from farmers
India’s policies block farmers’ earning in order to keep food cost low for consumers, according to the latest UN report
ग्रामीण भारत के लिए बाढ़ व सूखे से भी ज्यादा नुकसानदायक थी कोविड-19 की दूसरी लहर
दूसरी लहर में किसानों और खेतिहर मजदूरों के संक्रमित होने के कारण ग्रामीण सप्लाई चेन पर असर पड़ा, ऐसा पहली लहर के दौरान नहीं ...
रोजगार की गुत्थी: स्वरोजगार के आंकड़ों से छिपाई जा रही है हकीकत
बेरोजगारी दर में कमी इस बात की तरफ इशारा है कि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार तो मिला है। लेकिन क्या वास्तव में ...
(Electoral) promises to keep
Political parties have released ‘promises’ in the run-up to elections in 5 states; Will voters buy them?
Food prices are expected to rise more, and cost may be too heavy to bear for many
Climate crisis may undo last century’s achievement in curbing extreme hunger
East Africa drought: ‘Climate change is making La Niña impact severe’
Climate change is pushing countries like Ethiopia, Kenya and Somalia into a famine as they face their fifth consecutive deficit rainy seasons
जलवायु में आए कई बदलाव अब अपरिवर्तनीय: संयुक्त राष्ट्र महासचिव
जलवायु परिवर्तन पर अंतर-सरकारी पैनल की रिपोर्ट जारी करने के मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने आह्वान किया कि इस साल के बाद सभी ...
जलवायु संकट: 628 महीनों में एक भी ठंडा महीना नहीं रहा
यदि किसी का जन्म फरवरी 1986 में हुआ है, तो उसने वास्तव में कभी भी सामान्य तापमान वाले महीने का अनुभव ही नहीं किया
कोविड-19 वैक्सीन पर पीएम का यूटर्न, सुप्रीम कोर्ट के सवाल का जवाब
सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश चंद्रचूड़, राव और भट की पीठ पहले ही केंद्र सरकार से टीकाकरण नीति की समीक्षा करने और 13 जून तक ...
2050 तक दिखेंगे महामारी के जख्म
महामारी के कारण दुनिया में कम मानव पूंजी बची है। वह निकट भविष्य में कुशल कार्यबल की आबादी में शामिल होने के लिए ठीक ...
जलवायु परिवर्तन का पहला शिकार हो रहे हैं किसान
अभी जो परिवार खुद के खाने के लिए भोजन उगाते हैं वो सबसे सेहतमंद होते हैं, लेकिन अप्रत्याशित जलवायु जल्द इस प्रवृत्ति को बदल ...
क्या भारतीय किसानों के लिए बेहद डरावना साल साबित होगा 2023
सूखी सर्दी, अल नीनो का आगमन और बिना कमाई के पिछले दो साल के कारण इस साल भारतीय किसानों के लिए भयावह हो सकते ...
हर तीस घंटे में एक अरबपति बना और दस लाख नए गरीब, पर कैसे
ऑक्सफेम की नई वेल्थ जनरेशन रिपोर्ट के मुताबिक, ‘कमाई के हिसाब से निचले स्तर के 50 फीसदी लोगों में शामिल एक मजदूर को जितना ...