1.5 डिग्री सेल्सियस के लक्ष्य से 30 गुना ज्यादा उत्सर्जन कर रहा है दुनिया का अमीर वर्ग
उसके विपरीत दुनिया के सबसे कमजोर तबके की करीब 50 फीसदी आबादी प्रति व्यक्ति उस सीमा से कई गुना कम उत्सर्जन कर रही है
जलवायु परिवर्तन का असर, गरीब देशों में 64 फीसदी तक जीडीपी हो सकती है प्रभावित
मौजूदा जलवायु नीतियों के चलते 2050 तक 65 गरीब देशों की औसत जीडीपी 19.6 फीसदी तक घट जाएगी, जो सदी के अंत तक 63.9 ...
भारत सहित दुनिया के 100 करोड़ से ज्यादा बच्चों पर मंडरा रहा है जलवायु परिवर्तन का गंभीर खतरा
नए जारी चिल्ड्रन क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स में भारत को 7.4 अंक दिए गए हैं, जिसे यमन और सिएरा लियॉन के साथ 26वें स्थान पर ...
तबाही की राह पर दुनिया: जलवायु से जुड़े चार प्रमुख संकेतकों ने 2021 में तोड़ा रिकॉर्ड
ग्रीनहाउस गैस, समुद्र के जल स्तर और गर्मी में होती वृद्धि के साथ महासागरों में बढ़ता अम्लीकरण रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है
कैसा विकास: अपने बच्चों के लिए पोषक आहार खरीदने में असमर्थ है दुनिया की 42 फीसदी आबादी
दुनिया में 300 करोड़ से ज्यादा लोग अपने और अपने परिवार के लिए ऐसा आहार खरीदने के काबिल नहीं हैं जो उन्हें और उनके ...
पांच दशकों में प्रवासी मछलियों में आई 81 फीसदी की विनाशकारी गिरावट, बढ़ता इंसानी प्रभाव रहा जिम्मेवार
लिविंग प्लैनेट इंडेक्स 2024 के मुताबिक 1970 के बाद से मीठे पानी में पाई जाने वाली प्रवासी मछलियों की आबादी में 81 फीसदी की गिरावट ...
रिसर्च में खुलासा, एक साल बाद भी रक्त और ऊतकों में बना रह सकता है कोविड-19 वायरस
वैज्ञानिकों को संक्रमण के 14 महीने बाद भी रक्त में जबकि दो वर्ष से अधिक समय के बाद ऊतकों में कोविड-19 एंटीजन की मौजूदगी ...
143 वर्षों के रिकॉर्ड में छठा सबसे गर्म रहा इस साल का अगस्त महीना
जलवायु को लेकर अगस्त में जो नए रिकॉर्ड बने हैं उनमें पाकिस्तान की बाढ़ शामिल थी। जब देश का करीब एक-तिहाई हिस्सा पानी में ...
किसान पर पड़ती जलवायु की मार: भारत में 45 फीसदी तक घट जाएगा डेयरी और मीट उत्पादन
तापमान में हर एक डिग्री की वृद्धि के साथ मवेशी अपने चारे में 5 फीसदी की कमी कर देंगे, जिसका सीधा असर उनके विकास, ...
इतिहास का पांचवा सबसे गर्म सितम्बर, 2021 में किया गया रिकॉर्ड
इस वर्ष सितम्बर का औसत तापमान बीसवीं सदी के औसत तापमान से 0.9 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया गया है
दुनिया में 15.5 करोड़ लोग कर रहे जबरदस्त खाद्य संकट का सामना, पांच वर्षों में सबसे ज्यादा बुरे हालात अब
इस संकट के लिए जलवायु परिवर्तन, संघर्ष और कोविड-19 के कारण उपजा आर्थिक संकट मुख्य रूप से जिम्मेवार था।
क्या जलवायु परिवर्तन की वजह से बढ़ रहा है मलेरिया का संक्रमण, वैज्ञानिकों ने लगाया पता
शोध के मुताबिक, मच्छर के संक्रामक बनने में लगने वाला समय वातावरण के तापमान पर निर्भर करता है, यह मलेरिया और मच्छर की प्रजाति ...
हर दिन औसतन साढ़े तीन हजार जिंदगियां लील रहा हेपेटाइटिस, रोजाना सामने आ रहे 6,000 से ज्यादा मामले
विश्व स्वास्थ्य संगठन की ताजा रिपोर्ट के अनुसार हेपेटाइटिस के कारण हर साल 13 लाख लोगों की मौत हो रही है। इनमें 83 फीसदी ...
मलेरिया से हर 51 सेकंड में जा रही एक की जान, 2021 में 25 करोड़ लोग पड़े बीमार
रिपोर्ट के अनुसार कोरोना महामारी के कारण मलेरिया नियंत्रण के किए जा रहे प्रयासों में आई बाधा के चलते दुनिया भर में 1.3 करोड़ ...
जलवायु संकट: 2023 में दर्ज किया गया 174 वर्षों के जलवायु इतिहास का तीसरा सबसे गर्म मई
बढ़ते तापमान के निशान स्पष्ट तौर पर दर्शाते हैं कि जलवायु में आते बदलावों के चलते दिन-प्रतिदिन मानवता के लिए खतरा बढ़ता जा रहा ...
भारत में 51 वर्षों के दौरान चरम मौसम से जुड़ी 573 आपदाओं में 138,377 लोगों ने अपनी जान गंवाई
वैश्विक स्तर पर देखें तो 1970 से 2021 के बीच मौसम से जुड़ी 11,778 चरम आपदाओं ने दुनिया को अपना निशाना बनाया है, जिनमें ...
आईपीसीसी रिपोर्ट: जलवायु परिवर्तन न थमा तो गंभीर परिणाम झेलेंगे आज पैदा हुए बच्चे
जो बच्चे 2020 में पैदा हुए हैं वो 2040 में 20 साल के होंगे, जबकि सदी के अंत तक उनकी उम्र 80 वर्ष होगी ...
बाल मजदूरी करने को मजबूर है दुनिया का हर दसवां बच्चा
आईएलओ के मुताबिक, लगभग 7.9 करोड़ बच्चे ऐसे जोखिम भरे काम कर रहे हैं, जो उनकी सेहत के लिए खतरनाक है
हर तीसरी ताजे पानी की मछली पर मंडरा रहा है विलुप्ति का खतरा
इनपर बढ़ते विलुप्ति के खतरे के लिए काफी हद तक बढ़ता प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, हाइड्रोपॉवर रेत खनन और जरुरत से ज्यादा होता इनका शिकार ...
ताजे पानी की एक चौथाई मछलियों पर मंडरा रहा है विलुप्त होने का खतरा: आईयूसीएन
रिपोर्ट के मुताबिक जलवायु परिवर्तन, प्रदूषण और बेतहाशा किया जा रहा शिकार इन प्रजातियों के लिए बड़ा खतरा बन चुका है
हर साल वातावरण में प्रवेश कर रही 200 करोड़ टन धूल और रेत, चौथाई के लिए जिम्मेवार इंसानी गतिविधियां
यूएनसीसीडी के अनुसार इन रेत और धूल भरी आंधियों के चलते हर साल करीब 10 लाख वर्ग किलोमीटर उपजाऊ जमीन की बलि चढ़ रही ...
भारत ही नहीं, दुनिया के 65 देशों में किसान कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन, जानिए वजह
भारत ही नहीं दक्षिण अमेरिका, यूरोप और नेपाल सहित 65 देशों में किसानों ने उचित कीमतों और सही नीतियों को लेकर अपनी मांगें सरकारों ...
कितना सही है सौंदर्य उत्पादों में पारे का उपयोग, रोकथाम के लिए शुरू की गई एक नई पहल
संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण एजेंसी ने 2018 में 22 देशों के 300 से ज्यादा उत्पादों की जांच की थी। इस जांच में कई उत्पादों में ...
जलवायु आपदाओं और संघर्ष के बीच पहली बार 10 करोड़ के पार पहुंचा विस्थापितों का आंकड़ा
जलवायु में आते बदलावों के चलते अगले 28 वर्षों में करीब 21.6 करोड़ लोगों को अपनी मौजूदा जिंदगी, जीविका और घरों को छोड़ सुरक्षित ...
जलवायु संकट: 23 फीसदी उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार हैं दुनिया के एक फीसदी लोग
यदि तापमान में होती वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस पर सीमित रखना है तो उसके लिए अब से 2050 तक प्रति व्यक्ति वार्षिक उत्सर्जन ...