दस लाख जीवों और पौधों की प्रजातियों की विलुप्ति को रोक सकते हैं ये पांच तरीके
जैव विविधता के नुकसान को बहाल करने के लिए, हम जो खाते हैं और कितना उपभोग करते हैं, दोनों को बदलना होगा।
दक्षिण-पूर्व एशिया के जंगलों को बचाने में नाकाफी साबित हो रहे हैं संरक्षित क्षेत्र : अध्ययन
अध्ययन में कहा गया है कि दक्षिण-पूर्व एशिया में जिस दर से बिना संरक्षित क्षेत्रों में वनों का नुकसान हो रहा है लगभग वही ...
पर्यावरण के लिए नुकसानदेह सब्सिडी को खत्म करके मिल सकते हैं 3.9 करोड़ नए रोजगार
हर साल दुनिया भर की सरकारें करीब 37.2 लाख करोड़ रुपए पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने वाले कामों के लिए सब्सिडी के रूप में दे ...
विश्व मधुमक्खी दिवस 2023: दुनिया की 75 फीसदी खाद्य फसलों को पालती हैं मधुमक्खियां
दुनिया की लगभग 90 फीसदी जंगली फूलों वाली पौधों की प्रजातियां, पूरी तरह से या आंशिक रूप से जीवों के परागण पर निर्भर करती ...
खतरे में दुनिया के सबसे बड़े फूल 'रैफलेसिया' का अस्तित्व, बचाने के लिए जल्द कार्रवाई की दरकार
परजीवी पौधे ‘रैफलेसिया’ की कुल 42 प्रजातियां ज्ञात हैं, इसमें से 60 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्त होने का गंभीर खतरा मंडरा रहा है
आर्कटिक में समुद्री शिकारी जीवों को उत्तर की ओर खींच रहा है बढ़ता तापमान
जलवायु परिवर्तन और उसके चलते उत्पादकता में होती वृद्धि के कारण, आर्कटिक में समुद्री शिकारी जीव पिछले दो दशकों में अपनी सीमा का विस्तार ...
संकट में रक्त चंदन, पांच वर्षों में भारत से 19 हजार टन से ज्यादा लकड़ी का किया गया अवैध निर्यात
रक्त चंदन, वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की चौथी अनुसूची में संरक्षित प्रजातियों की सूची में शामिल है इसके बावजूद इसका अवैध व्यापार प्रजाति पर ...
जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए किस तरह हो भूमि उपयोग, वैज्ञानिकों ने दी सलाह
भूमि-उपयोग में बदलाव करने वाले कारण और प्रभाव विश्व स्तर पर परस्पर जुड़े हुए होते हैं और वे दूर-दूर तक फैले होते हैं।
प्रकृति को बचाने के लिए जी20 देशों को हर साल करना होगा 21.4 लाख करोड़ रुपए का निवेश
वर्तमान में जी20 देश प्रकृति-आधारित समाधानों पर हर साल करीब 9 लाख करोड़ रुपए का निवेश कर रहे हैं, जिसमें 2050 तक 140 फीसदी ...
धरती की करीब 17 फीसदी हिस्सा है संरक्षित, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
यह सही है कि संरक्षित क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है पर हमें यह भी समझना होगा कि सुरक्षा के नाम पर केवल बाड़ ...
बढ़ते शहरीकरण के कारण शहरों में जंगली मधुमक्खियां और तितलियां खतरे की कगार पर : शोध
मधुमक्खियों और तितलियों के पहले व्यापक विश्लेषण में 133 अध्ययनों के आंकड़ों को शामिल किया गया हैं, इसके निष्कर्ष शहरी क्षेत्रों में प्रकृति संरक्षण ...
अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस: हजार गुना अधिक हो चुकी है प्रजातियों की विलुप्त होने की दर
विकासशील देशों में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले 80 प्रतिशत लोग बुनियादी स्वास्थ्य देखभाल के लिए पारंपरिक पौधों पर आधारित दवाओं पर निर्भर हैं
जैव विविधता की सुरक्षा के लिए 'संरक्षण आय' बहुत अहम है : अध्ययन
कम और मध्यम आय वाले देशों में संरक्षित क्षेत्रों के सभी निवासियों को प्रति दिन 5.50 डॉलर की मूल संरक्षण आय या कंजर्वेशन बेसिक ...
मधुमक्खियों में फूलों की गंध पहचानने की क्षमता 90 फीसदी तक कम हुई, लेकिन क्यों?
एक नए अध्ययन में पाया गया है कि वायु प्रदूषण परागणकों को फूल ढूंढने से रोक रहा है क्योंकि यह गंध को कम कर ...
6,000 से अधिक छोटे पंखों और हल्के रंग की तितलियों को जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक खतरा
शोधकर्ताओं का मानना है कि शोध की मदद से उन प्रजातियों की पहचान करने में मदद मिल सकती है जिनका अस्तित्व जलवायु परिवर्तन के ...
59 फीसदी प्रजातियों को आसरा देती है मिट्टी, लेकिन संकट में है 33 फीसदी हिस्सा
मृदा करीब 90 फीसदी कवक प्रजातियों का घर है। इसके अलावा यह पौधों की 86 और बैक्टीरिया की 44 फीसदी से ज्यादा प्रजातियों को ...
नुकसान की दर में गिरावट के बावजूद दो दशक में नष्ट हो गए 677,000 हेक्टेयर में फैले मैन्ग्रोव: एफएओ
मैंग्रोव, पृथ्वी पर सबसे अधिक कार्बन-समृद्ध पारिस्थितिक तंत्रों में से एक हैं, जो दुनिया भर में अपने बायोमास और मिट्टी में करीब 6.23 गीगाटन ...
पश्चिमी घाट में 60 प्रतिशत ऐसी जैव विविधता है, जो केवल यहीं पाई जाती है: अध्ययन
भारत के पश्चिमी घाटों को कई जंगली पौधों, पक्षियों, स्तनधारियों, सरीसृपों, मछलियों और कीड़ों तथा अन्य जीवों के साथ वैश्विक जैव विविधता हॉटस्पॉट के ...
2100 तक अंटार्कटिका के एम्परर पेंगुइन समेत 97 फीसदी प्रजातियों पर विलुप्ति का साया
जलवायु परिवर्तन को कम करके तापमान को 2 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने से 68 प्रतिशत स्थलीय प्रजातियों और समुद्री पक्षियों को फायदा होगा
सीबीडी कॉप-15: यूएन का निष्क्रिय प्रकृति संरक्षण समझौता विफल हो जाएगा, कार्यकर्ताओं ने दी चेतावनी
जैव विविधता की रक्षा के लिए हमें पहले स्वदेशी लोगों की रक्षा करने की आवश्यकता है, स्वदेशी लोग जैव विविधता की रक्षा कर रहे ...
वैज्ञानिकों ने ग्रेट बैरियर रीफ में काले मूंगों की पांच नई प्रजातियों की खोज की
काले मूंगों को उथले पानी और 26,000 फीट से अधिक की गहराई तक बढ़ते हुए देखा जा सकता है, कुछ मूंगे 4,000 से अधिक ...
खोज: मणिपुर की प्रागैतिहासिक गुफा में मिली चमगादड़ की बारह नई प्रजातियां
भारतीय प्राणी सर्वेक्षण (जेडएसआई) के शोधकर्ताओं ने मणिपुर में छोटे स्तनधारी जीवों पर किए जा रहे एक अध्ययन के दौरान चमगादड़ों की 12 नई ...
एशिया में किस तरह की जा सकती है बाघों की बहाली, शोधकर्ता ने उपाय और योजना रखी सामने
बाघों द्वारा शिकार की जाने वाली आधी स्तनधारी प्रजातियों के विलुप्त होने का खतरा मंडरा रहा है और लगभग 80 फीसदी की आबादी के ...
प्रकृति से ऊपर नहीं इंसान, स्वयं को प्रकृति के हिस्से के रूप में देखने की है जरूरत
पर्यावरण की बहाली और वन्यजीवों की रक्षा के लिए इंसान को प्रकृति के साथ अपने बिगड़ते रिश्तों को सुधारने की जरूरत है
कैसे बचेगी जैवविविधता, जब भारत का महज 6 फीसदी से भी कम हिस्सा है संरक्षित
यदि पिछले 10 वर्षों के रुझानों को देखें तो भारत के संरक्षित क्षेत्रों में केवल 0.1 फीसदी की वृद्धि हुई है। इस रफ्तार से ...