उष्णकटिबंधीय जंगल कटने से 25 फीसदी कार्बन उत्सर्जन का हो रहा है सफाया
पहले से जंगलों का सफाया किए गए इलाकों में फिर से उगने वाले पेड़, हर साल उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के वातावरण से कम से कम ...
शोधकर्ताओं ने बनाया दुनिया का पहला पर्यावरण अनुकूल, ऊर्जा बचाने वाला पेंट
तापमान में अंतर प्लास्मोनिक पेंट करने से ऊर्जा में महत्वपूर्ण बचत होगी। ठंडा करने के लिए कम बिजली का उपयोग करने से कार्बन डाइऑक्साइड ...
विश्व साइकिल दिवस: क्या हमारी सड़कें साइकिल चलाने के लिए सुरक्षित हैं?
पैदल चलना और साइकिल चलाना हृदय रोग, स्ट्रोक, कैंसर, मधुमेह और यहां तक कि मृत्यु के खतरों को कम करता है
2015 से 2021 थे इतिहास के 7 सबसे गर्म साल, पांचवे स्थान पर रहा 2021
2021 की बात करें तो वो इतिहास का पांचवा सबसे गर्म साल था। जब तापमान औसत से करीब 1.16 डिग्री सेल्सियस ज्यादा दर्ज किया ...
जलवायु परिवर्तन के कारण एशियाई पारिस्थितिकी तंत्र में हुआ भारी बदलाव
अध्ययन में जलवायु और वायुमंडलीय कार्बन डाइऑक्साइड में तेजी से बदलाव के कारण 3.4 करोड़ साल पहले हुई तबाही का पता चला
प्रदूषण से चिंतित दुनिया में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची एसयूवी की बिक्री, 2023 में 48 फीसदी रही हिस्सेदारी
यह एसयूवी आम कारों से 20 फीसदी अधिक उत्सर्जन करती हैं। 2023 में इन कारों ने 100 करोड़ टन से ज्यादा उत्सर्जन किया था, ...
चार प्राकृतिक तरीकों से कम किया जा सकता है जलवायु में बदलाव, कौन से हैं वो तरीके?
अध्ययन में कहा गया है कि जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए प्रकृति-आधारित जलवायु समाधान महत्वपूर्ण हैं, यह अध्ययन प्रकृति के चार प्रमुख ...
बदलते मौसम में लोकतंत्र का नया रूप-रंग
सच तो यह है कि जलवायु परिवर्तन के खिलाफ कार्रवाई समानता के बिना संभव नहीं है, सुनीता नारायण का संपादकीय लेख
कॉप-26 का रिपोर्ट कार्ड: वनों को सिर्फ घोषणाओं की नहीं, क्रियान्वयन की जरूरत है
जितना फंड लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए चाहिए उससे कई गुणा ज्यादा फंड वनों की कटाई करने वाली कंपनियों पर खर्च किया जा रहा ...
कॉप-26: इस तरह लग सकती है तापमान बढ़ाने वाले जीवाश्म ईंधन पर रोक
अध्ययन में प्रस्तावित कार्बन टेकबैक नीति यह सुनिश्चित करने के लिए एक सुरक्षा जाल प्रदान करेगी कि हम कुल शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त कर ...
क्या जलवायु परिवर्तन के चलते बदल रहा है कॉफी का जायका
दुनिया के कई कॉफी उत्पादक क्षेत्र बदलती जलवायु का अनुभव कर रहे हैं जिससे न केवल इसकी पैदावार बल्कि साथ ही स्वाद, सुगंध और ...
भारतीय वैज्ञानिकों ने बनाया अधिक क्षमता वाला सोलर डीसी कुकिंग सिस्टम, कार्बन उत्सर्जन पर भी लगेगी रोक
सोलर डीसी कुकिंग सिस्टम की क्षमता पारंपरिक सोलर आधारित कुकिंग सिस्टम से 20 से 25 फीसदी अधिक है और यह उससे ज्यादा किफायती भी ...
दुनिया भर में हर साल सड़े-गले पेड़ों से 11 गीगाटन कार्बन निकलता है
अध्ययन के अनुसार सड़े-गले या मृत पेड़ों से होने वाला उत्सर्जन जीवाश्म ईंधन से होने वाले उत्सर्जन के लगभग 115 प्रतिशत के बराबर है
ग्लोबल वार्मिंग का लक्ष्य तय करने के लिए अमीर देशों को बदलनी होंगी आर्थिक नीतियां
नए शोध से पता चलता है कि जलवायु संबंधी मौजूदा लक्ष्यों को पूरा करने के लिए वैकल्पिक परिदृश्यों पर विचार करने की आवश्यकता है, ...
क्या जलवायु के गर्म होने पर कार्बन का ज्यादा भंडारण करेंगे प्लवक, क्या होगा बदलाव?
शोधकर्ताओं का अनुमान है कि आने वाली सदी में सूक्ष्म प्लवक द्वारा जमा की गई कार्बन की मात्रा में वृद्धि होगी
महासागर सीओ2 हटाने में हो रहे हैं नाकाम, उष्णकटिबंधीय इलाकों की बारिश में आ रहा है बदलाव
अध्ययन से पता चलता है कि उष्णकटिबंधीय वर्षा में बदलाव वैश्विक जलवायु परिवर्तन के लिए सबसे अहम संकेतों में से एक है।
दुनिया के सबसे महत्वपूर्ण कार्बन भंडारण प्रणाली पर असर डाल रहा है जलवायु परिवर्तन: अध्ययन
जंगलों में पड़ी हुई लकड़ी के सड़ने से ऊपर के कार्बन चक्र बदल जाएंगे, जिसका प्रभाव मैंग्रोव कार्बन भंडारण पर पड़ सकता है।
ऊर्जा उत्पादन में रिकॉर्ड स्तर पर पहुंची सोलर और विंड की हिस्सेदारी
वैश्विक स्तर पर ऊर्जा उत्पादन में विंड और सोलर की हिस्सेदारी अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है, जोकि 2021 में 10.3 फीसदी दर्ज ...
तरलीकृत प्राकृतिक गैस, लेकिन अमीर देशों के लिए नहीं
औद्योगिक राष्ट्रों को गहन अकार्बनीकरण करने की आवश्यकता है। वे दोबारा से जीवाश्म ईंधन में निवेश कर इसे स्वच्छ एवं हरित नहीं बना सकते
नासा के वेब टेलीस्कोप ने सौर मंडल के बाहर पृथ्वी जैसा दिखने वाला पहला ग्रह खोजा
खगोलविदों के अनुसार, नया ग्रह लगभग पृथ्वी के समान आकार का है जो पृथ्वी की तुलना में कुछ सौ डिग्री अधिक गर्म है
अंतरिक्ष से मीथेन के ‘सबसे बड़े उत्सर्जक’ का पता लगाता है नासा का नया उपकरण
नासा ने नया उपकरण अर्थ सरफेस मिनरल डस्ट सोर्स इन्वेस्टिगेशन (ईएमआईटी) जलवायु पर वायुजनित धूल के प्रभावों को समझने के लिए बनाया है।
दुनिया में 34 फीसदी उत्सर्जन के लिए जिम्मेवार है खाद्य व्यवस्था
2015 में खाद्य उत्पादन से लेकर उपभोग तक, विभिन्न गतिविधियों के चलते वैश्विक स्तर पर करीब 18 गीगाटन ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन हुआ था
जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक-2021 में भारत एक पायदान फिसला
क्लाइमेट चेंज परफॉरमेंस इंडेक्स में भारत को इस बार अक्षय ऊर्जा श्रेणी के तहत 57 में से (7.89 अंकों के साथ) 27 वें स्थान ...
उष्णकटिबंधीय इलाकों में 2100 तक गर्मियों के मौसम का हर दिन होगा भीषण लू की जद में: अध्ययन
उष्णकटिबंधीय इलाकों में लाखों लोग सन 2100 तक साल के आधे महीनों के दौरान खतरनाक गर्मी की चपेट में आ सकते हैं
भारत में 25 साल में 115 प्रतिशत बढ़ा ग्रीन हाउस गैस उत्सर्जन, बिजली उत्पादन है सबसे बड़ा जिम्मेवार
स्टेट ऑफ इंडियाज एनवायरमेंट इन फिगर्स 2024 रिपोर्ट में भारत में ग्रीन हाउस गैस के उत्सर्जन के कारणों का विश्लेषण किया गया